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माइनिंग द मिनरल्स वे फॉरवर्ड टुवर्ड्स आत्मनिर्भर विकसित भारत पर राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन
19-Feb-2025 4:16 PM
माइनिंग द मिनरल्स वे फॉरवर्ड टुवर्ड्स आत्मनिर्भर विकसित भारत पर राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

हैदराबाद, 19 फरवरी। एनएमडीसी ने बताया कि माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमईएआई), हैदराबाद चैप्टर ने माइनिंग द मिनरल्स: वे फॉरवर्ड टुवर्ड्स आत्मनिर्भर विकसित भारत 2047 पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का सफलतापूर्वक समापन किया। सम्मेलन के दूसरे दिन खनन क्षेत्र, इसकी भविष्य की नीतियों और तकनीकी प्रगति से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रभावोत्पादक विचार-विमर्श किया गया।

एनएमडीसी ने बताया कि समापन सत्र की अध्यक्षता श्री वि सुरेश,निदेशक (वाणिज्य)  एनएमडीसी लिमिटेड ने की, जो इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहे। श्री एन. बलराम, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एससीसीएल सम्मानित अतिथि थे। उपस्थित अन्य विशिष्टजनों श्री बी. विश्वनाथ, आईआरएसएस, मुख्य सतर्कता अधिकारी, एनएमडीसी लिमिटेड; श्री बी. सुरेंद्र मोहन, पूर्व सीएमडी, एनएलसी इंडिया लिमिटेड; श्री ए. के. शुक्ला, पूर्व सीएमडी, एचसीएल; और श्री पी. के. सतपथी, पूर्व निदेशक (उत्पादन), एनएमडीसी लिमिटेड ने खनन नवाचार, सुस्थिरता और नीतिगत सुधारों पर चर्चा में योगदान दिया।

एनएमडीसी ने बताया कि सम्मेलन के दूसरे दिन का प्रारम्भ एमएमडीआर अधिनियम के प्रभाव, रॉयल्टी संरचनाओं में संशोधन, लघु खनिजों के खनन और उद्योग के भविष्य को प्रभावित करने वाले नीतिगत सुधारों पर विशेषज्ञ चर्चाओं के साथ हुआ। प्रख्यात वक्ताओं ने नियामक ढांचे के कानूनी और आर्थिक प्रभावों और विकास को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हस्तक्षेपों पर महत्वपूर्ण विचार मंथन किया।

एनएमडीसी ने बताया कि तकनीकी सत्रों में अपशिष्ट या निम्न-श्रेणी के अयस्कों से मैंगनीज और बॉक्साइट प्राप्त करने, निम्न-श्रेणी के लौह अयस्कों के अमोनिया बेनीफिसिएशन और सुस्थिर खनन पद्धतियों में प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया गया। 

उद्योग विशेषज्ञों ने खनिज प्रसंस्करण में दक्षता और स्थिरता लाने वाले नवाचारों पर अपने विचार साझा किए। श्री विनय कुमार, निदेशक (तकनीकी), एनएमडीसी लिमिटेड और अध्यक्ष, एमईएआई हैदराबाद चैप्टर ने अपनी समापन टिप्पणी में उल्लेख कहा कि, आजहमइस उल्लेखनीय राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन पर यहां एकत्र हुए हैं।


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