बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 23 जून। गौरेला में चार दिन पहले नाले के पास महिला की खून से लथपथ मिली लाश के मामले में हत्या के आरोपी कोटवार और मां-बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने मीडिया को बताया कि गौरेला पुलिस को 19 जून की सुबह ग्राम भस्कुरा की महिला मुन्नी बाई (60 वर्ष) का शव एक नाले के पास सड़क पर मिलने की सूचना मिली। उस पुलिस ने जांच के दौरान जानकारी जुटाई कि महिला के पति की मौत हो चुकी है। वह किसी काम से कोटवार विरासुलाल पड़नवार (43 वर्ष) के पास 18 जून की शाम को गई थी। घर से निकलते समय उसने अपने बेटे को इसकी जानकारी दी थी। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जानकारी जुटाई तो पता चला कि महिला कंवरिया बाई को कोटवार ने फोन करके बुलाया था। इसके बाद कोटवार ने कुछ अन्य लोगों को भी कॉल किया।
पुलिस ने कोटवार से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने राज खोल दिया। उसने बताया कि मृतक महिला उस पर भरोसा करती थी। घटना के दिन उसने जमीन के दस्तावेज में सुधार को लेकर चर्चा करने के नाम पर उसे बुलाया। जब मुन्नी बाई कोटवार के घर के लिए निकल गई तो कोटवार ने गांव के कृष्णा मरावी (19 वर्ष) को इसकी जानकारी फोन पर दी। रास्ते में फरसा लेकर आरोपी कृष्णा खड़ा था। उसने महिला के पास आते ही उस पर पीछे से वार कर दिया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। कोटवार ने बताया कि आरोपी कृष्णा मरावी और उसकी मां कंवरिया बाई (40 वर्ष) को शक था कि मृतक महिला मुन्नी बाई ने उस पर जादू-टोना किया है जिसके कारण उस पर विपत्ति आ रही है।
पुलिस ने आरोपी कोटवार विरासुलाल और कंवरिया बाई को कुछ ही देर में गिरफ्तार कर लिया, जबकि आरोपी कृष्णा को इसके कुछ घंटे बाद करंजी के जंगल से गिरफ्तार किया है।


