बस्तर

एसआईआर प्रक्रिया से बस्तर के हजारों लोगों के नाम सूची से काटे जाने का खतरा मंडरा रहा- भूपेश
11-Nov-2025 10:09 PM
एसआईआर प्रक्रिया से बस्तर के हजारों लोगों के नाम सूची से काटे जाने का खतरा मंडरा रहा- भूपेश

पूर्व सीएम ने कहा-दिल्ली ब्लास्ट, अमित शाह लें जिम्मेदारी या पद छोड़ें

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 11 नवंबर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को जगदलपुर के राजीव भवन में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान केंद्र और राज्य सरकार पर तीखे शब्दों में हमला बोला।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में चल रही एसआईआर प्रक्रिया से बस्तर के हजारों लोगों के नाम सूची से काटे जाने का खतरा मंडरा रहा है। बघेल ने कहा कि प्रशासन ग्रामीणों से ऐसे दस्तावेज़ मांग रहा है, जो अधिकांश बस्तरवासियों के पास मौजूद ही नहीं हैं। सरकार ने यह प्रक्रिया शुरू तो कर दी, लेकिन न तो किसी राजनीतिक दल से चर्चा की गई, न ही सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। यह सीधा-सीधा बस्तर के आम ग्रामीणों के अस्तित्व और अधिकारों पर हमला है। जिनके पास दस्तावेज नहीं हैं, उनके नाम काट दिए जाएंगे, यह बहुत गंभीर स्थिति है।

 उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार इस पूरी प्रक्रिया में इतनी जल्दबाजी क्यों दिखा रही है, जबकि बस्तर जैसे इलाकों में दस्तावेज़ी पहचान का ढांचा बहुत कमजोर है। बघेल ने कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक मंशा से प्रेरित लगती है, ताकि आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोगों को अधिकारों से वंचित किया जा सके।

प्रेस वार्ता में दिल्ली में हुए ब्लास्ट का मुद्दा उठाते हुए भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा सरकारी तंत्र विपक्षी नेताओं की निगरानी में लगा दिया गया है, जबकि राजधानी की सुरक्षा भगवान भरोसे है। अमित शाह की नाक के नीचे राजधानी दिल्ली में इतनी बड़ी घटना हो गई इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। अगर अमित शाह को केवल चुनाव प्रचार ही करना है, तो गृह मंत्रालय छोड़ देना चाहिए। देश की आंतरिक सुरक्षा मज़ाक बन चुकी है। गृहमंत्री को या तो जिम्मेदारी लेनी चाहिए या फिर पद से इस्तीफ़ा देना चाहिए।


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