बलरामपुर
जांच के बाद कार्रवाई करने जनप्रतिनिधियों को दिया आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर, 25 मार्च। जिला मुख्यालय में राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि धीरज सिंह देव के नेतृत्व में जनाक्रोश पदयात्रा निकाली गई। पदयात्रा बलरामपुर मुख्यालय से वन संरक्षक वन्य प्राणी कार्यालय अंबिकापुर का घेराव करने के लिए बलरामपुर से अंबिकापुर के लिए निकाली गई। इस पदयात्रा में ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में महिला पुरुष शामिल हुए।
पदयात्रा कुछ दूर निकली ही थी कि सेमरसोत अभ्यारण के डीएफओ प्रभाकर खलखो, रेंजर डीपी सोनवानी एवं वन विभाग के कर्मचारी पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे धीरज सिंह देव को रास्ते में रोककर उनसे बातचीत की गई।
बातचीत के दौरान वन विभाग सेमरसोत अभ्यारण के डीएफओ ने धीरज सिंह देव और पदयात्रा में शामिल जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुए बताया कि सेमरसोत अभ्यारण के वनपाल विजयनाथ तिवारी के खिलाफ जो शिकायत की गई थी, उस पर उन्हें तत्काल प्रभाव से मुख्यालय अंबिकापुर में अटैच कर दिया गया है, और उनके खिलाफ जांच की जा रही है, जांच उपरांत कार्रवाई की जाएगी।
वन विभाग के अधिकारियों ने धीरज सिंह देव को लिखित में भी पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि उनके खिलाफ कार्रवाई चल रही है। जांच के उपरांत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी और भविष्य में उनकी पोस्टिंग बलरामपुर जिले में नहीं की जाएगी।
पदयात्रा में शामिल जनप्रतिनिधि एवं धीरज सिंह देव ने अपनी पदयात्रा को वहीं पर रोक दी और तीन दिवस के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की बात कही। यात्रा में शामिल जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी अभ्यारण के डीएफओ एवं रेंजर से विजयनाथ तिवारी की शिकायत की।
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है, कई जगहों पर उनके द्वारा लोगों से पैसे लेने की भी बात कही गई। जिस पर सभी ग्रामीणों की बात अभ्यारण क्षेत्र के डीएफओ ने सुनी और सभी की शिकायतों को सुनने के पश्चात उन्होंने बताया कि जांच चल रही है, जांच के उपरांत कार्रवाई की जाएगी।
राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि धीरज सिंह देव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए आरोप लगाते बताया कि वनपाल विजयनाथ तिवारी के द्वारा सेमरसोत जंगलों में अवैध कटाई कराई गई है। जिसको लेकर उनके द्वारा पूर्व में डीएफओ एवं वन संरक्षक वन प्राणी कार्यालय में उनके खिलाफ शिकायत की गई थी, लेकिन कई दिनों के बीत जाने के बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। जिसको लेकर जनता में आक्रोश उठने लगा था। कार्रवाई नहीं होता देख उनके द्वारा 80 किलोमीटर पैदल चलकर वन संरक्षक वन्य प्राणी कार्यालय घेराव करने की रणनीति बनाई गई थी। इसमें बड़ी संख्या जनप्रतिनिधियों के साथ ग्रामीण शामिल हुए।
पदयात्रा कुछ किलोमीटर चली थी कि अभ्यारण क्षेत्र के अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा कार्रवाई करने का आश्वासन देकर पदयात्रा को समाप्त कराया गया। धीरज सिंह देव ने कहा कि समय के अंदर यदि कार्रवाई नहीं की जाती है तो उग्र आंदोलन की जाएगी।
इस रैली में जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष भानु प्रकाश दीक्षित, भाजपा युवा मंडल अध्यक्ष आशीष, अमर सिंह, पुष्कर सिंह, मनीष सिंह, बनारसी गुप्ता, चंद्रदेव सिंह, शिवम सिंह, सत्यम सिंह, जितेंद्र श्रीवास्तव, अनूप गुप्ता शामिल हुए।


