बिलासपुर

डायल 112 में तैनात रतनपुर के आरक्षक को डीजीपी से सम्मान मिला, बाढ़ में बचाई थी नवजात सहित 7 की जान
13-Aug-2024 1:55 PM
डायल 112 में तैनात रतनपुर के आरक्षक को डीजीपी से सम्मान मिला, बाढ़ में बचाई थी नवजात सहित 7 की जान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 अगस्त।
डायल 112 में तैनात रतनपुर के आरक्षक बसंत दास मानिकपुरी को पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा (ने उनकी बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा के लिए पुलिस मुख्यालय में सम्मानित किया। उन्हें नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया। इस सम्मान समारोह में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रदीप गुप्ता और पुलिस अधीक्षक (डायल 112) अविनाश ठाकुर भी मौजूद थे।


आरक्षक बसंत दास मानिकपुरी ने 24 जुलाई  को बिलासपुर जिले के रतनपुर क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के दौरान अपनी जान की परवाह किए बिना एक परिवार को बचाया। रतनपुर के लिम्हा गांव में एक घर में पानी भर गया था, जहां एक महीने का बच्चा, सात महिलाएं और बुजुर्ग फंसे हुए थे। सूचना मिलते ही बसंत दास मानिकपुरी ने टीम के साथ 18 मिनट के भीतर मौके पर पहुंचकर नन्हे बच्चे समेत सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।


जयप्रकाश एक्का और उनके साथी चालक अमित भगत को भी सम्मानित किया गया। डायल 112 की ईआरवी रतनपुर ईगल-1 टीम के चालक सुखीराम डोंगरे ने भी बाढ़ में फंसे परिवार को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने मुश्किल हालात में वाहन चलाते हुए टीम को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। इसी तरह, रायगढ़ की ईआरवी टीम के चालक अमित भगत ने भी घायल युवक को समय पर अस्पताल पहुंचाने में मदद की। उनकी सेवाओं को देखते हुए उन्हें भी नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया।

इसी तरह आरक्षक जयप्रकाश एक्का ने 24 जुलाई  की सुबह रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में करंट से झुलसे एक युवक को बचाया। ईआरवी टीम ने कठिन परिस्थितियों के बावजूद घायल को डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर डायल 112 वाहन तक पहुंचाया और समय रहते उसे अस्पताल में भर्ती कराया।  

इन दोनों आरक्षकों की कर्तव्यपरायणता और मानव सेवा को सम्मानित करते हुए, डीजीपी अशोक जुनेजा ने उन्हें पुरस्कृत किया।

 


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