बिलासपुर

मामूली विवाद नहीं, रंजिश के चलते चलाई गई थी गोली, बेटे के बाद दुकानदार पर भी चलाई थी गोली
12-Oct-2022 2:15 PM
मामूली विवाद नहीं, रंजिश के चलते चलाई गई थी गोली, बेटे के बाद दुकानदार पर भी चलाई थी गोली

मानिकचौरी हत्याकांड के दोनों आरोपी और मददगार जेल गए, पुलिस टीम को मिली वाहवाही
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 अक्टूबर।
पचपेड़ी थाना के मानिकचौरी हत्याकांड मामले में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने महज 20 रुपये के लिए गोली नहीं चलाई थी, बल्कि वे पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए आए थे। वे दुकानदार को भी गोली से उड़ा देना चाहते थे पर फायर मिस होने के कारण मंसूबा पूरा नहीं हो पाया। आरोपियों को भाग-दौड़ कर पकडऩे वाली टीम को आईजी और एसएसपी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है, साथ ही नगद इनाम भी दिया है।

मानिकचौरी में दुकानदार 9 अक्टूबर की रात दुकानदार मंगतूराम अजय के 17 वर्षीय बेटे अनीश की हत्या करने वाले आरोपी भूपेंद्र पोर्ते और नंदकिशोर साहू को सारनाथ एक्सप्रेस का पीछा करने के बाद पुलिस ने 10 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था। आईपीसी की धारा 302 और 34 ए के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों आरोपी जेल भेज दिए गए हैं। उसकी बाइक और पिस्टल को छिपाने तथा आरोपियों को भगाने में मदद करने वाले आरोपी वीर साहू को भी जेल भेज दिया गया है। पूछताछ से जानकारी मिली है कि दोनों आरोपी मंगतूराम से पहले से ही रंजिश रखते थे। उनका दुकानदार के साथ होली के समय विवाद हुआ था, जिसका वे बदला लेना चाहते थे। घटना के दिन उसने मंगतूराम पर भी गोली चलाई थी पर फायर मिस हो जाने के कारण नहीं लगी। वे बेटे के साथ पिता की भी हत्या करना चाहते थे। आरोपी भूपेंद्र पोर्ते और नंदकिशोर साहू गांजा की तस्करी से पैसे कमाते थे। पुलिस पहले उन्हें गिरफ्तार कर चुकी है। गांजे की कमाई से ही उन्होंने कुछ माह पहले इलाहाबाद से देशी पिस्तौल खरीदी थी। मानिकचौरी व पास के गांव में उनकी दहशत थी।

एसएसपी पारुल माथुर ने वारदात के बाद साइबर सेल और आसपास के थानों को तुरंत सक्रिय कर दिया था। जब उन्हें बलौदाबाजार-भाटापारा में आरोपियों के छिपने की जानकारी मिली तो वहां के एसपी को भी सूचना दी। इसके बाद सारनाथ एक्सप्रेस से इलाहाबाद भागते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके पहले उनका मददगार वीर सिंह गिरफ्तार कर लिया गया था। वीर सिंह अवैध शराब बेचने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। एक बार गिरफ्तारी के समय उसने आत्मदाह करने की चेतावनी भी पुलिस को दे दी थी।

आरोपियों को पकडऩे में मुस्तैदी दिखाने वाले एसीसीयू प्रभारी हरविंदर सिंह, पचपेड़ी थानेदार मोहन भारद्वाज, सकरी थाना प्रभारी सागर पाठक, तोरवा थाना प्रभारी फैजुल होदा, सिविल लाइन टीआई परिवेश तिवारी, एसआई प्रताप सिंह ठाकुर, दाऊलाल बरेठ तथा अन्य प्रधान आरक्षकों तथा  आरक्षकों को एसएसपी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। पुलिस महानिरीक्षक ने टीम को 10 हजार रुपये तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने 5 हजार रुपये का इनाम पुलिस टीम को दिया।


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