बिलासपुर

दल से भटके हाथी के हमले से फिर एक ग्रामीण की जान गई, दो दिन में दूसरी मौत
12-Jun-2022 3:51 PM
दल से भटके हाथी के हमले से फिर एक ग्रामीण की जान गई, दो दिन में दूसरी मौत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 जून।
जीपीएम जिले में शनिवार को हाथी ने एक ग्रामीण को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। दो दिन में हाथी के हमले से लगातार यह दूसरी मौत है।

घटना मरवाही के कटरा वन क्षेत्र के बेलझरिया ग्राम की है। मिली जानकारी के अनुसार यहां का रामधन गोंड (47 वर्ष) अपनी पत्नी के साथ घर के समीप के नाले से नहा-धोकर अपने वापस लौट रहा था। घर के पास आने पर उसने देखा कि  एक हाथी बरामदे में रखी बोरियों को फाडक़र धान खा रहा है। रामधन ने शोरगुल मचाना शुरू किया तो हाथी ने उसे अपनी सूंड से लपेटकर जमीन पर पटक दिया। इसके बाद हाथी ने उसे अपने पैरों से कुचल दिया। रामधन की मौके पर ही मौत हो गई। हाथी ने रामधन की पत्नी को भी दौड़ाया लेकिन वह किसी तरह वहां से भागने में सफल हो गई।

मध्यप्रदेश की सीमा से लगे हुए इस वन क्षेत्र में अनूपपुर वन मंडल से आकर तीन हाथियों का एक दल पिछले कई माह से यहां विचरण कर रहा है। इस दल से एक दंतैल हाथी अलग हो गया है। इसी ने ग्रामीण पर हमला किया है। दो दिन पहले शुक्रवार की सुबह इसी ने सिवनी सर्किल के मालाडांड़ के निकट 47 वर्षीय एक मनरेगा मजदूर बदीराम को कुचलकर मार डाला था। इस हाथी ने तब तीन लोगों पर हमला किया था, जिसमें से एक के पैर में चोट लगी है। उसका सेनेटोरियम गौरेला में इलाज चल रहा है। तीसरा भागने में सफल हो गया था ।

विगत दिनों मरवाही वन मंडल के रूमगा के निकट वनक्षेत्र में एक हाथी ने महुआ फल बीन रही 10 साल की एक बच्ची को कुचलकर मार डाला था। इस घटना के 4 दिन बाद
 परासी के निकट एक दंतेल हाथी ने 42 वर्षीय महिला धनिया बाई को पैरों से रौंदकर मार डाला था। उसका 8 वर्षीय पोता घायल हो गया था।
 


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