बलौदा बाजार

शकुंतला की मांग पर कृषि मंत्री ने दिया आदेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 1 अक्टूबर। विधायक कसडोल एवं संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने अल्प वर्षा से प्रभावित किसानों की अपेक्षा के अनुरूप खेतों का मुआयना किया, जिसमें खेतों में बालियां निकल रही है किंतु खेत सूखे हुए हैं। किसानों ने हालात की जानकारी देते हुए शकुंतला साहू के कहा कि यदि फसल पकने के लिए खेतों को सिचाई अंतिम पानी नहीं मिला तो धान का पकना मुश्किल हो जाएगा। जिस पर तत्काल जलसंसाधन मंत्री रविंद्र चौबे से भेंट कर फसलों की हालात से अवगत कराते हुए गंगरेल से नहरों में पानी छोडऩे की मांग की। जिस पर उन्होंने जलसंसाधन विभाग को पानी देने का निर्देश दिया है।
संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने किसानों को आश्वस्त किया है कि गंगरेल से सम्बद्ध कसडोल क्षेत्र के पलारी सण्डी लवन के अलावा बलौदाबाजार क्षेत्र को भी सिचाई पानी मिल सकेगा। पलारी विकास खण्ड के कई गांव अल्प वर्षा से जूझ रहे किसानों के फसलों को पानी की जरूरत होने और लगातार नहरों में पानी छोडऩे की मांग पर कसडोल विधायक संसदीय सचिव शकुंतला साहू ने अपने क्षेत्र कई गांवों का दौरा किया और खेतों का हाल भी जानी जहा फसलों को पकने से लैकर उसके पैदावारी के लिए नहर से पानी छोडऩे की जरूरत होने पर उन्होंने तत्काल विभागीय मंत्री रविन्द्र चौबे को किसानों और फसलों की हालत से अवगत कराकर कसडोल और बलौदाबाजार के किसानों के लिए तत्काल गंगरेल बांध से पानी छोडऩे के लिए मंत्री से आग्रह की जिस पर विभागीय मंत्री श्री चौबे ने विधायक शकुंतला साहू की बातों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल नहरों से पानी छोडने का आदेश दिया है।
वही संसदीय सचिव शुश्री साहू ने कहा कि उनके विधानसभा के साथ साथ बलौदाबाजार के के किसानों ने भी उनको संसदीय सचिव होने के नाते फसलों के लिए तत्काल पानी छोडऩे की मांग किये वही बहुत से किसानों ने खेतों का मुआयना करने का भी आग्रह किये जिस पर वे स्वंम खेतो में जाकर फसलों का स्थिति देखी शुश्री साहू ने कहा कि वे खुद किसान की बेटी है और उसको खेती किसानी के बारे में बहुत अच्छे से जानकारी है, वो समझ सकती है किसानों के स्थिति को जब लास्ट पानी की कमी के कारण फसल नहीं होता तो किसानों की क्या दुर्दशा होती है।
उन्होंने आगे कहा कि छतीसगढ़ की कांग्रेस की भूपेश सरकार किसानों की विकास के लिए वचनबद्ध है। उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के साथ दूर कर रहे है आज छतीसगढ़ के किसान सबसे ज्यादा खुशहाल है, क्योंकि भारत का पहला प्रदेश छतीसगढ़ जहा किसानों को उसकी उपज का सही दाम 2500 रुपये प्रति किविंटल में धान की खरीदी किया जा रहा है।