बस्तर

जगदलपुर, 5 जुलाई। टेकामेटा की महिला सब्जी विक्रेताओं द्वारा जानकारी दी गई कि कई दशकों से महिलाएं उसी सडक़ पर सब्जी व्यवसाय कर परिवार का जीवकोपार्जन कर रहीं है। लेकिन अभी हाल में ही बन कर तैयार हुए ऑक्सीजन जोन के कारण उनके भविष्य पर संकट मंडरा रहा है। उन्होंने बताया कि वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा समय समय पर उन्हें यहां से हटने के बारे में मौखिक रूप से कहा गया है। जगदलपुर से चित्रकोट के रास्ते में पडऩे वाले ग्राम पंचायत टेकामेटा की सब्जी विक्रेता महिलाए आज अपनी मांग लेकर जगदलपुर कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं, जहां उन्होंने बस्तर कलेक्टर रजत बंसल से मुलाकात कर अपना ज्ञापन सौंपा।
आज लगभग 20 महिलाएं जिला कार्यालय में पहुंचीं थीं। इन्होंने मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन महानदी भवन के नाम अपना पत्र रजत बंसल से मुलाकात कर दिया। कलेक्टर ने भी इनके पत्र को गंभीरता से पढऩे के साथ ही सभी महिलाओं से उनकी समस्या भी सुनी। उन्होंने मामला वन विभाग का होने की वजह से बस्तर जिला वनमंडल अधिकारी को मार्क कर, ग्रामीण महिलाओं को उनसे मिलकर अपनी समस्या बताने को कहा। इसके बाद सभी महिलाएं वन मंडल अधिकारी कार्यालय पहुंचीं, जहां से उन्हें वनमण्डल अधिकारी के नहीं होने पर विभाग की एसडीओ सुषमा नेताम से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन दिया। सुषमा नेताम ने महिलाओं को आश्वस्त किया कि ऑक्सीजन जोन बनने से उनके व्यवसाय को कोई भी नुकसान नहीं होगा और उन विक्रेताओं को नहीं हटाया जाएगा।
एक महिला व्यवसायी पाकली बाई ने हमें जानकारी दी कि वन विभाग के कर्मचारी कहते हैं कि अब ऑक्सीजन जोन पार्क बन कर तैयार हो चुका है, जब इसका उद्घाटन होगा तो तुम सब को यहां से हटाया जाएगा। इसलिए अब अपनी सब्जी इस जगह से कहीं और जाकर लगाओ। उन्होंने आगे बताया कि हम सभी बस सरकार से अपने सब्जी बेचने के लिए छोटी सी जगह चाहते है, जो इस जगह के पास ही हो। महिलाओं ने हमें उक्त स्थान दिखाया जहां वे अपनी सब्जी की छोटी सी हटरी बनाना चाहती हैं। मौके पर वन विभाग के रेंजर देवेंद्र सिंह वर्मा भी पहुंचे थे। जिन्होंने हमें बताया कि उक्त मांग जायज है, लेकिन नियम में हमें किसी को भी स्थान देने की अनुमति नहीं है। वहीं स्थानीय भाजपा नेता विनायक गोयल ने जानकारी दी कि हम कल ही पंचायत की ओर से एक प्रस्ताव तैयार कर, कलेक्टर से चर्चा करेंगे।
जिसमें महिलाओं के सब्जी विक्रय के लिए पंचायत से व्यवसायिक परिसर का निर्माण करवाने के बारे में कहेंगे।