बलरामपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 3 अप्रैल। संभाग की सबसे जर्जर सडक़ से अब लोगों को जल्द ही राहत मिलती दिखाई दे रही है। एनएच 343 अम्बिकापुर से रामानुजगंज को जोडऩे वाले इस सडक़ में पेड़ों की कटाई प्रारंभ हो गई है। वन विभाग द्वारा अलग-अलग टीमें बनाकर पेड़ों की कटाई जोर शोर से शुरू कर दी है। पेड़ों की कटाई होते ही सडक़ निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
इन दिनों एनएच 343 राष्ट्रीय राजमार्ग अम्बिकापुर रामानुजगंज से झारखंड को जोडऩे वाले सडक़ पर बने बड़े बड़े गड्ढों से लोग बेहद परेशान हैं, पर अब जल्द ही लोगों को राहत मिलने वाला है। एनएच 343 पर कार्य अब जोर पकड़ रहा है।
सडक़ निर्माण की प्रक्रिया में बाधा बने पेड़ों की कटाई प्रारंभ हो गई है। बुधवार से राजपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पेड़ों की कटाई वन विभाग द्वारा प्रारंभ कर दी गई है। पेड़ कटाई के लिए वन विभाग ने कई टीम लगाए हैं, जिससे कटाई का काम जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। पेड़ों की कटाई पूरा होते ही सडक़ निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
पंद्रह दिनों में पूरी करनी होगी पेड़ों की कटाई
राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 343 निर्माण में सबसे बड़ी बाधा पेड़ों की थी, परंतु वन विभाग को इसकी रकम मिलने के बाद अब इस पर कार्य प्रारंभ हो गया है। वन विभाग की टीम पंद्रह दिनों में पेड़ों की कटाई का कार्य पूर्ण करेगा जिसके बाद सडक़ बनाने की प्रक्रिया तेज हो जाएगा।
विगत दिनों बलरामपुर में बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने भी सडक़ निर्माण में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे। उन्होंने वन विभाग को पेड़ कटाई के लिए टीमें बढ़ाकर पंद्रह दिनों के अंदर पेड़ो की कटाई कार्य पुर्ण करने के भी निर्देश दिए थे।
पेड़ों की कटाई पूर्ण होते
प्रारंभ होगा निर्माण कार्य
वन विभाग द्वारा पेड़ों की कटाई का कार्य पूर्ण होने के बाद सडक़ निर्माण प्रारंभ हो जाएगा। सडक़ निर्माण के लिए ठेकेदारों से अनुबंध की प्रक्रिया पुर्ण की जा चुकी है। पेड़ों की कटाई कार्य पुर्ण होते ही ठेकेदार को निर्माण कार्य के लिए हैंडओवर कर दिया जाएगा।
सडक़ निर्माण के लिए लगभग 14000 पेड़ों की कटाई की जाएगी। राजपुर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत वन विभाग में पडऩे वाले 8184 पेड़ एवं राजस्व विभाग में पडऩे वाले 1568 साल सागौन बाँस व अन्य प्रकार के पेड़ काटे जाएंगे।
30 मीटर बनेगी सडक़
एनएच 343 के अधिकारियों ने बताया कि सडक़ 30 मीटर चौड़ाई का बनेगा। बीच सडक़ से 15 - 15 मीटर दोनों ओर सडक़ का निर्माण कराया जाएगा,जिसमें 10 मीटर का डामरीकृत सडक़ सहित साइड शोल्डर एवं नाली भी बनेगा, कहीं-कहीं सडक़ का लोकेशन चेंज हुआ है टीम सर्वे कर रहा है।
अम्बिकापुर से रामानुजगंज को जोडऩे वाले इस सडक़ का निर्माण दो खंडो में किया जाएगा। रजपुरी खुर्द से पाढ़ी तक 49 किलोमीटर लागत 397 करोड़ रुपये एवं बलरामपुर से रामानुजगंज 29 किलोमीटर कुल लागत लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से सडक़ बनाई जाएगी।सडक़ निर्माण के लिए रजपुरी खुर्द से पाढ़ी तक शांति इंजी कॉम कोरबा एवं बलरामपुर से रामानुजगंज तक मेसर्स श्याम इंफ्राबिल्ड कोलकाता की कंपनी को टेंडर दिया गया है।
राजपुर नगर में नहीं होगा तोड़ फोड़
एनएच 343 निर्माण कार्य के दौरान राजपुर नगर वासियों को राहत मिलता दिखाई दे रहा है।एनएच के अधिकारियों ने बताया कि राजपुर शहर में सडक़ निर्माण के लिए पुराने नक्शे में पर्याप्त जगह मिल रहा है। अभी जो सडक़ है इसी एलाइमेंट में 15-15 मीटर दोनों ओर सडक़ निर्माण का कार्य कराया जाएगा।अन्य जगहों पर कहीं कहीं एलाइमेंट के आधार पर सडक़ का निर्माण कराया जाएगा।
पेड़ कटाई के लिए 11 टीमें लगाई गई है-निखिल लकड़ा
निर्माण कार्य को लेकर एसडीओ निखिल लकड़ा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि ठेकेदारों से अनुबंध की कार्यवाही की जा चुकी है,ठेकेदार द्वारा सर्वे का कार्य किया जा रहा है। पेड़ों के कटाई होने के बाद सडक़ कार्य प्रारंभ कराया जाएगा। ट्री कटिंग ही सबसे बड़ा व्यवधान है। बलरामपुर कलेक्टर के निर्देश पर पेड़ कटाई के लिए 11 टीमें लगाई गई हैं।