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रायपुर, 20 अगस्त। सराफा एसोसिएशन रायपुर के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर सोने-चांदी में जीएसटी की दर घटाकर 1 प्रतिशत करने की माँग की है। श्री मालू का कहना है कि सोने- चांदी में वर्तमान में 3त्न जीएसटी लग रहा है। इसमें 2 प्रतिशत कटौती किया जाए। इससे सरकार के राजस्व में वृद्धि होगी। साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के भाव में एकरूपता आएगी।
श्री मालू ने बताया कि सोने के स्थानीय निर्मित जेवर का निर्यात बढऩे से लोकल कारीगरों को रोजगार के अवसर में वृद्धि होगीं। जीएसटी की प्रक्रिया को आसान बनाया जाए जिससे कि आम व्यापारी भी रिटर्न एवं अन्य प्रक्रियाओं को आसानी से पूरा कर सके।साथ ही सराफा व्यवसाय के अंतर्गत ट्रैवलिंग कर व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों के लिए जीएसटी विभाग द्वारा एक प्रारूप निर्धारित किया जाए, जिसे साथ रखकर व्यापारी ट्रैवलिंग कर आसानी से व्यवसाय कर सके एवं विभिन्न विभागों की अनावश्यक कार्रवाइयों और असुविधाओं से उन्हें निजात मिल सके।
श्री मालू ने बताया कि भारत सरकार द्वारा वर्तमान में एमएसएमई में पंजीकृत उद्योग एवं व्यापारिक इकाइयों को 15 दिनों में भुगतान की अनिवार्यता की गई है और वर्ष के अंत में जो भी देनदारी बाक़ी रहेगी, उसका 15 दिनों में भुगतान नहीं होने पर बिल की राशि को उस वर्ष की आय में जोड़ दिया जाएगा, यह व्यापारियों के व्यापार करने के मौलिक अधिकार का हनन है।
श्री मालू ने बताया कि इस व्यवस्था को खत्म किया जाए।श्री मालू का कहना है कि वर्तमान में व्यापार एवं उद्योग इकाइयां, निर्माण, होलसेल, रिटेल सभी अत्यधिक व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के चलते विभिन्न सुविधाजनक आधार पर व्यवसाय करते हैं जिसमें 90 दिन में भुगतान की समय सीमा सम्मिलित है। ऐसी स्थिति में 15 दिनों में भुगतान की अनिवार्यता व्यापारियों के व्यापार करने के मौलिक अधिकार का हनन है अत: से समाप्त करना उचित होगा।