बलौदा बाजार

वाटर एटीएम के नाम पर नागरिकों से छलावा
21-Feb-2023 3:57 PM
वाटर एटीएम के नाम पर नागरिकों से छलावा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 21 फरवरी।
बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में स्थानीय नागरिकों सहित बाहर से आने जाने वाले लोगों को पीने के लिए स्वच्छ जल उपलब्ध कराने स्वच्छ जल भारत मिशन व मेक इन इंडिया योजना के तहत गरीब 5 वर्ष पूर्व राइट वाटर एटीएम के नाम से संचालित महत्वाकांक्षी योजना जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते दम तोड़ चुकी है।

नगर में दो स्थानों पर नगरी निकाय के माध्यम से संचालित मिनरल वाटर एटीएम के नाम से पहचाने जाने वाले वाटर हाउस में गत 3 वर्षों से ताला लटका हुआ है।
इस संबंध में शिकायत करने पर संचालित करता है एजेंसी द्वारा खामियों को सुधार कर चंद दिनों तक सुविधा उपलब्ध कराने के बाद पुन: बंद कर दिया जाता है। करीब 35 लाख की लागत वाली इस योजना के संचालन में लगातार लापरवाही बरतने वाली एजेंसी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बजाय, इस योजना की देखरेख करने की जिम्मेदारी निभाने वाला नगरी निकाय द्वारा इसकी लगातार अनदेखी की जा रही है।

बताया गया है कि नगरी निकाय प्रशासन द्वारा राइट वाटर सलूशन प्राइवेट लिमिटेड राइट वाटर हाउस अबाझरी नागपुर को प्रदेश स्तर पर सभी नगरीय निकायों के लिए ठेकेदार नियुक्त किया गया था। इसके तहत नगर पालिका द्वारा नगरी क्षेत्र में लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से करीब 35 लाख की लागत से नगर में दो स्थानों पर उक्त फर्म के माध्यम से मिनरल वाटर हाउस स्थापित किया गया है। इस बारे में बताया गया है कि 18 अप्रैल 2017 को उक्त फर्म से अनुबंध कर 19 अप्रैल 2017 का आदेश जारी करने के उपरांत लगभग 6 माह पश्चात राइट वाटर के नाम से नए बस स्टैंड के समीप व जनपद कार्यालय के सामने वाटर एटीएम स्थापित कराया गया था। लोगों को स्वच्छ मिनरल वाटर उपलब्ध कराने के लिए इस फर्म द्वारा वाटर एटीएम कार्ड जारी कर एक रुपए में 5 लीटर मिनरल वाटर तथा इस एटीएम में 1 का सिक्का डालने पर 1 लीटर मिनरल वाटर निकलने के लिए वाटर एटीएम के सामने दो टोलियां लगाई गई थी, जिससे लोगों को आसानी पूर्वक शुद्ध पेयजल मिल रहा था, लेकिन 1 वर्षों बाद वाटर एटीएम लगातार बंद रहने से लोग परेशान होकर इसे छलावा करार दे रहे हैं।

बताया गया है कि क्षेत्र में नलकूपों से निकलने वाले पानी में चूना की मात्रा निर्धारित मानक से अधिक होने के कारण लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके कारण वाटर एटीएम खोलने पर मिली सुविधा के अचानक बंद होने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
अनुबंध शर्तों के मुताबिक ठेकेदार फर्म द्वारा वाटर एटीएम हाउस का निर्माण करने के उपरांत प्रत्येक वाटर एटीएम हाउस में एक कर्मचारी की नियुक्ति करना तथा स्थापित आरो प्लांट में आने वाली खामियों को तुरंत दूर कर लोगों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराना शामिल है। तथा 7 वर्षों तक इसका रखरखाव व संचालन करना भी शर्तों में शामिल है, लेकिन फर्म द्वारा वाटर एटीएम हाउस के संचालन के लिए कभी भी स्थाई कर्मचारी नहीं रखा गया तथा कुछ महीनों तक पार्ट टाइम के लिए स्थानीय व्यक्ति को रखकर एटीएम संचालन की जिम्मेदारियों दे दी गई थी, लेकिन 1 साल के पश्चात से अधिकांश दिनों में खोले गए वाटर एटीएम हाउस के दस्तावेज पर बाहर ताला लटका हुआ है।

मुख्य नगर पालिका अधिकारी यमन देवांगन ने कहा, नगर में स्थापित वाटर एटीएम महीनों से बंद रहने की शिकायत मिली है। एजेंसी को तुरंत खराबी सुधार कर अनुबंध शर्तों का पालन करने कहा गया है। एक 2 दिनों के भीतर संचालन प्रारंभ नहीं किया गया तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
 


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