बिलासपुर

प्रापर्टी डीलर के अपहरण, फिरौती मामले में पुलिस ने दर्ज किया सिर्फ मारपीट का केस, अब तक आरोपी पकड़ से बाहर
29-Mar-2022 6:43 PM
प्रापर्टी डीलर के अपहरण, फिरौती मामले में पुलिस ने दर्ज किया सिर्फ मारपीट का केस, अब तक आरोपी पकड़ से बाहर

आरोपी समीर सूर्यवंशी


‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बिलासपुर, 29 मार्च। प्रॉपर्टी डीलर सचिन जायसवाल के अपहरण और फिरौती के फरार आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि अपहरण के दौरान घटना का मास्टरमाइंड भी कार में मौजूद था। पुलिस पर इस मामले में आरोपियों के साथ नरमी बरतने का आरोप लग रहा है क्योंकि उसने अपहरण और फिरौती का अपराध दर्ज ही नहीं किया है।

ज्ञात हो कि प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाले सचिन जायसवाल (18 वर्ष) के पास कुछ लोग 25 मार्च को जमीन देखने के लिये आए। सचिन उन्हें अपनी गाड़ी में उन्हें जमीन दिखाने ले गए। रास्ते में कट्टा दिखाकर मारपीट करते हुए उन्होंने सचिन को बंधक बना लिया। सचिन ने यह कहकर बचने की कोशिश की कि वह सचिन नहीं उसका रिश्तेदार है और एक मामूली नौकरी करता है। बैमा नगोई के पास आरोपियों ने सचिन से उसके घर फोन कराया और उसे छोड़ने के बदले 5 लाख रुपये फिरौती की रकम लेकर पहुंचने कहा। हिदायत भी दी कि पुलिस को इस घटना की खबर न दी जाये और फिरौती की रकम छोड़ने के लिये केवल महिलाएं पहुंचें। फोन आने पर सचिन के घर के लोग और दोस्त सचिन को लेने के पहुंचे। उन्होंने सचिन को न केवल अपहरण करने वालों से छुड़ा लिया बल्कि एक आरोपी समीर सूर्यवंशी को उन्होंने दबोचकर पकड़ भी लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उससे हिरासत में लेकर पूछताछ की और कोर्ट में पेश किया। उसे जेल भेज दिया गया है। पर घटनास्थल से भागे बाकी आरोपियों को अब तक नहीं पकड़ पाई है।

सरकंडा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी का कहना है कि घटना अपहरण नहीं मारपीट की है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। दूसरी ओर पीड़ित सचिन जायसवाल का कहना है कि पुलिस जांच में अब तक उनका अपहरण करने वालों का नाम सामने नहीं आया है। जिस आरोपी को उन्होंने पुलिस के हवाले किया उससे पुलिस ने जानकारी जुटाई नहीं। घटना के दौरान जिस व्यक्ति ने उसके अपहरण की साजिश रची थी कि वह भी शामिल था।


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