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रायपुर, 9 अक्टूबर। भारतीय प्रबंध संसथान (भा.प्र.सं. ) रायपुर ने बताया कि 5 अक्टूबर 2024 को अपना 8वां एचआर शिखर सम्मेलन शुरू किया, जिसका विषय था एचआर नेतृत्व और नवाचार में नए आयामों का अन्वेषण। इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य उद्योग जगत के नेताओं, दूरदर्शी और नवप्रवर्तकों को एक साथ लाकर एचआर के भविष्य को दिशा देना और परिवर्तनकारी बदलाव लाना है।
आईआईएम ने बताया कि इसमें माननीय मुख्य अतिथि शंकर गुप्ता, अध्यक्ष एवं मुख्य रणनीतिक अधिकारी, एसीजी वर्ल्ड, प्रोफेसर सत्यसीबा दास, डीन (बाहरी संबंध), भा.प्र.सं. रायपुर, प्रोफेसर रश्मि शुक्ला, चेयरपर्सन (कॉरपोरेट संबंध एवं प्लेसमेंट), भा.प्र.सं. रायपुर, और प्रोफेसर स्मृति पांडे, सह-चेयरपर्सन (कॉरपोरेट संबंध एवं प्लेसमेंट), भा.प्र.सं. रायपुर, की उपस्थिति देखी गई।
उद्घाटन सत्र की शुरुआत प्रोफेसर रश्मि शुक्ला के भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने विविधता, समावेशन, बहुसांस्कृतिक दृष्टिकोण, शैक्षणिक उत्कृष्टता, और उद्योग से जुड़े व्यावहारिक अनुभव के महत्व को रेखांकित किया। इसके साथ ही उन्होंने भा.प्र.सं. रायपुर के इन संवेदनाओं के निर्माण में दिए गए योगदान पर प्रकाश डाला। इसके बाद प्रोफेसर सत्यसीबा दास ने दर्शकों को भविष्य के एचआर युग और बदलते कारोबारी परिदृश्य पर चर्चा में शामिल किया।
उन्होंने आधुनिक तकनीक के महत्व, कर्मचारी जुड़ाव को बढ़ावा देने, मानव कल्याण, कौशल विकास, डेटा-आधारित निर्णय लेने, और एचआर में मानव-मशीन इंटरैक्शन को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके बाद मुख्य अतिथि शंकर गुप्ता का मुख्य भाषण हुआ। उन्होंने नवाचार और बदलाव को प्रेरित करने के लिए असफलताओं का जश्न मनाने के महत्व पर जोर दिया, खासकर एचआर नेताओं के रूप में। उन्होंने व्यापार में जोखिम लेने के महत्व की भी सराहना की।