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रायपुर, 8 अक्टूबर। केन्द्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), रायपुर में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन दिनांक 06 एवं 07 अक्टूबर 2023 को किया गया।
इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूडक़ी के निदेशक प्रोफेसर के.के. पंत, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर के निदेशक एन.व्ही. रमना राव, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर के प्राध्यापक, छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक श्री एस.एस. बजाज।
सिपेट के महानिदेशक प्रोफेसर शिशिर सिन्हा, भारतीय मानक ब्यूरो, रायपुर के मुख्य श्री सुमित कुमार एवं एम.एस.एम.ई. के अधिकारी श्री एस. राजीव, उद्योग जगत के प्रबंधक/महाप्रबंधक आदि महत्वपूर्ण हस्तियॉं आदि उपस्थित रहें।
उपरोक्त संम्मेलन में ऊर्जा एवं पर्यावरण को संरक्षित करते हुए संसाधनों के विकास विषय पर चर्चा किया गया, जिसमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधि राष्ट्रीय जन जातिय विश्वविद्यालय, मध्यप्रदेश, अमेटी विश्वविद्यालय, मेट्स यूनिवर्सिटी, कलिंगा यूनिवर्सिटी, डेयरी विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, यूनिवर्सिटी ऑफ सस्केतचेवन सस्कातुन, कनाडा आदि विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्राध्यापक, शोधकर्ता एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस सम्मेलन में विभिन्न शोधकर्ताओं के द्वारा प्लास्टिक्स की महत्ता एवं इसके उपयुक्त उपार्जन हेतु रीसाईक्लिंग के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गई। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के पॉलीमर एवं पदार्थों के मिश्रण का उपयोग करते हुए ष्टश2 के अवशोषण पर शोध प्रस्तुत किये। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि आने वाले समय में हम कैसे इन तकनीकों का उपयोग करते हुए शून्य/कार्बन रहित वातावरण के बारे में विचार कर सकते है।


