बिलासपुर
ड्राइवर और उसके साथियों ने ट्रेलर चालकों को रोककर छीने थे रुपये
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 अगस्त। छत्तीसगढ़ी फिल्मों में काम करने वाली एक एक्ट्रेस ने अपनी जब्त कार को छुड़ाने के लिए थाने में रौब डाला और वह पुलिस वाली है। यह भी झूठ बोला कि ड्राइवर नहीं उसका पति कार लेकर घर से निकला था। पुलिस ने इसके पहले ही इस कार के चालक को गिरफ्तार कर लिया था जो उन तीन आरोपियों में शामिल था, जिन्होंने कोयला लेकर बिलासपुर आए ट्रेलर चालकों को लूटा था।
कोनी थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार पलामू झारखंड के उमेश राम सहित दो अन्य ट्रेलर चालक दिलीप उरांव और कुलदीप उरांव रायगढ़ से कोयला लोड कर गुरुवार को लोखंडी बिलासपुर आ रहे थे। रात करीब 10:30 बजे पुलिस की स्टीकर लगी कार में सवार तीन लडक़ों ने हाथ दिखा कर उनकी गाडिय़ों को रोक लिया। उन्होंने खुद को पुलिस और खनिज अधिकारी बताया और कहा कि वे अवैध और मिलावटी कोयले का परिवहन कर रहे हैं। ड्राइवरों के रुपये नहीं देने पर उन्होंने ड्राइवरों को जबरदस्ती नीचे उतारा और गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी। उमेश राम की जेब में रखे 21 हजार रुपए और तीनों ट्रेलर चालकों की बिल्टी लूट कर वे भाग गए थे। इसके बाद जब वे दूसरे शिकार की तलाश करने लगे तो तुर्काडीह पुल के पास उन्होंने कई ट्रकों को रुका देखा और सडक़ पर भीड़ थी। इससे आरोपी घबरा गए और कार को कोनी थाने के सामने छोडक़र भाग गए। तीन दिन तक कार पुलिस थाने में पड़ी थी। इसके बाद पुलिस ने इनमें से एक आरोपी काशी प्रसाद जायसवाल उर्फ छोटू (18 वर्ष) को रविवार को रिवर व्यू के पास से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी सिंगरौली जिले के सरई ग्राम का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक गायत्री पाटले कार और ड्राइवर को छुड़ाने के लिए थाने पहुंची। उसने थाने में रौब झाड़ा कि वह खुद पुलिस वाली है। जब पुलिस ने पूछा कि उसकी किस जगह पोस्टिंग है तो वह हड़बड़ा गई। उसने कहा कि वह छत्तीसगढ़ी फिल्म, एलबम आदि में काम करती है। इसके बाद भी उसने आगे यह झूठ बोला कि कार का इस्तेमाल लूट में नहीं किया गया है। कार को तो उसका पति घर से लेकर गया था। पुलिस ने पति को बुलाने कहा तो वह फिर फंस गई। उसका पति संजय भूषण महाराष्ट्र के चंद्रपुर में नौकरी करता है और वह इस समय वहीं है।
वह पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगी और कहने लगी कि वह लूट में शामिल नहीं थी, सिर्फ कार और ड्राइवर को छुड़ाने के लिए झूठ बोल रही थी। पर पुलिस ने पाया कि कार मालकिन को लूट की वारदात की जानकारी थी। ड्राइवर के बयान से भी यह बात सामने आई है। पिछले साल मारपीट का एक वीडियो भी कोनी से ही वायरल हुआ था, जिसमें उक्त आरोपी महिला को देखा गया था। पुलिस ने लूट के इस मामले में उसे सह-आरोपी बनाया है। मुख्य आरोपी काशी प्रसाद जायसवाल के अलावा लूट में शामिल दो अन्य आरोपी रमाकांत व सुरेन्द्र पटेल की तलाश की जा रही है।


