बलरामपुर
वन विभाग ने की आपत्ति, ठेकेदार के विरुद्ध प्राथमिक क्षति रिपोर्ट की दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 28 फरवरी। जल संसाधन विभाग संभाग क्रमांक 2 रामानुजगंज एक बार फिर विवादों के घेरे में है। विभाग के द्वारा 3 वर्ष पूर्व वन विभाग के द्वारा लगाए गए प्लांटेशन एरिया में ले आउट देकर बांध निर्माण का काम करवाया जा रहा है, जिसे लेकर वन विभाग ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध प्राथमिक क्षति रिपोर्ट दर्ज की गई है।
जल संसाधन संभाग क्रमांक 2 रामानुजगंज के द्वारा रामचंद्रपुर विकासखंड के पिपरोल के चेचरापारा में 2 करोड़ 60 लाख लागत से बांध का निर्माण कराया जा रहा है, परंतु इसमें दिलचस्प बात यह है कि विभाग के इंजीनियर के द्वारा प्लांटेशन एरिया में ही ले आउट देकर काम कराया जा रहा है।
यहां पर विभाग के द्वारा बांध का निर्माण कराया जा रहा है, वह कक्ष क्रमांक 3552 है, जहां 2017-18 में मिश्रित प्लांटेशन कराया गया है, परंतु विभाग के ठेकेदार द्वारा प्लांटेशन एरिया में ही बांध का निर्माण कराया जा रहा है, जबकि रेंजर संतोष पांडे के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर कार्य रोके जाने के भी निर्देश दिए थे।
इस संबंध में रेंजर संतोष पांडे ने कहा कि जानकारी जैसे ही मिली कि प्लांटेशन एरिया में बांध का कार्य कराए जा रहे हैं, तत्काल मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची थी एवं कार्य बंद करने के निर्देश दिए थे, वहीं ठेकेदार जेपी गुप्ता के विरुद्ध प्राथमिक क्षति रिपोर्ट दर्ज की गई है, कोर्ट चालान भी पेश किया जाएगा।
इस संबंध में जल संसाधन विभाग के उप अभियंता सुजीत गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा बांध बनाने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है, परंतु जब उनसे यह पूछा गया कि प्लांटेशन एरिया में ? तो इसमें वे गोलमोल जवाब देकर बात को टाल दिए।
बड़ी संख्या में काट दिए गए पेड़
जिस प्रकार से प्लांटेशन एरिया में जल संसाधन विभाग के ठेकेदार के द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य कराते हुए बड़ी संख्या में जहां पेड़ों को काट दिया गया, वहीं प्लांटेशन के पौधों को भी बड़ी संख्या में नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वन विभाग के द्वारा मना करने के बाद भी ठेकेदार के द्वारा दबंगई पूर्वक कार्य कराए जा रहे हैं।


