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रायपुर, 22 अगस्त। कलिंगा विश्वविद्यालय ने बताया कि रायपुर मध्य भारत का एक प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान है और उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में उभरा है। विश्वविद्यालय न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है, बल्कि छात्रों के समग्र विकास पर भी जोर देता है।
विश्वविद्यालय ने बताया कि इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, सुराना और सुराना जूडेक्स 2.0: राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून मूट कोर्ट प्रतियोगिता, 2024, सुराना और सुराना इंटरनेशनल अटॉर्नी, चेन्नई, भारत के सहयोग से, 17 अगस्त, 2024 को कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर में सफलतापूर्वक संपन्न हुई, जिसमें कानूनी बुद्धि और वकालत कौशल का असाधारण प्रदर्शन हुआ। महत्वाकांक्षी कानूनी पेशेवरों के लिए इस हस्ताक्षर कार्यक्रम ने देश भर से शीर्ष प्रतिभाओं को एक साथ लाया और कानूनी उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।
विश्वविद्यालय ने बताया कि उद्घाटन प्रतियोगिता के सम्मानित अतिथि उत्तराखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एवं उत्तराखंड लोक सेवा न्यायाधिकरण के अध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति उमेश चंद्र ध्यानी थे। इस प्रतियोगिता में 20 लॉ स्कूलों ने भाग लिया, जहां तमिलनाडु अम्बेडकर लॉ यूनिवर्सिटी चैंपियन के रूप में उभरी और इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में शीर्ष सम्मान हासिल किया और कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ लॉ ,भुवनेश्वर उल्लेखनीय कानूनी कौशल का प्रदर्शन करते हुए उपविजेता रहा।
विश्वविद्यालय ने बताया कि कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ लॉ, भुवनेश्वर की सायंतिका रॉय को विशेष मान्यता भी दी गई, जिन्हें प्रतियोगिता के दौरान उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ छात्र वकील से सम्मानित किया गया। इस वर्ष का संस्करण, जो अब संस्थान के इतिहास का एक हिस्सा है, असाधारण प्रदर्शन और न्याय की खोज के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता की विशेषता थी।