बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजनगर, 9 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ खण्ड रामानुजनगर में विजयादशमी उत्सव के अवसर पर पथ संचलन एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय स्वयं सेवकों के मुख्य 6 उत्सवों में एक विजयादशमी का उत्सव भी रामानुजनगर में प्रति वर्ष भारी उत्साह पूर्वक मनाया जाता है। खण्ड कार्यवाहक राजेश साहू ने बताया कि पथ संचलन में खण्ड के स्वयं सेवकों ने हिस्सा लिया तथा शस्त्र पूजन किया गया।
कार्यक्रम में अध्यक्षता वरिष्ठ स्वयं सेवक राजलाल राजवाड़े ने की। उनके द्वारा कहा गया कि संघ एक विचार धारा है। प्रांत शारीरिक प्रमुख नन्ही राम दीवान विजयदशमी उत्सव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह उत्सव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना का दिवस है। 27 सितम्बर 1925 को महाराष्ट्र के नागपुर के मोहितेवाड़ा में संघ चालक डॉ. केशवराम बलिराम हेडगेवार के द्वारा स्थापित किया गया।
दुनिया के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी। इस साल विजयदशमी के दिन संघ अपने 97 साल पूरे कर लेगा और 2025 में ये संगठन 100 साल का हो जाएगा। संघ के प्रथम सरसंघचालक हेडगेवार ने अपने घर पर 17 लोगों के साथ गोष्ठी में संघ का क्या नाम होगा, क्या क्रियाकलाप होंगे सब कुछ समय के साथ धीरे-धीरे तय होता गया. उस वक्त हिंदुओं को सिर्फ संगठित करने का विचार था. यहां तक कि संघ का नामकरण ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ भी 17 अप्रैल 1926 को हुआ।
जिला सहकार्यवाहक अभिषेक उपाध्याय, खंड कार्यवाहक राजेश साहू खंड संचालन बृजेश राजवाड़े, खंड कार्यवाहक अमितेश दुबे, सुनील साहू, अमिताभ शर्मा, प्रशांत उपाध्याय, बजरंग गुप्ता, यादवेंद्र दुबे, प्रदीप झा, एवं काफी संख्या में स्वयंसेवक पथ संचलन में उपस्थित थे। पथ संचालन में स्वयंसेवको पर माताओं बहनों द्वारा चौक चौराहों में फूलों की वर्षा की गई।


