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रायपुर, 29 दिसंबर। छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा ने बताया कि देश के पहले सिख प्रधानमंत्री सरदार मनमोहन सिंह सिख समाज के एकमात्र ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्ति थे जो देश के सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण पदों पर आसीन हुए पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय सरदार मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को हुआ था पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर, कैंब्रिज विश्वविद्यालय से पीएचडी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से डी फि़ल, अर्थशास्त्र के अध्यापक संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन सचिवालय में सलाहकार जिनेवा में साउथ कमीशन के दो बार सचिव भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार वित्त मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार योजना आयोग के उपाध्यक्ष रिजर्व बैंक के गवर्नर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भारत के 5 सालों तक वित्त मंत्री के बाद 2004 से 2014 तक लगातार दो बार के प्रधानमंत्री रहे।
श्री सिंघोत्रा ने बताया कि उच्च शिक्षा प्राप्त भारत के प्रशासनिक और राजनीतिक महत्वपूर्ण पदों पर आसीन होने वाले पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय मनमोहन सिंह ने देश की जिम्मेदारियां के रूप में सिख समाज का लंबे समय तक प्रतिनिधित्व किया। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय मनमोहन सिंह द्वारा 1984 के सिख काट ले आम पर माफी मांग कर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की गलतियों को स्वीकार कर यह साबित कर दिया था कि जो सच है उसे वह नकार नहीं रहे हैं।
श्री सिंघोत्रा ने बताया कि देश के पहले सिख प्रधानमंत्री सिख समाज के विद्वान उच्च शिक्षा प्राप्त देश के अनेक प्रशासनिक जिम्मेदारियां सहित देश के सर्वोच्च पद पर 10 वर्षों तक आसीन रहकर सिख समाज का नाम रोशन करने वाले सरदार मनमोहन सिंह की श्रद्धांजलि सभा में छत्तीसगढ़ सिख समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, उपाध्यक्ष बलविंदर सिंह सैनी उफऱ् गग्गी, समाज के इंद्रवीर सिंह कोहली, कुलदीप सिंह मोंगा, आतम जीत सिंह मक्कड़, बॉबी चावला स्वर्ण सिंह भूतनी ज्ञानी बाज सिंह, मनजीत सिंह, सुखदेव सिंह मेहरा, गुरदीप सिंह टुटेजा, बलजीत भाटिया सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।