बलरामपुर
कलेक्टर-डीईओ से की शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,29 मार्च। मुन्ना भाई एमबीबीएस के तर्ज पर एक शिक्षक के द्वारा विगत 4 वर्षों से अपने जगह दूसरे युवक को रखकर बच्चों को पढ़ाए जाने का कार्य किया जा रहा था, वहीं शिक्षक के द्वारा गांव में ही 2016 में अपना निजी शिक्षण संस्था खोलने के बाद स्कूल में ध्यान नहीं दी जाने व स्कूल की सामग्री अपने निजी शिक्षण संस्थान में ले जाने का आरोप सहित अन्य आरोप का लिखित रूप से 12 बिंदुओं में शिकायत समाजसेवी संतोष यादव ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी से की।
कलेक्टर -डीईओ को सौंपे ज्ञापन में उल्लेख किया है कि प्रधानपाठक बृज किशोर यादव का गृह ग्राम नवाडीह है, जो यहां 2004 से पदस्थ है, वहीं उनके द्वारा 2016 में अपना निजी शैक्षणिक संस्था खोला गया, जिसके बाद स्कूल में ध्यान नहीं देते थे व अब तो स्थिति और गड़बड़ हो गई है। बृज किशोर यादव के द्वारा विगत 4 वर्षों से अपने स्थान पर गांव के एक युवक को रखकर पढ़वाया जा रहा था।
संतोष यादव ने बताया कि जिस युवक को बच्चों को पढ़वाने के लिए रखा गया था, उसका भुगतान 4 हजार रुपये मासिक एमडीएम से बचे पैसे से होता था, इस प्रकार एमडीएम में भी गड़बड़ी की जाती थी। संतोष यादव ने आरोप लगाया कि क्षेत्र के शासकीय स्कूलों में लगातार बच्चों की संख्या घट रही है, वहीं बृज किशोर यादव के द्वारा गरीब आदिवासी बच्चों के अभिभावकों समझा-बुझाकर अपने निजी शिक्षण संस्थान में नाम लिखवाया जा रहा है।संतोष यादव ने आरोप लगाया कि स्कूल में जो टेबल बेंच खेल सामग्री व अन्य सामग्री स्कूल को मिला था, उसे बृज किशोर यादव के द्वारा अपने निजी शैक्षणिक संस्था में ले जाया गया। संतोष यादव ने बताया कि बृजकिशोर यादव पहले भी ठेकेदारी करते रहे हैं, वहीं अब अपना स्कूल खोलने के बाद शासकीय स्कूल की ओर इनका ध्यान बिल्कुल नहीं है. जब भी उनकी शिकायत हुई है वे अपने राजनीतिक धौंस जमा कर कार्रवाई से हमेशा बचे हैं जिस कारण इनका मनोबल बढ़ा हुआ है।


