बलरामपुर

महिलाओं ने जीवित्पुत्रिका व्रत रखा
18-Sep-2022 7:52 PM
महिलाओं ने जीवित्पुत्रिका व्रत रखा

रामानुजगंज,18 सितंबर।संतान के उज्जवल भविष्य और लंबी आयु के लिए महिलाएं अश्वनी माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत करती है जिसे जितिया, जिउतिया व्रत भी कहते हैं। नगर में यह पर्व धूमधाम से मनाया गया नगर के प्राचीन राम मंदिर में महिलाओं की भारी भीड़ सामूहिक पूजा अर्चना के लिए उमड़ी वही नगर के अन्य मंदिरों में भी महिलाओं के द्वारा सामूहिक रूप से पूजा अर्चना की गई जितिया व्रत को लेकर महिलाओं में उत्साह देखते बन रहा था वही बाजार भी जितिया से उपयोगी सामग्री से पटा पड़ा था।

 

जितिया पर्व 3 दिन का कठिन व्रत होता है जो कृष्ण पक्ष की सप्तमी से शुरू होकर नवमी तक चलता है यह छठ व्रत की तरह ही इस व्रत में पहले दिन नहाय खाय है और दूसरे दिन निर्जला व्रत और तीसरे दिन पारण होता है। इस वर्ष बड़ी संख्या में महिलाओं के द्वारा जितिया पर्व किया गया नगर के वार्ड क्रमांक 9 में स्थित प्राचीन राम मंदिर में सामूहिक रूप से पूजा अर्चना करने के लिए महिलाओं भारी भीड़ भीड़ उमड़ी वही नगर के अन्य मंदिरों में भी सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना हुई। राम मंदिर के मुख्य पुजारी सुदर्शन दुबे ने बताया कि जितिया व्रत संतान के सुख और सौभागय के लिए रखा जाने वाला व्रत है पुत्र की दीर्घायु आरोग्य और सुखी जीवन के लिए इस दिन माताएं व्रत रखती हैं।


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