राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 18 मार्च । बिहार में एनडीए गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। बिहार में भाजपा 17 और जेडीयू 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी हाजीपुर सहित 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के खाते में एक-एक सीट गई है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं बिहार प्रभारी विनोद तावड़े, बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से राजू तिवारी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से रजनीश कुमार ने भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीटों के बंटवारे का ऐलान किया।
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव एवं बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने सीट बंटवारे की घोषणा करते हुए बताया कि भाजपा बिहार में 17 और जनता दल यूनाइटेड 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम के खाते में एक-एक सीटें आई हैं।
विनोद तावड़े ने लोकसभा सीट वाइज बंटवारे की जानकारी देते हुए बताया कि भाजपा पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, मधुबनी, अररिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, सारण, उजियारपुर, बेगूसराय, नवादा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर और सासाराम यानी बिहार की 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू वाल्मिकी नगर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, गोपालगंज, सीवान, भागलपुर, बांका, मुंगेर, नालंदा, जहानाबाद और शिवहर सहित 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
चिराग पासवान की पार्टी हाजीपुर, वैशाली, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई में चुनाव लड़ेगी। जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा गया और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम काराकाट लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी।
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने कहा कि बिहार में जहां विपक्षी गठबंधन में अभी तक स्थिति साफ नहीं है, वहीं, एनडीए गठबंधन में सब कुछ तय हो गया है और हमारा गठबंधन इस बार बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटें जीतने जा रहा है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि 2019 के पिछले चुनाव में बिहार में 3 दल एनडीए में शामिल थे और इस बार दो और दल हमारे साथ जुड़े हैं। एनडीए गठबंधन बिहार में सभी 40 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने जा रहा है।
(आईएएनएस)
अहमदाबाद, 18 मार्च । गुजरात विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को एक नए होस्टल में ट्रांसफर करने की तैयारी है। उनके हॉस्टल में प्रार्थना सत्र के दौरान हुए हमले के मामले में सोमवार को तीन और गिरफ्तारियां हुई।
अंतरराष्ट्रीय छात्रों को ट्रांसफर करने का यह निर्णय तब लिया गया जब हमलावरों ने जबरदस्ती छात्रावास परिसर में प्रवेश किया और नमाज पढ़ रहे लोगों को निशाना बनाया।
अहमदाबाद पुलिस ने कार्रवाई तेज करते हुए सोमवार को तीन और संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया।
हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान क्षितिज कमलेश पांडे, जितेंद्र घनश्याम पटेल और साहिल अरुणभाई दुधतिउवा के रूप में की गई है। उन पर दंगा और हमले सहित आईपीसी की अलग-अलग धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय लड़कों के हॉस्टल में 16 मार्च की रात को हुए हमले में 20-25 लोग शामिल थे।
पीड़ितों में तुर्कमेनिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान के छात्र शामिल हैं, जो आईसीसीआर कार्यक्रम के तहत भारत आए हैं।
कुलपति नीरजा गुप्ता ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को तत्काल दूसरे हॉस्टल में ट्रांसफर करने की घोषणा की, साथ ही सुरक्षा बढ़ाने के निर्दश भी दिए।
गुजरात विश्वविद्यालय ने अपने अंतरराष्ट्रीय छात्र निकाय की चिंताओं और उनकी सुरक्षा को लेकर एक विदेशी छात्र सलाहकार समिति के गठन की भी पहल की है।
हमले में शामिल बाकी लोगों की तलाश पुलिस कर रही है। जांच का नेतृत्व पुलिस उपायुक्त तरुण दुग्गल कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
पटना, 18 मार्च । लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा के बाद सोमवार को राजद को बड़ा झटका लगा। पूर्व सांसद लवली आनंद अपने समर्थकों के साथ राजद को छोड़कर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में शामिल हो गईं।
जदयू के प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक समारोह में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पूर्व सांसद लवली आनंद को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर ललन सिंह में पूर्व सांसद का स्वागत करते हुए कहा कि समता पार्टी के गठन के समय भी ये हमलोगों के साथ थीं और अब फिर से अच्छी जगह आ गई हैं।
जदयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद लवली आनंद ने कहा कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी, उसे पूरी ईमानदारी से निभाएंगे। उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि समाज पर कुठाराघात नहीं सहा जा सकता है।
संभावना व्यक्त की जा रही है कि जदयू पूर्व सांसद लवली आनंद को शिवहर से उम्मीदवार बना सकती है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद राजद के विधायक और उनके बेटे चेतन आनंद विश्वासमत के दौरान पाला बदलकर एनडीए के खेमे में चले गए थे।
(आईएएनएस)
रामपुर, 18 मार्च । उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले की एमपी-एमएलए अदालत ने डूंगरपुर प्रकरण की सुनवाई करते हुए सोमवार को वरिष्ठ सपा नेता आजम खान को सात साल की सजा सुनाई। जबकि, अन्य दोषियों को पांच साल की सजा सुनाई गई है। शनिवार को ही कोर्ट ने आजम खान समेत सभी को दोषी करार दिया था।
वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी ने बताया कि एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट में चार मार्च को मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी थी। शनिवार को कोर्ट ने आजम खान समेत उक्त चारों को दोषी करार दिया था। सोमवार को न्यायमूर्ति ने सुनवाई करते हुए आजम खान को सात साल तथा अन्य तीन को पांच साल की सजा सुनाई।
उन्होंने बताया कि डूंगरपुर बस्ती को खाली कराने के दौरान वर्ष 2019 में 12 मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें से एक केस इसी बस्ती के रहने वाले एहतेशाम ने दर्ज कराया था। आजम खान को आपराधिक षड्यंत्र का आरोपी बनाया गया था, जबकि अन्य पर घर में घुसकर मारपीट करने, धमकाने, डकैती आदि जैसे गंभीर आरोप लगाए गए थे।
अधिवक्ता ने बताया कि सपा नेता आजम खान, पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर अहमद खान, ठेकेदार बरकत अली, रिटायर्ड सीओ आले हसन दोषी पाए गए हैं। आज चारों को सज़ा हुई। इस दौरान आजम खान की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीतापुर जेल से पेशी हुई। आजम खान को आईपीसी की धारा 427, 504, 506, 447 और 120बी के तहत दोषी करार दिया गया था।
साल 2019 में रामपुर की डूंगरपुर बस्ती में एक जमीन पर जबरन कब्जा करने की नीयत से घुसे आरोपियों ने जमकर हंगामा किया था। आरोप है कि उन्हें घर से निकाल दिया गया और पैसे-सामान लूट लिए गए।
यूपी में भाजपा सरकार आने के बाद जमीन के मालिक एहतेशाम ने आजम खान सहित छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसमें आजम खान को आपराधिक साजिश रचने का दोषी माना गया, जबकि बाकी तीन लोगों पर घर में घुसकर मारपीट करने, धमकाने और डकैती जैसे गंभीर दोष सिद्ध हो चुके हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 मार्च । बिहार में एनडीए गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। बिहार में भाजपा 17 और जेडीयू 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी हाजीपुर सहित 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के खाते में एक-एक सीट गई है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं बिहार प्रभारी विनोद तावड़े, बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से राजू तिवारी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से रजनीश कुमार ने भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीटों के बंटवारे का ऐलान किया।
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव एवं बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने सीट बंटवारे की घोषणा करते हुए बताया कि भाजपा बिहार में 17 और जनता दल यूनाइटेड 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम के खाते में एक-एक सीटें आई हैं।
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने कहा कि बिहार में जहां विपक्षी गठबंधन में अभी तक स्थिति साफ नहीं है, वहीं, एनडीए गठबंधन में सबकुछ तय हो गया है और हमारा गठबंधन इस बार बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटें जीतने जा रहा है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि 2019 के पिछले चुनाव में बिहार में 3 दल एनडीए में शामिल थे और इस बार दो और दल हमारे साथ जुड़े हैं। एनडीए गठबंधन बिहार में सभी 40 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने जा रहा है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 मार्च । लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। उत्तर प्रदेश के लालगंज संसदीय क्षेत्र से बसपा की लोकसभा सांसद संगीता आजाद, उनके पति और बसपा से विधायक रह चुके अरिमर्दन आजाद ने सोमवार को भाजपा का दामन थाम लिया।
संगीता आजाद के ससुर स्वर्गीय गांधी आजाद बसपा के संस्थापक सदस्य रहे हैं और बसपा के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। प्रसिद्ध महिला अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने भी इन दोनों नेताओं के साथ सोमवार को भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और अन्य नेताओं की मौजूदगी में बसपा की लोकसभा सांसद संगीता आजाद, उनके पति अरिमर्दन आजाद और प्रसिद्ध महिला अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने पार्टी राष्ट्रीय मुख्यालय में भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, ब्रजेश पाठक और भूपेंद्र चौधरी ने बसपा सांसद संगीता आजाद सहित इन नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए दावा किया कि सब लोग मिलकर 400 पार का संकल्प हासिल करेंगे।
वहीं, भाजपा में शामिल होने के बाद संगीता आजाद ने कहा कि आज उनके राजनीतिक जीवन का नया अध्याय शुरू हुआ है। बाबा साहेब अंबेडकर की विरासत और धरोहर को संजोने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो काम किया है और जिस तरह से लोगों के कल्याण के लिए उन्होंने काम किया है, उससे प्रभावित होकर वह भाजपा में शामिल हुई हैं और 400 पार का लक्ष्य हासिल करने के लिए वह पूरी मेहनत करेंगी।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 मार्च । सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि सरकार की अगले पाँच साल में सभी भारतीय शहरों में और दिल्ली-शिमला, दिल्ली-चंडीगढ़ तथा मुंबई-पुणे जैसे कुछ लंबे मार्गों पर इलेक्ट्रिक बसें शुरू करने की योजना है।
मंत्री ने एनडीटीवी के प्रधान संपादक संजय पुगलिया के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि बैटरी की कीमतों में गिरावट से यात्रियों के लिए बसों का किराया 30 प्रतिशत कम हो जाएगा। साथ ही प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी।
मंत्री ने बताया कि लिथियम-आयन बैटरी की लागत 150 डॉलर से घटकर 112 डॉलर प्रति किलोवाट प्रति घंटे हो गई है। ऐसा देश में इस सेगमेंट में 350 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "जब यह घटकर 100 डॉलर हो जाएगा, तो परिचालन लागत पेट्रोल और डीजल वाहनों के समान होगी। अगर आप एक महीने में पेट्रोल वाहनों पर 20-25 हजार रुपये खर्च करते हैं, तो इलेक्ट्रिक वाहनों पर आपको केवल दो हजार रुपये खर्च करने होंगे।"
देश में ईवी विनिर्माण में तेजी आई है, सभी सिगमेंट में उत्पादन बढ़ रहा है। गडकरी ने कहा, "(देश में) 400 इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता हैं। हमारे पास 60 किमी की रेंज वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाले निर्माता हैं।"
मंत्री की टिप्पणियाँ देश को ई-वाहनों (ईवी) के विनिर्माण गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने की योजना के लिए सरकार की मंजूरी की पृष्ठभूमि में आई हैं। वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि यह नीति प्रतिष्ठित वैश्विक ईवी निर्माताओं द्वारा ई-वाहन क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए बनाई गई है।
यह नीति उन विदेशी कंपनियों के लिए न्यूनतम 4,150 करोड़ रुपये (लगभग 50 करोड़ डॉलर) का निवेश तय करती है जो देश में इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण सुविधाएँ स्थापित करना चाहती हैं। इस योजना का उद्देश्य एलन मस्क के नेतृत्व वाली टेस्ला जैसे प्रमुख ईवी निर्माताओं से निवेश आकर्षित करना है। इसमें निवेश पर कोई ऊपरी सीमा तय नहीं की गई है।
यह योजना देश में विनिर्माण सुविधाएँ स्थापित करने और ईवी का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करने के लिए तीन साल की समयसीमा भी निर्धारित करती है। इसमें कहा गया है कि विनिर्माण में 50 प्रतिशत घरेलू मूल्यवर्धन अधिकतम पाँच साल के भीतर हासिल किया जाना चाहिए।
ईवी के लिए विनिर्माण सुविधाएँ स्थापित करने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन के रूप में कम कस्टम ड्यूटी पर कारों के सीमित आयात की अनुमति दी जाएगी।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 18 मार्च । कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में सोमवार को पांच मंजिला निर्माणाधीन एक इमारत गिर गई जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़ कर अब पांच हो गई है।
सूत्रों के अनुसार, रविवार आधी रात के आसपास गार्डन रीच के हजारी मोल्ला बागान में पांच मंजिला इमारत का एक हिस्सा बगल की झुग्गी बस्ती पर गिर गया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद पुलिस ने सोमवार को बिल्डिंग के प्रमोटर मोहम्मद वसीम को गिरफ्तार कर लिया।
प्रशासन को आशंका है कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है, जबकि कुछ और लोग अभी भी मलबे में फंसे हो सकते हैं।
मृतकों की पहचान हसीना खातून (55), शमा बेगम (54), अकबर अली (34), मोहम्मद वासिक (30) और रिजवान आलम (22) के रूप हुई है।
तीन बच्चों सहित सोलह लोगों का फिलहाल शहर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अग्निशमन सेवा विभाग के सूत्रों ने कहा कि बचाव अभियान पूरा करने में कुछ समय लग सकता है।
राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम यहां से तृणमूल कांग्रेस के विधायक भी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला किया है।
इस बीच, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया कि इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हो रहा है।
अधिकारी ने सवाल किया, “गार्डन रीच इलाके में 800 से अधिक अवैध निर्माण मौजूद हैं। यह क्षेत्र मेयर फिरहाद हकीम का गृह क्षेत्र है। क्या वह अज्ञानता का दिखावा कर सकते हैं? क्या यह विश्वास करने योग्य है कि उनकी नाक के नीचे उनकी जानकारी के बिना ऐसे अवैध निर्माण हुए? बचावकर्ता का भेष धारण करना और राहत कार्यों के दौरान फुटेज हासिल करना कितनी शर्म की बात है।"
(आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 18 मार्च । गौतमबुद्ध नगर के जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को लेकर बैंकर्स के साथ बैठक हुई।
बैठक में निर्देश दिए गए हैं कि बैंकर्स चुनाव प्रक्रिया के दौरान बैंकों में हो रहे 10 लाख रुपए से अधिक के लेनदेन की पूरी रिपोर्ट जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे।साथ ही बैंकों में आने वाले उपभोक्ताओं को बैंक कर्मियों के द्वारा मतदान के लिए प्रेरित भी किया जायेगा।
जनपद में आगामी लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पूर्ण पारदर्शिता एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैंकर्स के साथ बैठक करते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान बैंकों में हो रहे 10 लाख रुपए से अधिक के लेनदेन की पूरी रिपोर्ट तैयार कर जिला निर्वाचन कार्यालय को भेजेंगे। इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी इस संबंध में जानकारी आगे आयकर विभाग को भेजेंगे।
उन्होंने बैंकर्स को 10 लाख रुपए से अधिक की लेनदेन पर विशेष निगरानी रखने के लिए कहा ताकि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए धन के प्रयोग पर अंकुश लगाया जा सके। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि बैंक यह सुनिश्चित करेंगे कि बाह्य स्रोत एजेंसियों और कंपनियों से नगदी ले जाने वाली गाड़ियां किसी भी परिस्थिति में बैंक की नगदी के अतिरिक्त किसी अन्य पक्ष की नगदी अपने साथ वाहन में नहीं रखेंगे।
बाह्य स्रोत एजेंसी व कंपनी के पास बैंकों द्वारा जारी पत्र व दस्तावेज इत्यादि होने चाहिए, जिसमें उन्हें बैंकों द्वारा दी गई नगदी का विवरण व किस प्रयोजन के लिए राशि उपलब्ध करायी गयी है (जैसे एटीएम में भरने, अन्य शाखाओं अथवा बैंकों में रखने आदि) का उल्लेख होगा।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान नियुक्त किए गए उड़न दस्ता दल या स्टैटिक निगरानी दल के द्वारा इन गाड़ियों को रोका जाता है तो उनके द्वारा सत्यापन किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा ई-एसएमएस और सी विजिल एप के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और बताया गया कि इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम से किस प्रकार चुनाव में अनैतिक गतिविधियों पर रोकथाम लगाई जा सकती है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बैठक में सभी बैंकर्स से यह भी कहा कि आप बैंक कार्मिकों के माध्यम से बैंकों में आने वाले उपभोक्ताओं को जागरूक करायें कि वोटर किस प्रकार से वोटर हेल्पलाइन पर जाकर वोटर लिस्ट में अपना नाम एवं बूथ चेक कर सकते हैं। साथ ही उनको मतदान के लिए प्रेरित भी किया जाए। इस महत्वपूर्ण बैठक में डीसीपी रामबदन सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी अतुल कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी शिखा गुप्ता, लीड बैंक प्रबंधक विदुर भल्ला तथा बैंकर्स उपस्थित रहे।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 18 मार्च । कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा भाजपा सांसद डीवी सदानंद गौड़ा ने सोमवार को कहा कि यह सच है कि कांग्रेस नेताओं ने उनसे संपर्क किया है। उन्होंने कहा, ''मैं कल (मंगलवार) प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा और अपना फैसला बताऊंगा।''
बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सीएम गौड़ा ने कहा कि वह सोमवार को अपना जन्मदिन मना रहे हैं।
उन्होंने कहा,“मैं अपने परिवार से बात करना चाहता हूं। उसके बाद फैसला करूंगा।”
वरिष्ठ भाजपा नेता बेंगलुरु उत्तर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का टिकट न मिलने पर पार्टी से नाराज हैं। यहां से केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे को भाजपा का टिकट दिया गया है।
उन्होंने कहा,“हालांकि मैंने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की, लेकिन शुभचिंतकों और नेताओं ने मुझे चुनाव में उतरने के लिए मजबूर किया। पर पार्टी ने मुझे शर्मिंदा किया।”
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा है कि उनकी पार्टी सदानंद गौड़ा का स्वागत करेगी।
(आईएएनएस)
वाराणसी, 18 मार्च । श्री काशी विश्वनाथ धाम अपने ही रिकॉर्ड तोड़ रहा है। सावन और महाशिवरात्रि समेत पर्व-त्योहारों पर तो यहां लाखों भक्त दर्शन के लिए उमड़ते ही हैं, रविवार (17 मार्च) जैसे सामान्य दिन में भी यहां 5 लाख से अधिक शिवभक्तों ने दर्शन किए। यह संख्या सामान्यतः विशिष्ट पर्वों पर आने वाले दर्शनार्थियों के बराबर है।
दरअसल, काशी पुराधिपति देवाधिदेव महादेव के दर्शन के लिए निरंतर श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। नव्य और भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम मंदिर में सुविधा और सुरक्षा के चलते काशी में दर्शनार्थियों का आवागमन निरंतर बढ़ता जा रहा है।
काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के लगभग 3,000 वर्ग फुट से लगभग 5 लाख वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में परिवर्तित होने के बाद धाम में सनातनियों का दर्शन के लिए तांता लग रहा है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि 17 मार्च को दर्शनार्थियों की सर्वाधिक दैनिक संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ। इस दिन कुल 5,03,024 दर्शनार्थियों ने महादेव के दर्शन प्राप्त किए।
उन्होंने बताया कि कॉरिडोर लोकार्पण के पहले सामान्य दिनों में भक्तों की संख्या लगभग 20 से 30 हजार के आसपास रहती थी, जबकि लोकार्पण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 1.5 से 2 लाख हो गई थी। सावन और महाशिवरात्रि में भक्तों की संख्या सर्वाधिक होती है, लेकिन सामान्य दिनों में ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब शिव भक्तों की संख्या एक दिन में 5 लाख के पार हो गई है।
ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएएआई) उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सचिव प्रदीप राय ने बताया कि अयोध्या और काशी के टू-वे सर्किट के लिए पर्यटकों का सबसे ज्यादा रुझान हो रहा है। दोनों धार्मिक शहरों में सबसे ज्यादा पर्यटक वीकेंड में आ रहे हैं।
(आईएएनएस)
भोपाल, 18 मार्च । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्राओं पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उनकी यात्राएं 'कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो' साबित हुई हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि राहुल गांधी ने अपनी एक और विफल यात्रा का समापन किया। राहुल गांधी ने दो यात्राएं की और वह दो यात्राएं 'कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो' साबित हुईं और जहां से गुजरी वहां से कांग्रेस ही गुजर गई।
उन्होंने आगे कहा कि 'न्याय यात्रा' ने भी कांग्रेस के साथ 'अन्याय' ही किया, जहां से वो गुजरे, वहां कांग्रेस या तो हारी या शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी। मैं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से आज कुछ सवाल पूछ रहा हूं और उनके जवाब चाहता हूं। देश जानना चाहता है, वो जवाब दें।
उन्होंने कहा कि जब अयोध्या में भगवान श्री राम के दिव्य और भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, संपूर्ण देश आनंद, उत्सव और भक्ति से सराबोर था, निमंत्रण उन्हें भी मिला था कि वो सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व में शामिल हों। उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होने का फैसला क्यों किया? निमंत्रण ठुकरा दिया।
उन्होंने आगे कहा कि मैं यह मानता हूं, कांग्रेस की इस ऐतिहासिक भूल के लिए उन्हें जवाब देना चाहिए। संदेशखाली में बहन और बेटियों के साथ जो मध्ययुगीन अत्याचार और अन्याय हुए, घिनौने कृत्य हुआ, बहनें सड़कों पर उतरी, लेकिन, कांग्रेस की तरफ से उनके समर्थन में एक भी बयान नहीं आया। क्या यह आपकी तुष्टिकरण की नीति नहीं है?
उन्होंने आगे कहा कि एक बात मैं पूछना चाहता हूं, देश भी जानना चाहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं, जो जनता के दिलों में बसते हैं। देश उनका पूरा परिवार है। उनके खिलाफ राहुल और उनकी पार्टी के नेता आपत्तिजनक बयान देते हैं। यह भारत की संस्कृति नहीं है। क्या यही कांग्रेस और इंडी गठबंधन का चरित्र है?
(आईएएनएस)
पणजी, 18 मार्च । गोवा में निष्पक्ष और स्वतंत्र लोकसभा चुनाव के लिए राज्य सरकार ने अर्धसैनिक बलों की 14 कंपनियों की मांग की है। अधिकारियों ने इसके बारे में जानकारी दी है।
प्रदेश में लोकसभा की दो सीटें हैं। इन दो सीटों पर सात मई को वोटिंग होगी।
गोवा को अर्धसैनिकों बलों की दो कंपनियां पहले ही मुहैया कराई जा चुकी हैं।
गोवा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रमेश वर्मा ने आईएएनएस को बताया, "हमने अर्धसैनिकों बलों की 14 कंपनियों की मांग की है, जिसमें से हमें दो दी जा चुकी हैं।"
सूत्रों ने हमें जानकारी दी है कि केंद्रीय बलों के अलावा गोवा सरकार की ओर से 8 हजार स्थानीय पुलिस बलों की तैनाती मतदान के दिन की जाएगी।
इस संदर्भ में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कई बैठकें कीं। बैठक में महाराष्ट्र और कर्नाटक के अधिकारी भी शामिल हुए।
इस बार प्रदेश में 25,209 मतदाता पहली बार वोट करेंगे, जिसमें उत्तरी गोवा में 12,070 और दक्षिणी गोवा में 13,139 फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं।
गोवा में कुल 11,73,016 मतदाता हैं, जिनमें उत्तरी गोवा में 5,77,958 और दक्षिण गोवा में 5,95,058 मतदाता हैं। इनमें 5,68,501 पुरुष और 6,04,515 महिला मतदाता हैं।
राज्य में कुल 1,725 मतदान केंद्र होंगे, जिनमें उत्तरी गोवा में 863 और दक्षिण गोवा में 862 मतदान केंद्र होंगे।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 18 मार्च । बिहार की बाल विवाह पीड़ित एक नाबालिग लड़की ने यहां आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उसके पति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पीड़िता नीलम कुमारी ने 13 मार्च को बेंगलुरु के बाहरी इलाके हेब्बागोडी के पास अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। उसके पति विशाल कुमार साहनी को नाबालिग से शादी करने और उसे आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में जिला बाल कल्याण समिति से जुड़ी कार्यकर्ता श्रीदेवी ने शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी एक साल पहले बिहार से बेंगलुरु आया था और पेंटर का काम करता था। उसने पिछले साल फरवरी में नीलम कुमारी से शादी की और 20 दिन पहले उसे बेंगलुरु ले आया। वे तिरुपाल्या इलाके में किराए के मकान में रहते थे, जहां शव लटका हुआ मिला।
पुलिस को संदेह है कि पीड़िता की इच्छा के विरुद्ध आरोपी उसके साथ शारीरिक संबंध बना रहा था, इससे वह तनाव में थी। सूत्रों ने बताया कि जिला बाल संरक्षण अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और हेब्बागोडी पुलिस को रिपोर्ट सौंपी है।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 18 मार्च। कर्नाटक भाजपा ने बेंगलुरु में हनुमान चालीसा बजाने पर एक दुकानदार पर एक समूह द्वारा हमला किए जाने की घटना पर कांग्रेस सरकार की आलोचना की है।
कर्नाटक भाजपा ने सोशल मीडिया पर लिखा, ''कट्टरपंथी चरमपंथी तत्वों ने सड़कों पर कब्जा कर लिया है और खुलेआम हिंदुओं को आतंकित कर रहे हैं।''
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस के घोर तुष्टिकरण का खामियाजा कर्नाटक के लोग भुगत रहे हैं।
"राहुल गांधी ने हिंदुओं के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कृपापात्र 'हनुमान चालीसा' का जाप करने वाले हिंदुओं को आतंकित कर रहे हैं।"
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस के शासन में हिंदू दोयम दर्जे के नागरिक बन गए हैं, जिनके जीवन की कोई सुरक्षा नहीं है।
''कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से कर्नाटक में धर्मतंत्र हावी हो गया है।''
भाजपा ने हमले का वीडियो भी शेयर किया। यह घटना 17 मार्च को बेंगलुरु में हुई थी।
पीड़ित दुकानदार की पहचान 26 वर्षीय मुकेश के रूप में की गई है। उसकी शिकायत पर सुलेमान, शहनवाज़, रोहित, ज्ञानीश, तरूना और अन्य पर केस दर्ज किया गया है।
अपनी शिकायत में, मुकेश ने कहा कि जुम्मा मस्जिद रोड पर उनकी दुकान है। स्पीकर बजाने पर रविवार शाम आरोपी दुकान के अंदर घुस गए और उन पर हमला कर दिया।
(आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 18 मार्च । केरल में 26 अप्रैल को होने वाले मतदान में छह सप्ताह से भी कम का समय बचा है। ऐसे में कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ और भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए अपने-अपने अभियानों में पिनाराई विजयन सरकार के खिलाफ सत्ता-विरोधी लहर पर फोकस कर सकते हैं।
वहीं, माकपा के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा राज्य में अपने लगभग आठ साल के कार्यकाल की उपलब्धियाँ गिनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
केरल में लोकसभा की 20 सीटें हैं और 2019 के चुनावों में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने 19 सीटें जीती थीं। माकपा के नेतृत्व वाले वामपंथियों की झोली में सिर्फ एक सीट गई थी। एनडीए केवल एक सीट पर दूसरे स्थान पर रहा था। शेष सीटों पर उसके उम्मीदवार तीसरे स्थान पर थे।
पिछले लोकसभा चुनाव में यूडीएफ ने 47.48 प्रतिशत, वाम मोर्चा ने 36.29 प्रतिशत और एनडीए ने 15.64 प्रतिशत वोटों के साथ जीत हासिल की।
वामपंथियों ने सबसे पहले अभियान शुरू किया और सबसे पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा की - यूडीएफ ने जल्द ही इसका अनुसरण किया, जबकि एनडीए को अभी भी चार और निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों की घोषणा करनी है।
उम्मीदवारों के लिए सबसे बड़ी बाधा निश्चित रूप से प्रचंड गर्मी होने वाली है। भाकपा के सचिव और राज्यसभा सदस्य बिनॉय विश्वम का कहना है कि गर्मी ऐसी है कि सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चुनाव प्रचार करना उन लोगों के लिए कठिन है जो सड़कों पर निकल रहे हैं।
माकपा सचिव एम.वी. गोविंदन और विश्वम पहले ही इस बात पर सहमति जता चुके हैं कि मुख्य अभियान बिंदु विजयन सरकार का प्रदर्शन है।
कांग्रेस अध्यक्ष और कन्नूर सीट से मौजूदा लोकसभा सांसद के. सुधाकरन ने, जो अपनी सीट का बचाव कर रहे हैं, कहा कि विजयन का अयोग्य शासन ही काँग्रेस का सबसे बड़ा फायदा होगा।
सुधाकरन ने कहा, “विजयन के वर्षों के भ्रष्ट और अक्षम शासन पर चर्चा होने वाली है और हम मतदाताओं को बताएँगे कि लोगों को काँग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ उम्मीदवारों को वोट देने की आवश्यकता क्यों है। इसके अलावा, अब तक, कई लोगों को एहसास हो गया है कि मोदी सरकार को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सभी प्रयास करने होंगे।”
भले ही वाम दल इस अभियान में सबसे आगे थे, लेकिन इसके दिग्गज पूर्व माकपा विधायक और एलडीएफ के संयोजक ई.पी. जयराजन की एक गलती, जिन्होंने कहा था कि राज्य में लड़ाई वामपंथियों और भाजपा के बीच है, ने उन्हें परेशान कर दिया है। अब तक, विजयन, गोविंदन और भाकपा सहित सभी ने इसका खंडन किया है। उनका कहना है कि लड़ाई लेफ्ट और यूडीएफ के बीच है।
हालाँकि 140 सदस्यीय केरल विधानसभा में भाजपा के पास एक भी विधायक नहीं है, लेकिन वे मोदी और पार्टी के स्टार प्रचारकों की रैलियों पर भरोसा कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि कमल खिलेगा और उन्होंने तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर और शायद यहाँ तक कि पलक्कड़ को लेकर काफी उम्मीदें लगा रखी हैं।
भाजपा के वरिष्ठ सांसद और केरल के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि इस चुनाव से केरल की राजनीति बदलने वाली है।
जावड़ेकर ने कहा, “केरल के मतदाताओं के मन में एक बड़ा मंथन दिखाई दे रहा है। उन्हें 2019 में विश्वास दिलाया गया था कि राहुल गाँधी प्रधानमंत्री बनेंगे। इस बार, काँग्रेस नेताओं सहित सभी को यकीन है कि उनके पास पीएम बनने का कोई मौका नहीं है, और मतदाता जानते हैं कि नरेंद्र मोदी को तीसरा कार्यकाल मिलेगा।”
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 मार्च । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के शक्ति पर दिए बयान पर मचे घमासान के बीच अब पार्टी उनके बचाव में आ गई है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह चुनाव दैवी शक्ति और आसुरी शक्ति के बीच होगा और जीत दैवी शक्ति की होगी। राहुल गांधी की भी जीत होगी। इसके अलावा पवन खेड़ा ने कठुआ, उन्नाव, हाथरस कांड का जिक्र कर केंद्र सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो भी शेयर किया है।
दरअसल, 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के समापन के मौके पर मुंबई में राहुल गांधी ने कहा था कि हिंदू धर्म में एक शब्द होता है 'शक्ति', और हम एक शक्ति से लड़ रहे हैं।
पवन खेड़ा ने एक्स पर लिखा, ''अब यह देश आसुरी शक्ति से नहीं, दैवी शक्ति से चलेगा। 10 साल जब कठुआ, उन्नाव, हाथरस में आपकी पार्टी बलात्कारियों के पक्ष में मोर्चे निकाल रही थी, तब शक्ति की उपासना याद नहीं आई?, जब मणिपुर में महिलाओं को नंगा दौड़ाया जा रहा था, तब कौन सी शक्ति आपको चुप रख रही थी?, जब महिला पहलवान सड़क पर थी और बृजभूषण शरण सिंह भीतर आपके घर में, तब कौन सी शक्ति की उपासना कर रहे थे?, यह चुनाव दैवी शक्ति और आसुरी शक्ति के बीच होगा और जीत दैवी शक्ति की होगी। जीत राहुल गांधी की होगी। जीत इंडिया गठबंधन की होगी। जीत इस देश के नौजवान की होगी। जीत इस देश के किसान की होगी। जीत भारत मां की होगी।''
इससे पहले तेलंगाना के जगतियाल में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी के शक्ति से लड़ाई वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मेरे लिए हर मां और बेटी शक्ति का प्रतीक है और मैं भारत मां का पुजारी हूं, मैं शक्ति के प्रत्येक रूप की रक्षा के लिए अपना जीवन खपा दूंगा।
(आईएएनएस)
बिजनौर, 18 मार्च । उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में सोमवार को नजीबाबाद थाना अंतर्गत अदब सिटी के पास प्लॉट में एक नाबालिग लड़की का शव बरामद किया गया। शव की पहचान नहीं हो पाई है। मृतका की उम्र 15 से 16 साल के आसपास बताई जा रही है।
सिटी एसपी संजीव वाजपेयी ने बताया कि आशंका है कि लड़की की हत्या कर शव यहां फेंक दिया गया है। पुलिस आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। मौके से साक्ष्य जुटाए गए हैं। जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 18 मार्च। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को अपने बेटे के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
इसकी जानकारी उन्होंने एक्स पर देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके लखनऊ स्थित आवास पर भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी से लोकसभा चुनाव की तैयारी पर विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही पंचायती राज और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कार्यों की चर्चा कर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 18 मार्च । आगामी लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में सबसे दिलचस्प मुकाबला दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र में होगा।
यह जम्मू-कश्मीर का ऐसा लोकसभा क्षेत्र है, जहां विभिन्न समुदायों के लोग रहते हैं और यह क्षेत्र जम्मू संभाग व कश्मीर दोनों में फैला हुआ है।
इस निर्वाचन क्षेत्र में कश्मीर के दो जिले, अनंतनाग व कुलगाम और जम्मू संभाग के दो जिले राजौरी और पुंछ शामिल हैं।
यह निर्वाचन क्षेत्र कश्मीर के धान के कटोरे के रूप में पहचाने जाने वाले अनंतनाग जिले के मैदानी इलाकों से लेकर पहलगाम, कुलगाम के पहाड़ी इलाकों और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब पुंछ व राजौरी तक फैला हुआ है।
इस निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं का एक अलग वर्ग है। इसमें अनंतनाग और कुलगाम के कश्मीरी भाषी मुसलमान, पहलगाम के प्रभावशाली गुज्जरी भाषी मुसलमान, कोकेरनाग के ऊंचे इलाकों से लेकर डकसुम तक और कुलगाम जिले की तलहटी वाले इलाके शामिल हैं।
गुज्जर और पहाड़ी समुदायों की बहुत बड़ी संख्या वाले राजौरी और पुंछ के दो जिले इस निर्वाचन क्षेत्र में जीत और हार का फैसला करेंगे।
निर्वाचन क्षेत्र मे नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), कांग्रेस और गुलाम नबी आज़ाद के नेतृृृत्व वाली डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (डीपीएपी) के प्रभाव के बावजूद कोई भी एक ऐसा नेता है, जिस पर जीत का दांव लगाया जा सके।
इनमें से प्रत्येक दल की क्षेत्र में प्रभावशाली उपस्थिति है, लेकिन ऐसी उपस्थिति नहीं है, जिससे उनकी जीत तय मानी जा सके।
इसी पृष्ठभूमि में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने सबसे शक्तिशाली गुज्जर/बकरवाल नेता मियां अल्ताफ अहमद को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
मियां अल्ताफ अहमद न केवल इस निर्वाचन क्षेत्र के चार जिलों में गुज्जर/बकरवाल समुदायों के राजनीतिक नेता हैं, बल्कि वह इस समुदाय के सबसे सम्मानित धार्मिक नेता भी हैं।
पिछली चार पीढ़ियों से, अपने परदादा से लेकर उनके पिता स्वर्गीय मियां बशीर अहमद तक, जिन्हें आदरपूर्वक 'बाबा साहब' कहा जाता है, मियां अल्ताफ अपने विरोधियों के खिलाफ एक ताकतवर विरासत से लैस हैं। हर साल उत्तरी कश्मीर के गांदरबल जिले के वांगट गांव में उनकी पैतृक मजार पर आयोजित वार्षिक उर्स पर, पुंछ और राजौरी जिलों के कोने-कोने और केंद्र शासित प्रदेश के अन्य हिस्सों से हजारों गुज्जर/बकरवाल मत्था टेकने के लिए जुटते हैं।
वांगट मजार पर चढ़ाए जाने वाले 'नजराना' (भक्ति प्रसाद) में नकदी, मवेशी, भेड़ और बकरियां शामिल हैं, जिनकी कीमत हर साल करोड़ों रुपये में होती है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस जल्द ही इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए मियां अल्ताफ की उम्मीदवारी की घोषणा कर सकती है।
मियां अल्ताफ के करीबी सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि उनकी सहमति पहले ही ली जा चुकी है और डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला दोनों द्वारा उनसे अनुरोध किए जाने के बाद, मियां के पास सहमति के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
नेकां द्वारा मियां अल्ताफ अहमद को मैदान में उतारने के साथ, भाजपा अब उनके मुकाबले के उम्मीदवार पर गंभीरता से विचार कर रही है। पुंछ और राजौरी जिलों में भाजपा को एक बड़ा फायदा पहाड़ी समुदाय के लिए एसटी दर्जे की हालिया घोषणा से हुआ है।
आंकड़े बताते हैं कि इन दोनों जिलों में पहाड़ी समुदाय के तीन लाख से ज्यादा वोटर हैं। पहाड़ी लोग भाजपा को वोट देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि उनकी 70 साल पुरानी मांग केंद्र की भाजपा सरकार ने पूरी की है।
पुंछ और राजौरी में रहने वाले गुज्जर और हिंदूू भी भाजपा के समर्थक हैं, जिनका वोट भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में जाएगा।
इस तथ्य को देखते हुए कि एनसी और पीडीपी के बीच किसी भी तरह का गठजोड़ अब नहीं हो रहा, अनंतनाग और कुलगाम में कश्मीरी भाषी मुस्लिम मतदाता बंट जाएंगे। पीडीपी संभवतः एनसी के खिलाफ एक ताकतवर उम्मीदवार को मैदान में उतार रही है। .
एनसी ने पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से पूछे बिना ही पीएजीडी को छोड़ दिया। उनके करीबी सूत्र बताते हैं कि महबूबा मुफ्ती एनसी की तारीफ को चुपचाप स्वीकार नहीं करेंगी।
गुलाम नबी आजाद की इस निर्वाचन क्षेत्र में कोई मजबूत उपस्थिति नहीं है, लेकिन कांग्रेस के साथ मिलकर वह पीडीपी और एनसी का खेल बिगाड़ सकते हैं।
इन हालातों को देखते हुए, अब बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि भाजपा इस क्षेत्र में किसे मैदान में उतारती है।
'बैटल रॉयल' निश्चित रूप से नेकां के मियां अल्ताफ अहमद और भाजपा के बीच होने जा रही है।
गुज्जर/बकरवाल के वरिष्ठ नेता के पक्ष में भारी बहुमत होने के कारण, भाजपा को मियां द्वारा प्रस्तुत राजनीति और धर्म के मिश्रण का मुकाबला करने के लिए किसी दिग्गज को मैदान में उतारना होगा।
संक्षेप में कहें तो जम्मू-कश्मीर में सबसे दिलचस्प चुनावी लड़ाई दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में होने जा रही है।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 18 मार्च । लोकसभा चुनाव में इस बार उत्तर प्रदेश के छोटे दल बड़े सपने देख रहे हैं। इस चुनाव में पिछले विधानसभा चुनाव की तरह भाजपा व सपा आमने सामने हैं। दोनों दलों ने अपने-अपने नेतृत्व में सहयोगी तलाशे हैं। छोटे दल भी इनके साथ गठबंधन कर बड़ी जीत का सपना संजोय हुए हैं। हालांकि यह कितना सफल होगा, यह आने वाला परिणाम बताएगा।
एनडीए में अनुप्रिया पटेल का अपना दल (एस) और मंत्री संजय निषाद की निषाद पार्टी पहले की तरह शामिल हैं। अब रालोद भी शामिल हो गया है। सपा के साथ सत्ता के खिलाफ मुखर आवाज ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा को भी भाजपा ने अपने पाले में ले लिया है। लोकसभा चुनाव में रालोद को दो सीटें मिली हैं जिसमें बागपत और बिजनौर शामिल हैं। वहीं राजभर ने मऊ से अपने बेटे को उम्मीदवार बनाया है। जबकि निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद के बेटे को भाजपा के सिंबल पर उतारा गया है।अपना दल की सीटें जल्द घोषित होने की संभावना है।
राजनीतिक जानकर बताते हैं कि विपक्ष की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर बने इंडिया गठबंधन में सपा, कांग्रेस, अपना दल (कमेरावादी) शामिल हैं। आम आदमी पार्टी इस चुनाव में भाग न लेकर गठबंधन का सहयोग करेगी। हालांकि चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी को इंडिया गठबंधन में अभी तक कोई सीट नहीं मिली है। उनके आने की संभावना अब बहुत कम है। बसपा को जोड़ने का प्रयास फिलहाल सफल होता नजर नहीं आ रहा है।
अपना दल (कमेरावादी) सपा के साथ है। बसपा मुखिया मायावती लगातार अकेले चुनाव लड़ने की बात दोहरा रही हैं। अभी तक इंडिया गठबंधन के तहत सपा को 63 और कांग्रेस को 17 सीटें मिली है, जिनमें तकरीबन 40 सीटों पर सपा ने अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। एक सीट सपा ने अपने कोटे से टीएमसी को दी है। हालांकि कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्र सिंह रावत कहते हैं कि छोटे दलों की भूमिका और पकड़ अपने क्षेत्र और जातियों के बीच काफी महत्वपूर्ण होती है। छोटे दलों के लिए बड़ों का सहारा राजनीति में काफी फायदेमंद है। भाजपा के साथ अपना दल का प्रभाव काफी बढ़ गया है। वह राज्य स्तर की पार्टी बन गई है। इसके अलावा दो लोकसभा सीटों पर भी वह काबिज है, जबकि पार्टी के संस्थापक सोनेलाल पटेल कभी चुनाव नहीं जीते।
उन्होंने बताया कि लोकसभा में पार्टियां कभी कभी लाखों में वोट पाने के बावजूद भी चुनाव हार जाती हैं। उस दौरान यह दल काफी अहम भूमिका अदा करते हैं। सिर्फ अपने जातियों की राजनीति करने वाले छोटे दल चुनाव जीतने वाला आधार तो पैदा नहीं कर पाते। पर यह कई लोकसभा सीटों पर आबादी के हिसाब से वोट का आधार बनाने में सक्षम होती हैं।
एक अन्य राजनीतिक विश्लेषक प्रसून का मनाना है कि जैसा कि 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में देखने को मिला कि छोटे दल जिस बड़े दल के साथ जुड़ जाते हैं, उनका समर्थक वोटर उनके साथ चला जाता है। बड़े दलों की कुछ वोटों से हारने की स्थिति वाली सीटें पक्की हो जाती हैं। बदले में छोटे दल अपने बड़े आधार वाले क्षेत्रों में बड़ी पार्टियों से कुछ सीटें मांगकर अपना आधार बढ़ाने का प्रयास करते हैं। इसीलिए भाजपा व सपा ने अपने से कम वोट शेयर वाले दलों से गठबंधन किया है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आनंद दुबे कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो नारा दिया है -- 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' इसे लेकर पार्टी धरातल पर काम कर रही है। चाहे नीति बनाना हो, या नेतृत्व देना हो, सब में हमारी पार्टी यह ख्याल रखती है। इसी कारण गठबंधन में हमारे साथ ऐसे साथी जुड़ रहे हैं जिन्हें गरीबों के विकास के लिए कुछ करना है। अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आगे लाने में हमारा साथ देना है, जो पीएम के विकास के नारे को पूर्ण करने में विश्वास रखते हैं।
कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी का कहना है कि कांग्रेस सबको जोड़ने में विश्वास रखती है। इसी कारण हमारे नेता राहुल गांधी ने पूरे देश में भारत जोड़ो यात्रा निकाल कर संदेश दिया। इंडिया गठबंधन में शामिल सभी दल इसी एकता का हिस्सा हैं। जितने भी दल शामिल हैं, वो देश और संविधान बचाने के लिए इंडिया गठबंधन के साथ है। निश्चित तौर पर भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण हम सब एक जुट हुए हैं और इन्हें सत्ता से बाहर करेंगे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, मैच 18 । इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने सोमवार को कहा कि उसने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा में एक मिलिट्री ऑपरेशन शुरू किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि उसके सैनिक फिलहाल शिफा अस्पताल के इलाके में ऑपरेशन चला रहे हैं।
आईडीएफ ने कहा, "यह ऑपरेशन हमास के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा अस्पताल का इस्तेमाल करने की खुफिया जानकारी पर आधारित है।"
7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले में इजरायल के कम से कम 1,200 नागरिक मारे गए, जबकि 200 से अधिक को बंधक बना लिया गया।
हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने 31,553 फिलिस्तीनियों को मार डाला है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 18 मार्च । तमिलनाडु के शक्तिशाली वन्नियार समुदाय की राजनीतिक शाखा पीएमके राज्य में गठबंधन के सवाल पर बंटी हुई है।
पार्टी का शीर्ष नेतृत्व दो भागों में बंटा हुआ है। एक समूह जो पार्टी के संस्थापक डॉ. एस. रामदास के प्रति निष्ठा रखता है और एआईएडीएमके के साथ चुनावी समझौता चाहता है, तो दूसरा उनके बेटे और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदास के साथ है, जो चाहते हैं बीजेपी के साथ गठबंधन हो।
पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक जी.के. मणि सहित नेताओं का एक बड़ा समूह एआईएडीएमके के साथ गठबंधन के पक्ष में है।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, अंबुमणि रामदॉस बीजेपी के पक्ष में हैं, क्योंकि ऐसी चर्चा है कि उन्हें अगली केंद्र सरकार में कैबिनेट में जगह दी जाएगी। गौरतलब है कि डॉ. अंबुमणि रामदास अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे।
पीएमके के उच्च पदस्थ सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि जहां तक तमिलनाडु का सवाल है, पीएमके को अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन से ही फायदा होगा, भाजपा के साथ नहीं। पार्टी के अधिकांश वरिष्ठ नेता इस विचार से सहमत हैं।
पीएमके के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस से कहा, “हमें नहीं पता कि अंबुमणि भाजपा के साथ गठबंधन को क्यों तरजीह दे रहे हैं। दीर्घकालिक नजरिए से पार्टी को अन्नाद्रमुक के साथ गठजोड़ से ही फायदा होगा न कि भाजपा के साथ गठबंधन से। किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पीएमके को कई कारकों को ध्यान में रखना होगा और कुछ दिनों में निर्णय लिया जाएगा।'
उन्होंने यह भी कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव और 2021 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और पीएमके तमिलनाडु में एआईएडीएमके के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में साथ थे।
राजनीतिक विश्लेषक डॉ. कृष्णन महेश ने आईएएनएस से कहा, ''एक चतुर राजनीतिज्ञ होने के नाते डॉ. रामदॉस नफा-नुकसान का आकलन कर रहे हैं। वह वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण प्राप्त करके और समुदाय के अधिकारों के लिए खड़े होकर वन्नियार लोगों को मजबूत किया। उनका बहुत सम्मान किया जाता है और पार्टी में उनकी अहम भूमिका है और अंबुमणि डॉ. रामदास के निर्णय को स्वीकार करेंगे।''
(आईएएनएस)
हैदराबाद/पुडुचेरी, 18 मार्च तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राजभवन ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सौंदरराजन पुडुचेरी के उपराज्यपाल का पद भी संभाल रही थीं। उन्होंने अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को भेज दिया है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, “ तेलंगाना की माननीय राज्यपाल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदरराजन ने तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा दे दिया है।”
विज्ञप्ति में कहा गया है, “ इस्तीफा भारत की माननीय राष्ट्रपति को भेज दिया गया है।”
सौंदरराजन का इस्तीफा इन खबरों के बीच हुआ है कि वह तमिलनाडु से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं।
उन्होंने दक्षिण तमिलनाडु की थूथुकुडी सीट से 2019 का संसदीय चुनाव लड़ा था, लेकिन वह द्रमुक की कनीमोझी से हार गई थीं। (भाषा)