बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 अगस्त। जीपीएम जिले के गौरेला में दो बच्चों के पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी पत्नी और साला-साली पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार डिंडौरी मध्यप्रदेश के रीबल सलूजा (36 वर्ष) की शादी गौरेला की रानी सलूजा (34 वर्ष) के साथ कुछ वर्ष पहले हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। पति रीबल के पास कोई काम नहीं था, जिससे घर खर्च चलाने में दिक्कत हो रही थी। इसे लेकर पति-पत्नी में झगड़ा होता था। पत्नी काम की तलाश में बच्चों को साथ लेकर अपने मायके गौरेला आ गई और यहां एक कपड़ा दुकान में काम करने लगी। बच्चों के साथ पत्नी के मायके जाने से दुखी रीबल ने उसे कई बार वापस डिंडौरी ले जाने का प्रयास किया लेकिन वह हर बार कहती थी कि जब कोई काम धंधा करने लगोगे तभी वह वापस जाएगी। इसके बाद रीबल खुद उसके पास आ गया और पत्नी, बच्चों के साथ किराये के मकान में रहने लगा। इसे किराये पर उसकी पत्नी ने ही ले रखा था।
रविवार की शाम रानी सलूजा जब दुकान से ड्यूटी कर घर लौटी तो देखा कि रीबल फांसी पर लटका हुआ है। उसने तुरंत अपने भाई को और पुलिस को इसकी खबर दी। पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक की जेब से एक सुसाइडल नोट पुलिस ने बरामद किया है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए पत्नी रानी सलूजा, साला जॉनी सलूजा और बहन तारा चौहान को जिम्मेदार ठहराया है। उसने लिखा है कि जब भी पत्नी को लेने आता हूं साला और साली ले जाने नहीं देते।
मृतक की बहन रूबी बेमेतरा में रहती है। उसने पुलिस को बताया है कि फांसी लगाने के पहले रीबल ने उसे फोन किया था। वह पत्नी और साला साली की प्रताड़ना से तंग आने की बात कह रहा था। साथ ही जीने की इच्छा नहीं होने की बात कर रहा था। इसकी वाइस रिकॉर्डिंग भी है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है।


