बलरामपुर

नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं विधिक जागरूकता शिविर का शुभारंभ
28-May-2022 9:55 PM
नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं विधिक जागरूकता शिविर का शुभारंभ

रामानुजगंज, 28 मई। अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण,जिला एवं सत्र न्यायाधीश बलरामपुर रामानुजगंज सिराजुद्दीन कुरैशी के मार्गदर्शन एवं जिला प्रशासन बलरामपुर के सहयोग से विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर जिला जेल रामानुजगंज में नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं विधिक जागरूकता शिविर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अध्यक्ष/जिला न्यायाधीश थे।

विशेष अतिथि के रुप में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशीष पाठक, द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मधुसूदन चंद्राकर, जिला कलेक्टर कुंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, वनमण्डलाधिकारी विवेकानंद झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत कतलम, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रामानुजगंज  रेशमा बैरागी, अधीक्षक जिला जेल रामानजगंज जीएस मरकाम, एसडीओपी सूर्य नारायण चंद्रवंशी, लोक अभियोजक विपिन बिहारी सिंह, अध्यक्ष अधिवक्ता संघ आरके पटेल लीगल एड क्लीनिक के अधिवक्ता अवधेश गुप्ता, अधिवक्ता अविनाश गुप्ता, राकेश पाण्डेय जी के साथ जिला जेल रामानुजगंज क समस्त स्टॉफ उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर द्वीप प्रज्वलित करते हुए किया गया। तत्पश्चात् अध्यक्ष/जिला न्यायाधीश ने जिला जेल रामानुजगंज के उपस्थित विचाराधीन बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर इंसान में गुण होते है, कमी सिर्फ इस बात की होती है कि लोगो को अपनी गुण की, अपनी काबिलियत की, अपनी हुनर की, पहचान नही होती। जेल में रहने के दौरान आप सभी इन बातों पर अवश्य विचार करें कि ऐसी कौन सी गलती थी जो आज आपको यहां ले आई है। इस सुधारगृह में रहने के दौरान आपके पास सोचने के लिए पर्याप्त समय है आप अवश्य अपने आप पे विचार करें कि ऐसी कौन सी भूल हुई, जिस कारण से आज आप अपने परिवार से दूर इस सुधारगृह में हैं। आप जब यहा से निकले तो एक सकारात्मक सोच के साथ घर जायें।

जिला कलेक्टर कुंदन कुमार ने सभी विचाराधीन बंदियों को संबोधित करते हुये कहा कि आज के इस दौर में जब हम परेशानियों की बात करते हैं तो हमारे सामने सबसे बडा मुददा नशे का मुददा नजर आता है। जो व्यक्ति नशे का आदि हो जाता है वह व्यक्ति स्वयं तो सामाजिक एवं आर्थिक परेशानियों से घिरा रहता ही है साथ ही साथ अपने बच्चों एवं अपने परिवार वालों के परेशानियों का कारण भी बन जाता है, जिसके कारण उसके बच्चे अशिक्षा की ओर जाने लग जाते हंै और शिक्षा से वंचित हो जाते है। हमे इस नशे को जड से उखाड फेकने का पूर्ण प्रयत्न करना चाहिए क्योकि नशा आगे चलकर एक बहुत बडा बिमारी का रूप ले लेता है जिसमे से एक कैंसर है। जिस घर में नशे के कारण किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है उस घर के परिवार वालों का हाल दयनीय हो जाता है। आज आप सभी सुधारगृह में है इसका यह मतलब है कि आपके पास गलतियों के सुधार का एक अच्छा मौका है इस मौके का लाभ उठाइयें। अपने वक्तव्य के अंत में जिला कलेक्टर कुंदन कुमार ने सभी विचाराधीन बंदियों को संबोधित करते हुये जिला जेल रामानुजगंज में एक खुले जिम की व्यवस्था बहुत जल्द प्रारंभ करने की घोषणा की।

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने सभी विचाराधीन बंदियों को संबोधित करते हुये कहा कि नशा करना आसान है लेकिन नशे के बाद के दूष्परिणाम को झेलना बहुत गंभीर है। जितनी आसानी से कोई व्यक्ति नशे का आदि हो जाता है, उससे कही अधिक परेशानियों का सामना उसे नशा मुक्त होने में करना पडता है। नशा केवल एक व्यक्ति को ही प्रभावित नही करता बल्कि उसके आस पास के पूरे वातावरण को दूषित करता है।

मधुसूदन चंद्राकर द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सभी विचाराधीन बंदियों को संबोधित करते हुये कहा कि नशीला पदार्थ वो चाहे गुटका हो या तम्बाकू परेशानियों का घर है, जो आपको किसी भी परिस्थिति में लाभ नही दे सकती। सिगरेट के एक छोर को आप जलाते है तो दूसरी ओर परिवार की खुशियां जलती है। नशीला पदार्थ का सेवन मुर्खता की निशानी है। जो व्यक्ति तम्बाकू, गुटका को निमंत्रण देता है वो मौत को निमंत्रण देता है। नशीले पदाथों के सेवन में कमी तभी आयेगी जब इसके निषेध के लिए आप कदम उठायेंगे।


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