राष्ट्रीय
सीवान, 20 जुलाई । बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राजद पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं से कहना चाहूंगा कि 2005 के बिहार के इतिहास के पन्नों को पलट कर पढ़ना चाहिए जब मुख्यमंत्री आवास से अपराधियों के किए डील होते थे। उन्होंने कहा कि उस कालखंड में मुख्यमंत्री आवास से अपराधियों को पोषित और संरक्षित किया जाता था। बिहार के हाईकोर्ट ने उस वक्त की सरकार को जंगलराज कहा था। ये बेशर्म लोग हैं, जो अपने अतीत को भूल गए।
जब इनको बिहार की जनता ने सेवा करने का अवसर दिया तब इन लोगों ने अपराधियों के माध्यम से आम लोगों पर कहर ढाने का काम किया। आज भी जब भी उनको सत्ता में आने का मौका मिलता है तो भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा देने में लग जाते हैं। बिहार की जनता ऐसे लोगों को कभी भी माफ नहीं करेगी। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता ने देखा कि कैसे राजद ने चुने हुए अपराधियों को टिकट देने का काम किया था। क्या उन्हीं के माध्यम से ये बिहार को सुधारना चाहते हैं। इन लोगों के कारनामों को बिहार की जनता देख रही है। उचित समय आने पर जवाब देगी।
बिहार में बढ़ते क्राइम को लेकर शनिवार को विपक्षी दलों के तमाम नेता सड़कों पर उतरे। प्रदेश के तमाम जिलों में कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के कई नेता सड़कों पर उतर कर नीतीश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया और जमकर नारेबाजी की। --(आईएएनएस)
मथुरा, 20 जुलाई । केंद्र सरकार ने देश भर में पौधारोपण की मुहिम चलाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत पौधारोपण करने का आह्वान किया है। इस कैंपेन को बल देने के लिए फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने शनिवार को मथुरा में पौधारोपण किया। हेमा मालिनी ने जवाहर बाग में पौधारोपण के दौरान मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह मुहिम बहुत ही सराहनीय है। 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान बहुत जरूरी है। पेड़-पौधों को काटकर इमारतें बनाई जा रही हैं। इसकी वजह से जलवायु परिवर्तन की समस्या उत्पन्न हो रही है।
बारिश समय पर नहीं हो रही है। सारी चीजें उलटी हो गईं हैं। इसलिए हमें पौधारोपण करना बहुत आवश्यक है, इससे वातावरण शुद्ध होगा और हमें ऑक्सीजन मिलेगा। भाजपा सांसद ने मथुरावासियों से पौधारोपण की अपील भी की। उन्होंने कहा कि मैं सभी लोगों से पेड़ लगाने की अपील करती हूं। खासकर बिल्डरों से अनुरोध करती हूं कि वो अधिक से अधिक से पेड़ लगाएं। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के बाद इसकी देखभाल भी बेहद जरूरी है। जवाहर बाग में बहुत सुंदर-सुंदर पेड़ हैं और आज मेरे नाम पर भी एक पेड़ लग गया है। मुझे इससे खुशी हो रही है। इसी तरह पूरे मथुरा शहर में पौधारोपण किया जाए।
उन्होंने लोगों से इस बात का भी खास ध्यान रखने के लिए कहा कि भवन निर्माण वाली जगह पर पौधारोपण नहीं करें। क्योंकि बाद में फिर इसे उखाड़ना पड़ता है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के बाद 'मन की बात' रेडियो कार्यक्रम में अपनी मां हीराबेन को याद किया था। उन्होंने मां और पर्यावरण के रिश्तों को लेकर 'एक पेड़ मां के नाम' मुहिम की बात कही थी। पीएम मोदी ने इसकी शुरुआत इस साल पर्यावरण दिवस से की थी और अपनी मां हीराबेन के नाम पर एक पेड़ भी लगाया। --(आईएएनएस)
चेन्नई, 20 जुलाई । तमिलनाडु के युवा मामले और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को कहा कि डिप्टी सीएम को लेकर मीडिया में चल रही खबरें अफवाह हैं। डीएमके युवा विंग के मुख्यालय ‘अनबागम’ में पदाधिकारियों की बैठक में उदयनिधि ने कहा, “मेरी पदोन्नति की खबरें जो मीडिया में चल रही हैं वो अफवाह हैं। मुझे पार्टी युवा विंग के सचिव का पद दिया गया है जो हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगा।”
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे उदयनिधि से जब मीडियाकर्मियों ने डिप्टी सीएम बनने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि सभी मंत्री मुख्यमंत्री स्टालिन के फैसले का समर्थन करेंगे। जनवरी में, सलेम के अत्तूर में आयोजित डीएमके राज्य सम्मेलन के दौरान, कई वरिष्ठ मंत्रियों ने सार्वजनिक रूप से उदयनिधि स्टालिन को तमिलनाडु का डिप्टी सीएम बनाने की मांग की थी। 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान उदयनिधि डीएमके और इंडिया ब्लॉक के मुख्य प्रचारकों में से एक थे। 24 दिनों के चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने 8,465 किलोमीटर की यात्रा की और 3,765 मिनट तक भाषण दिया, जिससे वे देश में सबसे अधिक यात्रा करने वाले नेताओं में से एक बन गए। -- (आईएएनएस)
पटना, 20 जुलाई । बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू होने वाला है। उससे पहले बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के रूप में एक बार फिर से राबड़ी देवी को चुन लिया गया है। सत्ता पक्ष ने भी अपने नेताओं की घोषणा कर दी है। इस संबंध में विधान विधान परिषद द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। जारी अधिसूचना के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को नेता विरोधी दल बनाया गया है जबकि भाजपा के राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता को सदन के उपनेता की जिम्मेदारी दी गई है।
जदयू के ललन सर्राफ विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उप नेता बनाए गए हैं। जदयू नीरज कुमार और रीना देवी को सत्तारूढ़ दल का सचेतक तो भाजपा के संजय प्रकाश को सत्तारूढ़ दल का उप मुख्य सचेतक बनाया गया। भाजपा के जनक सिंह को उप मुख्य सचेतक बनाया गया है। बिहार विधान परिषद सचिवालय ने कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह की अनुमति के बाद इन नियुक्तियों की अधिसूचना जारी की गई है। बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है, जो पांच दिनों तक चलेगा। इस दौरान अनुपूरक बजट 26 जुलाई को पेश किया जाएगा। इस सत्र के काफी हंगामेदार होने की संभावना है। --(आईएएनएस)
प्रयागराज, 20 जुलाई । उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांवड़ यात्रा पर मचे घमासान के बीच शनिवार को विपक्ष के नेताओं को भोले बाबा को जल चढ़ाने की सलाह दी ताकि उनकी "बुद्धि की विकृति" खत्म हो सके। वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत प्रयागराज पहुंचे मौर्य ने कांवड़ मार्ग में दुकानदारों से नेम प्लेट पर दुकान के मालिक और वहां काम करने वाले लोगों के नाम लिखने के राज्य सरकार के आदेश को "अच्छा फैसला" बताया। उन्होंने कहा, "भोले बाबा का दिन है। आप भी जल चढ़ाइए। कांवड़ ले कर जाइए, लोक-परलोक सब सुधर जायेगा। विपक्ष भी कांवड़ लेकर जाए और भोले बाबा को जल चढ़ाए। बुद्धि में जो विकृति आई है वह खत्म हो जाएगी।"
उन्होंने कहा कि सौभाग्य से सावन के पवित्र महीने में पहले दिन ही सोमवार है और सोमवार का बड़ा महत्व है। बड़ी संख्या में भक्त बाबा को जल चढ़ाने के लिए अलग-अलग मंदिर, ज्योतिर्लिंग में जाते हैं। जो सवाल उठा रहे हैं, वे "केवल और केवल तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं"। कावड़ यात्रा की पवित्रता को प्रभावित करने के लिए वे राजनीतिक बयान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'एक पेड़ मां के नाम' लगाने की अपील पर उत्तर प्रदेश सरकार के सभी जिलों में मंत्री वृक्षारोपण में हिस्सा लेने गए हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद लखनऊ मुख्यालय से वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ किया है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रयागराज में मां गंगा, जमुना और सरस्वती का संगम है। 'एक पेड़ मां के नाम' लगाने का यह शुभ दिन है। सबको इस अभियान में हिस्सा लेना चाहिए। राज्य में होने वाले उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा, "भारतीय जनता पार्टी ने तैयारी पूरी कर ली है। हम मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे और अधिक से अधिक सीट जीतेंगे। जो भी अफवाह मीडिया में फैलाई जा रही है, वह केवल फिजूल की बातें है। कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है।" --(आईएएनएस)
पुणे, 20 जुलाई । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने पुणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, भतीजे अजित पवार की पार्टी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के महाराष्ट्र दौरे पर प्रतिक्रिया दी। शरद पवार ने कहा, “महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें उनकी जगह दिखा दी है। इस बार लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की जनता ने 48 में से 31 सांसद हमारे चुने हैं। इसका मतलब साफ है कि जनता का रुझान बदल गया है।
अब लोगों को महा विकास अघाड़ी से उम्मीदें हैं। पांच साल पहले 2019 में कांग्रेस का एक सांसद था और एनसीपी के चार सांसद चुने गए थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है।” मोहन भागवत के सुपरमैन वाले बयान का जिक्र कर शरद पवार ने कहा, “इसका मुझे कोई अंदाजा नहीं कि वे किसके बारे में बात कर रहे थे, लेकिन कोई सुपरमैन बनने की कोशिश कर रहा है तो कोई भगवान बनने की कोशिश। इस मुद्दे पर बीजेपी और आरएसएस के लोग बयानबाजी कर रहे हैं। समझदार लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।” उन्होंने अपने भतीजे अजित पवार की बैठक के बारे में कहा, “यह लोकतंत्र है और यहां हर किसी को अपनी राय रखने का पूरा हक है। आज मेरी पिंपरी-चिंचवड़ में बैठक है, जहां कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद है। वह लोग सांसद अमोल कोल्हे के नेतृत्व में काम करना चाहते हैं।”
शरद पवार ने दिलीप वलसे पाटिल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह 35 सालों से विधायक हैं, इनमें से वह 25 सालों तक तो मंत्री पद पर रहे, इसके बावजूद वह अपने क्षेत्र का विकास नहीं कर पाए। लोगों को न्याय नहीं मिला, इसका जवाब अब उन्हें देना है। हालांकि, शरद पवार ने दिलीप वलसे की बेटी की उनकी पार्टी से चुनाव लड़ने वाले सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस मामले में फैसला हमारा स्थानीय नेतृत्व करेगा। इससे आगे किसी और का नाम लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने महाराष्ट्र में सीट आवंटन का जिक्र करते हुए कहा कि महा विकास अघाड़ी में शामिल तीनों दल एक साथ बैठकर फैसला लेंगे। हमारा मुख्य उद्देश्य राज्य को स्थिर सरकार देना है। -(आईएएनएस)
गाजियाबाद, 20 जुलाई । कावड़ यात्रा को लेकर गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने कमर कस ली है। गाजियाबाद पर सबसे ज्यादा दबाव कांवड़ का रहता है। इसलिए ट्रैफिक पुलिस की तरफ से एडवाइजरी और डायवर्जन प्लान जारी कर दिया गया है। इसके मुताबिक भारी वाहनों (ट्रक/बस/कैन्टर/ट्रैक्टर आदि) का रूट डायवर्जन 22 जुलाई को रात 12 बजे से लेकर 5 अगस्त रात 8 बजे तक जारी रहेगा।
गाजियाबाद पुलिस के यातायात विभाग द्वारा जारी किए गए ट्रैफिक प्लान के मुताबिक, दिल्ली की ओर से आने वाले भारी वाहनों का (तुलसी निकेतन बॉर्डर, सीमापुरी बॉर्डर, आनंद विहार बॉर्डर) गाजियाबाद शहर में प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। सभी भारी वाहन चौधरी चरण सिंह मार्ग का प्रयोग कर यूपी गेट (गाजीपुर बॉर्डर) होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 का प्रयोग करते हुए अपने गंतव्य को जायेंगे। इसी प्रकार दिल्ली की ओर से आने वाले वाहन जिन्हें हरिद्वार, अमरोहा, मुरादाबाद, लखनऊ आदि स्थानों पर जाना है, वो यूपी गेट (गाजीपुर बॉर्डर) से प्रवेश कर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-9 का प्रयोग करते हुए साराना इंटरसेक्शन से इस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे होते हुए आगे जाएंगे। बागपत की और से जाने वाले वाहन जिन्हें दिल्ली की ओर जाना है, ट्रॉनिका सिटी/सोनिया विहार होते हुए आगे जाएंगे। हापुड़/बुलंदशहर की ओर से आने वाले वाहन सातना पुल से सीधे गाजियाबाद शहर की ओर न आकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 29 का प्रयोग करते हुए अपने आगे जाएंगे। बुलन्दशहर/हापुड़ की ओर से जाने वाले वाहन लाल कुआं से सीधे गाजियाबाद शहर की और न आकर राष्ट्रीय राजमार्ग का प्रयोग करते हुए आगे बढ़ेंगे। दिल्ली/हापुड़/लालकुआं की ओर से आने वाले वाहन आत्माराम स्टील प्लांट तिराहा से शहर की ओर न आकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-9 का प्रयोग करते हुए जायेंगे। इस यात्रा के लिए गौतमबुद्ध नगर में भी तैयारी पूरी कर ली गई है।
ट्रैफिक प्लान जारी कर दिया गया है और 10 अस्थाई चौकी का भी निर्माण कर दिया गया है। जिनमें प्रत्येक पर 10 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। अधिकारियों की देखरेख में कांवड़ सेल का भी गठन किया गया है। शिव भक्तों के लिये कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर के अंतर्गत 14 मार्गों पर व्यवस्था स्थापित की गयी हैं। जिनमें चिल्ला रेड लाइट से डीएनडी, पक्षी विहार होकर कालिन्दी कुंज बॉर्डर तक लगभग 6 किमी, मॉडल टाउन सेक्टर 62 से सेक्टर 60, 71 होकर सिटी सेंटर, सेक्टर 37 से कालिन्दी बॉर्डर तक लगभग 15 किमी, छिजारसी से बहलोलपुर होकर सेक्टर 71, सिटी सेंटर, सेक्टर 37 से कालिन्दी बॉर्डर तक लगभग 16 किलोमीटर, तिगरी से किसान चौक, पर्थला, सेक्टर 71, सेक्टर 37 से कालिंदी बॉर्डर तक लगभग 18 किलोमीटर, साहबेरी से एक मूर्ति गोल चक्कर, किसान चौक, पर्थला, सेक्टर 71, सेक्टर 37 से कालिंदी बॉर्डर तक लगभग 18 किलोमीटर का मार्ग शामिल है।
कांवड़ के अवसर पर कमिश्नरेट के अन्तर्गत तीनों जोन नोएडा, सेन्ट्रल नोएडा व ग्रेटर नोएडा में अस्थाई रूप से कुल 10 पुलिस चौकियों का निमार्ण किया गया है। प्रत्येक अस्थाई पुलिस चौकी पर 10-10 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा सम्बन्धित थाने की पीसीआर/थार/थाना मोबाईल समय समय पर आवश्यकतानुसार उपयोग में लाई जायेगी। --(आईएएनएस)
मैनपुरी (उत्तर प्रदेश), 20 जुलाई । उत्तर प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सोनम किन्नर के इस्तीफे के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। योगी सरकार के मंत्री नितिन अग्रवाल से जब इस बाबत पूछा गया तो वह सवालों से बचते नजर आए और काफी नपे-तुले अंदाज में प्रतिक्रिया जाहिर की। वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत मैनपुरी पहुंचे अग्रवाल ने कहा कि इसमें मुझे बहुत ज्यादा टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है। सोनम को अगर कोई पीड़ा है तो नेतृत्व के आगे रखी होगी। सोनम किन्नर ने इस्तीफा दिया है तो इसका कारण वही बता सकती हैं। आज पौधारोपण का कार्यक्रम है, केवल उसी पर बात कीजिए।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कार्यक्रम चल रहा है। पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में 36 करोड़ 50 लाख से ज्यादा पौधे लगाने का लक्ष्य उत्तर प्रदेश सरकार ने रखा है। मैनपुरी जिले को भी लक्ष्य दिया गया है। ऐसे में हमने आज यहां वृक्षारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सोनम किन्नर ने शुक्रवार को किन्नर कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने राज्यपाल को भेजे अपने त्यागपत्र में लिखा कि लोकसभा चुनाव में मनचाहा परिणाम नहीं आने के कारण वह आहत हैं। उन्होंने लिखा, "मैं अपने विभाग तक में हो रहे भ्रष्टाचार को नहीं रोक पा रही हूं। अगर मैं जनता का काम ही नहीं करवा पाऊंगी, तो मेरे मंत्री पद पर बने रहने का क्या फायदा है।" उन्होंने कहा, "संगठन सर्वोच्च है। इससे ही हमारी पहचान है। काम नहीं करने वाले अधिकारी मौज कर रहे हैं, जो काम कर रहे थे, वे वेटिंग में हैं। अफसर सीएम योगी तक की नहीं सुनते हैं। अफसर सिर्फ पैसा कमाना चाहते हैं, लोगों का काम नहीं करना चाहते। मैंने सीएम योगी से शिकायत कर कहा है कि मेरे विभाग में कोई अफसर काम नहीं करते हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।" -(आईएएनएस)
रांची, 20 जुलाई । रांची में अपनी मांगों को लेकर सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे पारा शिक्षकों को तितर-बितर करने के लिये पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। प्रदेश के 60 हजार पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर राजधानी के मोरहाबादी मैदान में इकट्ठा हुए थे। शिक्षकों का प्लान मोरहाबादी मैदान से जुलूस निकालते हुए सीएम आवास का घेराव करना था।
इसे देखते हुए पुलिस ने मोरहाबादी मैदान के आस-पास कई परतों में बैरिकेडिंग कर सुरक्षा के कई घेरे तैयार किये। इसके अलावा एसपी सिटी कई थानों की पुलिस के साथ मैदान के पास कैंप लगाकर सुरक्षा-व्यवस्था की पड़ताल कर रहे हैं। जैसे ही शिक्षकों की भीड़ सीएम आवास के घेराव के लिए मोरहाबादी मैदान से बाहर निकली, पुलिस ने उन्हें वहीं रोक लिया। बढ़ती भीड़ को तितर-बितर करने के लिये पुलिस को आंसू गैस के साथ लाठी चार्ज भी करना पड़ा। पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किये जाने के बाद कई पारा शिक्षक घायल हो गए। बल प्रयोग में घायल सहायक पारा शिक्षक सिंटू सिंह ने आईएएनएस को बताया, “हम इसलिये सीएम आवास का घेराव करने निकले थे क्योंकि सरकार कुछ ही महीने में चुनाव हार जायेगी, लेकिन सरकार के आश्वासनों का दौर थम नहीं रहा है।”
उन्होंने आगे भावुक होते हुए कहा, “अब चाहे लाठी चले या गोली, हम लोग सीएम आवास पहुंचकर रहेंगे।“ बता दें कि झारखंड में करीब 60 हजार पारा शिक्षक हैं। ये शिक्षक नियमित वेतनमान सहायक, शिक्षक नियमावली में बदलाव व शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। सरकार की ओर से मांगे पूरी न होने की वजह से शिक्षक मोरहाबादी मैदान में इकट्ठा हुए थे। इससे पहले भी शिक्षकों ने सरकार को मार्च 2024 तक सभी मांगे मानने का अल्टीमेटम दिया था। जब सरकार ने शिक्षकों की बातें नहीं मानी तो शिक्षक आंदोलन पर उतर आए। इसके अलावा पारा शिक्षकों के अन्य मांगों में शिक्षकों को पीएफ का लाभ, सरकार द्वारा द्वितीय आकलन परीक्षा का आयोजन जल्द करवाना, दिव्यांग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के पारा शिक्षक को प्रावधान के अनुसार परीक्षा के अंक में छूट देना शामिल है। --(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 20 जलाई । पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने जालंधर उपचुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं बतौर अध्यक्ष हार की जिम्मेदारी लेता हूं। इस बातचीत में उन्होंने पार्टी के भीतर चल रही खींचतान की ओर भी इशारा किया। मुस्कुराते हुए कहा, “जब कभी कहीं चुनाव संपन्न होता है, तो एक मशीनरी अपना कार्य पूरी निष्ठा के साथ करती है। ऐसे में जिम्मेदारी पूरी मशीनरी की बनती है, लेकिन कोई बात नहीं, मैं कांग्रेस की पंजाब इकाई का अध्यक्ष हूं, तो मुझे पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेने में कोई गुरेज नहीं है।”
हाल ही में संपन्न हुए जालंधर उपचुनाव में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा था। यहां आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मोहिंदरपाल भगत ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने 3,7325 वोट हासिल किए थे। बीजेपी की शीतल अंगुरा दूसरे नंबर पर रहीं। उन्हें 1, 7921 वोट मिले थे और तीसरे नंबर पर कांग्रेस की सुरिंदर कौर थी जिन्हें 1,6757 वोट मिले थे। वोट प्रतिशत के लिहाज से सभी प्रत्याशियों के प्रदर्शन को देखें तो मोहिंदरपाल भगत को 58.39 प्रतिशत, शीतल अंगुराल को 18.94 प्रतिशत, कांग्रेस की सुरिंदर कौर को 17.71 प्रतिशत वोट मिले। शिरोमणि अकाली दल की सुरजीत कौर को 1.31 फीसदी वोट मिले और वो मात्र 1, 242 वोटों के साथ चौथे नंबर पर रही। जालंधर उपचुनाव के लिए गत 10 जुलाई को वोटिंग हुई थी। यहां 54.90 प्रतिशत मतदान हुआ था।
इस सीट का इतिहास रहा है कि कोई भी एक पार्टी जीत को दोहरा नहीं पाती है। लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी ने इस मिथक को तोड़ते हुए जीत अपने नाम की। 2012 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी। 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी। तो उपचुनाव में एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी। - (आईएएनएस)
गाजियाबाद, 20 जुलाई । यूपी में 22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। 22 जुलाई की आधी रात से भारी वाहनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है वहीं हल्के वाहनों की 27 जुलाई से एंट्री पूरी तरह से बैन रहेगी। इसके मुताबिक भारी वाहनों का तुलसी निकेतन बॉर्डर, सीमापुरी बॉर्डर, आनंद विहार बॉर्डर से गाजियाबाद शहर में प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। उस दिशा से आने वाले सभी वाहन चौधरी चरण सिंह मार्ग (रोड नं0- 56) का प्रयोग कर यूपी गेट (गाजीपुर बॉर्डर) होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 09 का प्रयोग करते हुए अपने गंतव्य पर पहुंचेंगे।
दिल्ली से हरिद्वार, अमरोहा, मुरादाबाद, लखनऊ आदि स्थानों को जाने वाले वाहन यूपी गेट (गाजीपुर बॉर्डर) से प्रवेश कर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 09 का प्रयोग कर डासना चौराहे से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे होते हुए निकलेंगे। बागपत से दिल्ली की ओर आने वाले वाहन सोनिया विहार के रास्ते आगे बढ़ेंगे। हापुड़ और बुलंदशहर से आने वाले वाहन भी दूसरे मार्ग से प्रवेश करेंगे। ये वाहन गाजियाबाद शहर की जगह राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 09 का प्रयोग कर अपने गंतव्य को जाएंगे। बता दें कि दिल्ली, हापुड़ व लाल कुआं की ओर से आने वाले वाहन भी आत्माराम स्टील प्लांट तिराहा से शहर की ओर नहीं जाएंगे। ये वाहन भी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 09 का प्रयोग कर सीधे निकलेंगे। लोनी बॉर्डर से लोनी कस्बे की ओर जाने वाले भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
साथ ही संतोष मेडिकल कट से मेरठ तिराहा की ओर जाने वाले वाहनों का प्रवेश भी पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। भारी वाहनों को गौड़ ग्रीन, खोड़ा, काला पत्थर, सेक्टर 62, छिजारसी और कनावनी पुस्ता से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 09 के माध्यम से इंदिरापुरम क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गंगनहर पटरी कांवड़ मार्ग, पाइपलाइन मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 34 और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही हापुड़, भोजपुर से मोदीनगर की ओर आने वाले वाहनों के प्रवेश पर भी पूरी तरह से पाबंदी होगी। वसुंधरा फ्लाईओवर से मोहननगर की ओर भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। दूसरी एडवाइजरी 27 जुलाई से 5 अगस्त (रात 8 बजे ) तक के लिए जारी की गई है। जिसमें हल्के वाहनों (जिनमें तीन पहिया और चार पहिया वाहन शामिल) का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। --(आईएएनएस)
नोएडा/गाजियाबाद, 20 जुलाई । वन महोत्सव के तहत शनिवार को पूरे उत्तर प्रदेश के हर जिले में पौधारोपण का कार्यक्रम किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 36.45 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा है। इसी कड़ी में जिला गौतमबुद्ध नगर में भी अलग-अलग जगहों पर तीनों प्राधिकरण -- वन विभाग, पुलिस प्रशासन, एनजीओ और प्राइवेट संस्थानों द्वारा इस अभियान में भाग लिया जा रहा है। वहीं गाजियाबाद में भी पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री समेत सांसद और कई विधायक पहुंचे।
वन महोत्सव के दौरान एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसके तहत सभी संस्थाओं को पौधरोपण के लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को वर्ष 2024-25 में 69100 पौधे लगाये जाने का लक्ष्य दिया गया है। जिसके लिए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में कुल 58,735 पौधों का रोपण किया गया है। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुणवीर सिंह द्वारा सेक्टर 18 के पॉकेट 2 बी के पार्क में वृक्ष लगाकर पौधारोपण जन महोत्सव कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इसी कड़ी में गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉक्टर महेश शर्मा ने भी जिलाधिकारी के साथ वृक्षारोपण जन अभियान-2024 के अंतर्गत नोएडा सेक्टर-136 में पौधारोपण कर वहां उपस्थित लोगों में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। महेश शर्मा ने सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि आप सब भी एक-एक पौधा जरूर लगाएं और उसकी देखभाल भी करें।
गाजियाबाद जिले में भी वृहद स्तर पर पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग, पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने गाजियाबाद के पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड पर पौधारोपण किया। इस अभियान में सुनील कुमार शर्मा, मंत्री उत्तर प्रदेश भी शामिल हुए और उन्होंने पुलिस कमिश्नर के साथ थाना सिहानीगेट परिसर में पौधारोपण किया। -(आईएएनएस)
रांची, 20 जुलाई । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को रांची में झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के अभियान का शंखनाद कर दिया। यहां प्रभात तारा मैदान में आयोजित भाजपा की विस्तृत कार्यसमिति की सभा में कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए उन्होंने राज्य की मौजूदा हेमंत सोरेन सरकार को उखाड़ फेंकने और भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का आह्वान किया।
अमित शाह ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही झामुमो-कांग्रेस-राजद की सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है। भारतीय जनता पार्टी के नेता-कार्यकर्ता घर-घर जाकर इस सरकार के भ्रष्टाचार, घोटाले और वादाखिलाफी का दस्तावेज पहुंचाएंगे। इस सरकार में एक हजार करोड़ का मनरेगा घोटाला, एक हजार करोड़ का खनन घोटाला, 300 करोड़ का जमीन घोटाला हुआ। झारखंड में कांग्रेस के एक सांसद के घर से तीन सौ करोड़ रुपए और हेमंत सरकार के मंत्री के पीए के घर से 30 करोड़ मिले। यह जनता से लूटा गया और भ्रष्टाचार से इकट्ठा किया गया पैसा है।
बेशर्मी की हद तो यह कि कांग्रेस जेल में बंद उस मंत्री को फिर टिकट देने जा रही है, जिसके पीए के घर से 30 करोड़ मिले। केंद्रीय गृह मंत्री ने झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ के लिए राज्य के सीएम हेमंत सोरेन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वे खुद को आदिवासी सीएम बताते हैं, लेकिन आदिवासियों की चिंता करने के बदले लैंड और लव जिहाद के जरिए उनकी जमीन लूटने वाले घुसपैठियों को संरक्षण दे रहे हैं। झारखंड में आदिवासियों की संख्या लगातार घट रही है। घुसपैठिए आदिवासियों के हक पर डाका डाल रहे हैं। उनके बदले नौकरियां पा रहे हैं और हेमंत सोरेन सिर्फ अपना वोट बैंक बढ़ाने की फिक्र कर रहे हैं।
उन्होंने वादा किया कि राज्य में भाजपा की सरकार बनते ही जनसंख्या के मामले में एक व्हाइट पेपर जारी किया जाएगा और सुनिश्चित किया जाएगा कि आदिवासियों को संरक्षण मिले। उनकी जनसंख्या कम न हो और उन्हें आरक्षण का वास्तविक लाभ मिले, यह सुनिश्चित किया जाएगा। अमित शाह ने कहा कि हेमंत सोरेन के लिए आदिवासी कल्याण का मतलब सिर्फ अपने परिवार का कल्याण करना है। यह भाजपा ही है, जिसने आदिवासी के बेटे बाबूलाल मरांडी को राज्य का पहला सीएम बनाया था। इतना ही नहीं, आदिवासी बहन द्रौपदी मुर्मू को देश के राष्ट्रपति के सर्वोच्च पद पर पहुंचाया। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने संताली को आठवीं अनुसूची में शामिल कराया था और पहली बार केंद्र में आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया।
उन्होंने कहा कि आदिवासियों और दलितों के साथ पिछड़ों की किसी ने अब तक सबसे ज्यादा चिंता की तो वह नरेंद्र मोदी की सरकार है। ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण हमारी सरकार ने सुनिश्चित किया। पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया और नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में 27 फीसदी पिछड़ों को जगह दी गई। ऐसा देश में आज तक किसी सरकार ने नहीं किया। अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार से पहले केंद्र में 10 साल कांग्रेस का राज था, लेकिन उसने झारखंड की लगातार उपेक्षा की। कांग्रेस के 10 साल के शासन में झारखंड को विकास योजनाओं के लिए सिर्फ 84 हजार करोड़ दिए, जबकि नरेंद्र मोदी की सरकार ने पिछले दस साल में इस राज्य के विकास के लिए 3 लाख 84 हजार करोड़ रुपए दिए। झारखंड को भाजपा ने बनाया और इसका विकास भी भाजपा ही करेगी। झारखंड हमेशा से नक्सलवाद से पीड़ित राज्य रहा, लेकिन नरेंद्र मोदी ने दस साल में झारखंड और बिहार को नक्सलवाद से मुक्त कर दिया। भाजपा नेता ने कहा कि हम देश की जनता के आभारी हैं कि उन्होंने 2014, 2019 और 2024 के तीन चुनावों में भाजपा को लगातार जीत दिलाकर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश में सरकार भाजपा की बनी, लेकिन हारने वाली पार्टी कांग्रेस के नेता ऐसा अहंकार प्रदर्शित कर रहे हैं, जैसे उन्हें दो तिहाई बहुमत मिला हो। झारखंड की जनता ने भी 14 मे 9 सीटों पर भाजपा को जिताया। यहां की 81 में से 52 विधानसभा सीटों पर भाजपा को बढ़त मिली। यह आंकड़ा बताता है कि आने वाले चुनाव में राज्य में पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकार बनने वाली है। केंद्रीय गृह मंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं में चुनाव को लेकर जोश भरते हुए कहा कि चुनाव में हमारी जीत का आधार नेता नहीं, बूथ के कार्यकर्ता होते हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने राज्य को हत्या, लूट, बलात्कार, अपराध और भ्रष्टाचार के मामले में देश में नंबर एक बना दिया है। इस सरकार ने चुनाव से पहले किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया। जिन सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा उन्होंने स्थायी करने का वादा किया था, उनपर लाठियां बरसाई गईं। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, झारखंड के भाजपा प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी सहित अन्य नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । बांग्लादेश के छात्र आंदोलन के साथ एकजुटता दिखाते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (एआईएसए) ने शनिवार को दिल्ली में प्रदर्शन किया। एआईएसए ने पड़ोसी देश में प्रदर्शनकारी छात्रों के दमन की निंदा की। संगठन के सदस्यों ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ नारेबाजी भी की। एआईएसए ने यहां प्रदर्शन के दौरान कहा कि बांग्लादेश में छात्रों की हत्या नहीं सहेंगे, लाठीचार्ज भी नहीं सहेंगे। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार की आलोचना में हाथों में बैनर भी ले रखे थे।
सरकारी नौकरियों में आरक्षण फिर से लागू करने के विरोध में बांग्लादेश में कई सप्ताह से व्यापक विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प में अब तक कम से कम 104 लोगों की मौत हो गई और 2,500 से ज्यादा घायल हो गए हैं। आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन के चलते बांग्लादेश से करीब एक हजार भारतीय छात्र स्वदेश लौट आये हैं। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मेघालय और जम्मू-कश्मीर के भारतीय विद्यार्थी वापस देश लौटने पर मजबूर हुए हैं।
भारत के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वह भारतीय नागरिकों का बिना किसी परेशानी के आगमन सुनिश्चित करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय, इमिग्रेशन, लैंड पोर्ट और बीएसएफ के अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है। जानकारी के अनुसार, कम से कम 778 भारतीय छात्र विभिन्न जमीनी सीमा पोस्टों के माध्यम से भारत लौट आए, जबकि लगभग 200 छात्र ढाका और चटगांव हवाई अड्डों से नियमित के माध्यम से घर लौटे हैं। -(आईएएनएस)
पटना, 20 जुलाई । बिहार में कानून व्यवस्था के सवाल पर शनिवार को विपक्षी दलों के नेता सड़कों पर उतर आए। पटना सहित राज्य के अन्य जिला मुख्यालयों में विपक्षी दलों द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया है। पटना में भी विपक्षी दलों ने प्रतिरोध मार्च निकाला, जिसमें राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल के नेता शामिल हैं। पटना आयकर गोलंबर पर सैकड़ों की संख्या में जुटे महागठबंधन नेता और कार्यकर्ता डाक बंगला चौराहे के रास्ते समाहरणालय के लिए निकले। इस दौरान विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सत्ताधारी पक्षों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया।
इस दौरान दोनों में हल्की झड़प भी देखी गई। इसके बाद प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग को गिराकर आगे बढ़ गए। विपक्ष बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सत्ता पक्ष को लगातार घेर रहा है। राजद के नेता तेजस्वी यादव सोशल मीडिया पर क्राइम बुलेटिन जारी कर घटनाओं की जानकारी दे रहे हैं। विपक्ष के नेताओं का आरोप है कि बिहार में कोई भी सुरक्षित नहीं है। प्रत्येक दिन हत्याएं हो रही हैं।
कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार में गिरती कानून व्यवस्था को लेकर महागठबंधन की ओर से शांतिपूर्ण प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया है। पुलिस के जरिए सत्ता पक्ष विपक्ष की आवाज को दबाना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश खासकर बिहार में कानून-व्यवस्था की जो हालत बनी है उसके विरोध में पूरा महागठबंधन एकजुट होकर सड़क पर उतरा है। अपना आक्रोश और प्रतिरोध व्यक्त करने हम सड़क पर उतरे हैं। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । यूपी में कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले दुकानों के बाहर 'नेमप्लेट' लगाने वाले आदेश पर बवाल मचा हुआ है। सरकार के इस आदेश पर विपक्ष हमलावर है। इसी को लेकर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने सरकार पर जमकर हमला बोला है। कपिल सिब्बल ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली दुकानों के लिए जो आदेश जारी किया गया है वह हमें विकसित भारत की तरफ तो नहीं ले जा रहा है। अगर हम चाहते हैं कि ये देश एक विकसित देश बने तो प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री को चाहिए कि ऐसे विवादित मुद्दे को न उठाएं जिसका मकसद केवल राजनीति है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की राजनीति से आम आदमी का कोई लेना देना नहीं है। इससे सिर्फ टकराव बढ़ेगा, लोगों को नुकसान होगा, विवाद होगा, नतीजा होगा संसद में ये मुद्दे उठेंगे। हमें पार्लियामेंट में मिलकर काम करना चाहिए, ऐसे मुद्दे अगर संसद में उठेंगे तो देश की जनता के हित में काम करने में रुकावट आएगी। मुझे समझ नहीं आता कि देश में जो उच्च पदों पर लोग बैठे हैं, वह इस बारे में क्यों नहीं सोचते। देश के कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसमें राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के सामने बेरोजगारी की समस्या है, उस पर ध्यान दिजिए।
बेरोजगारी को लेकर हर जगह लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। बिहार, यूपी समेत अलग-अलग राज्यों में लोगों के पास रोजगार नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएम योगी दुकान के बाहर नेमप्लेट लगाने वाले आदेश को वापस लें। पहले भी कांवड़ यात्रा होती रही है, किसको कहां खाना है, सब जानते हैं। यह सरकार तो इसलिए बची हुई है क्योंकि रिजर्व बैंक ने इनको करोड़ों रुपए दिए हैं। लेकिन इस दुनिया में जहां एआई का दौर बढ़ रहा है वहां अपने बच्चों को स्मार्ट बनाओ। सड़कें बनाओ, सड़क पर गाड़ी चलेगी। आज के दिन सबसे ज्यादा लड़कियों को पढ़ाने की जरूरत है। भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा यूपी में 2027 में फिर से सरकार बनाने का सपना देख रही है, लेकिन जनता ने भाजपा को इस बार के लोकसभा चुनाव में जवाब दे दिया है।
राजस्थान में चिकन की दुकान बंद होने के मामले पर उन्होंने कहा है कि आखिर ये लोग देश को किस ओर ले जाना चाहते हैं। क्या अब लोग घरों में भी चेक करेंगे किसके घर में क्या बन रहा है। किचन में जाइए और देखिए कि वहां क्या बन रहा है। घरों के बाहर बोर्ड लगा दीजिए कि आपके घर में नॉन वेजिटेरियन नहीं बनेगा, अगर बनेगा तो आपको यहां से भगा दिया जाएगा। आखिर ये लोग चाहते क्या हैं? सोनीपत में हुई ईडी की कार्रवाई पर उन्होंने कहा है कि सोनीपत में क्या हुआ, क्या नहीं, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। इसलिए इस बारे में कोई भी टिप्पणी करना सही नहीं है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । आंध्र प्रदेश के अंबेडकर कोनसीमा जिले के रहने वाले एक युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीरेंद्र नाम के शख्स ने भारत सरकार से उसे सऊदी अरब से वापस लाने की गुहार लगाई है। जिले के इसुका पुडी गांव के वीरेंद्र कुमार की उम्र 23 साल है। वीरेंद्र 10 जुलाई 2024 को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के एक एजेंट के जरिए कतर गया था। हालांकि, बाद में उसे सऊदी अरब ले जाया गया और रेगिस्तान में ऊंट चराने की नौकरी पर रख दिया गया। जानकारी के अनुसार, एक एजेंट ने वीरेंद्र को घर पर खाना बनाने का काम देने की बात कही थी, लेकिन उसे रेगिस्तान में ऊंटों की रखवाली के लिए रख दिया गया।
एजेंट ने उससे एक लाख सत्तर हजार रुपए लेकर धोखाधड़ी की और बाद में रेगिस्तान में छोड़ दिया। वायरल वीडियो में वीरेंद्र भारत सरकार से मदद की गुहार लगाता दिख रहा है। सेल्फी वीडियो में वो बेबस और थका हारा दिख रहा है। रेगिस्तान में खड़ा वीरेंद्र कहता है कि उसे भोजन और पानी भी नहीं मिल रहा है। उसे खून की उल्टियां हो रही हैं और उसकी तबियत भी काफी खराब है। उसने यह भी कहा कि रेगिस्तान में उसे किसी तरह की कोई मदद भी नहीं मिल पा रही है। दूसरे ओर वीडियो सामने आने के बाद वीरेंद्र के परिजन भी काफी परेशान हैं। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है और उन्होंने सरकार से जल्द ही वीरेंद्र को वापस लाने की गुहार लगाई है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई । आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में पेड़ काटने के मुद्दे को लेकर भाजपा और दिल्ली के एलजी पर हमला बोला है और आम आदमी पार्टी के दफ्तर के बाहर अपने कार्यकर्ताओं के साथ एक अनोखा प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज मौजूद रहे। उनके साथ मौजूद कार्यकर्ताओं ने बड़े-बड़े पेड़ के साइन बोर्ड बनाए हुए थे और दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना का मास्क लगाकर आरी से उसे काटते हुए दिख रहे थे। आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली वालों से भाजपा के लोग उनकी शुद्ध हवा भी छीन लेना चाहते हैं।
दरअसल दिल्ली के रिज एरिया में 1100 पेड़ों पर काटने का मामला कोर्ट पहुंच गया है। दिल्ली सरकार लगातार यह आरोप लग रही है कि अमीरों के घर बचाने के लिए रिज एरिया के 1100 पेड़ों को डीडीए ने दिल्ली के एलजी के आदेश पर चुपचाप काट दिए। जबकि रिज एरिया में अगर एक भी पेड़ काटना होता है तो उसके लिए सुप्रीम कोर्ट से परमिशन लेनी होती है।
दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के इको सेंसिटिव जोन, असोला भाटी सेंचुरी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ‘लंग ऑफ दिल्ली’ कहता है और जहां एक भी पेड़ सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बिना नहीं काटा जा सकता, वहां डीडीए ने गैरकानूनी तरीके से 1100 पेड़ काट दिए। सुप्रीम कोर्ट डीडीए के वाइस चेयरमैन से बार-बार पूछ रहा है कि क्या इन पेड़ों को काटने का आदेश दिल्ली के एलजी ने दिया था? लेकिन डीडीए के वाइस चेयरमैन इस बात को गोलमोल घुमा रहे हैं। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 जुलाई। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने डेमोग्राफी वॉर अर्थात जनसांख्यिकी युद्ध को वैश्विक समस्या बताते हुए कहा है कि भारत में भी यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो असम सहित पूरे देश में इसके खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा उनके राज्य के 2041 तक मुस्लिम बहुल राज्य बन जाने के बयान का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि असम के मुख्यमंत्री ने इस पर खुल कर चर्चा शुरू की है।
असम में यह समस्या आजादी के तुरंत बाद शुरू हो गई थी लेकिन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने इस संबंध में असम के पहले मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें लिखी गई चिट्ठी तक को नजरअंदाज कर दिया था। लेकिन अब यह जनसांख्यिकी युद्ध की समस्या सिर्फ असम तक ही सीमित नहीं है बल्कि झारखंड के 5 जिलों- पाकुड़, दुमका, साहिबगंज, देवघर और जामताड़ा में अवैध घुसपैठियों के कारण वहां के स्थानीय लोगों का रहना दुश्वार हो गया है। झारखंड के इन जिलों में आए दिन आदिवासियों को प्रताड़ित कर, उन्हें धोखा देकर उनकी जमीन छीनी जा रही है। झारखंड उच्च न्यायालय ने इन जिलों के डीसी को इस समस्या के निदान के लिए काम करने को कहा है लेकिन राज्य की जेएमएम और कांग्रेस सरकार उन्हें रोक रही है। उन्होंने आगे कहा कि 1947 में भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हो चुका है और अगर एक समुदाय विशेष की जनसंख्या तेजी से बढ़ती है तो भविष्य में उनकी मांगें बढ़ने से कई तरह की समस्या खड़ी हो सकती है।
उन्होंने इससे प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा इस पर कार्रवाई करने की अपील करते हुए यह भी कहा कि यदि प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर इस पर तुरंत कार्रवाई नहीं करते हैं, तो वे अपने-अपने राज्यों और देश के भविष्य को संकट में डाल रहे हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी इस पर एक्शन नहीं ले रही है, झारखंड में हेमंत सोरेन इस समस्या को खारिज कर रहे हैं और ऐसे में भविष्य में इस अवैध घुसपैठ के कारण देश के हालात के बिगड़ने के लिए यही लोग जिम्मेदार होंगे। इस मामले में कांग्रेस, टीएमसी, जेएमएम और आरजेडी जैसे तमाम दलों को अपने-अपने राजनीतिक स्वार्थों से ऊपर उठकर अवैध घुसपैठियों के मामले में स्टैंड लेना चाहिए।
इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता ने यह भी जोड़ा कि इस समस्या से सिर्फ भारत के असम, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य ही पीड़ित नहीं हैं, बल्कि यूरोप भी इस जनसांख्यिकी युद्ध से उतना ही ग्रसित है जितना भारत। यूके सहित यूरोप के कई देशों में जनसांख्यिकी युद्ध के कारण पैदा हुए जनसंख्या असंतुलन के कारण दंगे हो रहे हैं। -- (आईएएनएस)
पटना, 20 जुलाई । बिहार में इंडी गठबंधन की ओर से प्रतिरोध रैली निकाली गई। जिसमें प्रदेश के कई बड़े विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया। विपक्ष का आरोप है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। विपक्ष के इस वार पर एनडीए सहयोगी और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने पलटवार किया है। बिहार के मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए मांझी ने कहा, “इस तरह की रैली निकालना, उनका काम हैं, वो करते रहे, हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है।
यह लोग कह रहे हैं कि यहां कानून-व्यवस्था बिगड़ी हुई है, लेकिन मैं आपको बता दूं कि ऐसा कुछ नहीं है, सबकुछ ठीक है, लेकिन हां कुछ कभी-कभी कुछ छिटपुट आपराधिक घटनाएं घटतीं है, मगर हम इसमें आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने की कोशिश रहेगी।” बता दें कि बीते दिनों विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। जिसे लकेर कई बड़े विपक्षी नेताओं ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। प्रतिरोध रैली के मकसद पर राजद नेता मृत्यंजय तिवारी ने कहा, “जिस तरह से नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में आपराधिक घटनाओं में तेजी आई है, उसके विरोध में पूरा इंडी गठबंधन शुक्रवार को पटना की सड़कों पर प्रतिरोध रैली निकाल रहा है। हम अभी सड़क से लेकर संसद तक सरकार को घेरने का काम करेंगे। हम एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में चुपचाप नहीं बैठ सकते हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आह्वान पर आंदोलन की तैयारी कर ली गई है और पूरा जनसैलाब आप लोगों को सत्तारूढ़ दल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करता हुआ दिखेगा। इस संबंध में हम जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपेंगे।”
उन्होंने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “इस नकारा और निकम्मी सरकार से जनता निजात चाहती है। बिहार की जनता को अब यह सरकार नहीं चाहिए। बिहार का भला तभी हो सकता है, जब इस सरकार की रवानगी हो, जब तक यह सरकार रहेगी, तब तक बिहार में ऐसे ही अपराधियों का तांडव होता रहेगा।” राजद नेता ने आगे कहा, “मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक करने में विलंब कर दिया है। जब महागठबंधन ने प्रतिरोध मार्च का ऐलान किया, तब उनकी ओर से बैठक बुलाई गई। हालांकि, इससे पहले भी मुख्यमंत्री की ओर से कई बैठक इस संबंध में की जा चुकी है, लेकिन इसका कोई प्रतिफल नहीं निकलता है। इसके विपरीत आपराधिक घटनाओं में तेजी ही देखने को मिलती है, जब अपराधियों की सेटिंग सरकार से हो, तो इस मीटिंग का कोई मतलब नहीं रह जाता है।
नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा है।” राजद नेता जय प्रकाश यादव बोले की सरकार का इकबाल खत्म हो रहा है। उन्होंने कहा, “बिहार की स्थिति बद से बदतर है। लिहाजा इंडिया गठबंधन ने समूचे बिहार में जनाक्रोश रैली निकालने का फैसला किया है। समस्त राज्य में जनाक्रोश रैली निकाली जा रही है। यह सिर्फ इंडिया गठबंधन की जनाक्रोश रैली नहीं है, बल्कि पूरे बिहार के लोगों का आक्रोश है। बिहार में कानून-व्यवस्था का चक्का बैठ गया है। राज्य में हालात बद से बदतर हो चुके हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। हत्या, लूट और डकैती और चौतरफा हिंसा देखने को मिल रही है। अब तो नीतीश कुमार को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि बिहार को संभाल पाने में असमर्थ साबित हो रहे हैं। सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है। डबल इंजन सरकार फैल हो चुका है।
समाज में तनाव का माहौल बना रहा है, इसलिए इंडिया गठबंधन ने एकजुट होने का फैसला किया है।” राजद के कद्दावर नेताओं में शुमार विधायक भोला यादव ने कहा, “नीतीश कुमार के नेतृत्व में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। सरकार पूर्ण रूप से अपराधियों के चंगुल में चली गई है। दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पिता की हत्या हो जाती है, फिर भी सरकार गंभीर नहीं है। ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए, इसलिए हम सभी आज एकजुट होकर जनता से अपील कर रहे हैं कि वो ऐसी सरकार को उखाड़ फेंके।” --(आईएएनएस)
ढाका, 20 जुलाई । बांग्लादेश में चल रहे छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण स्थिति भयावह बनी हुई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए करीब 1000 भारतीय स्टूडेंट्स वहां से भारत लौट आए हैं। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शनिवार को कहा कि उसने भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए हर तरह की व्यवस्था की है। नागरिक उड्डयन, आव्रजन, लैंड पोर्ट और बीएसएफ अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया है। अलग-अलग लैंड पोर्ट से 778 भारतीय स्टूडेंट्स भारत लौटे हैं, जबकि करीब 200 स्टूडेंट्स ढाका और चटगांव हवाई अड्डों से नियमित उड़ान सेवाओं से स्वदेश लौटे।
ढाका में भारतीय उच्चायोग और चटगांव, राजशाही, सिलहट और खुलना में सहायक उच्चायोग बांग्लादेश में हालिया घटनाक्रमों के बाद भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में सहायता कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा तक सुरक्षित यात्रा के लिए उच्चायोग और सहायक उच्चायोग अपनी तरफ से उपाय कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा, "ढाका में भारतीय उच्चायोग और हमारे सहायक उच्चायोग बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में रह रहे 4000 से अधिक स्टूडेंट्स के साथ नियमित संपर्क में हैं और आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं। नेपाल और भूटान के छात्रों को भी भारत में प्रवेश करने में इजाजत दी गई है।"
भारतीय नागरिकों और स्टूडेंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उच्चायोग और सहायक उच्चायोग बांग्लादेश के अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में हैं। साथ ही, ढाका में उच्चायोग बांग्लादेश के नागरिक उड्डयन अधिकारियों और एयरलाइनों के साथ भी समन्वय कर रहा है ताकि ढाका और चटगांव से उड़ान सेवाएं सुचारू रहें और भारतीय नागरिक घर लौट सकें। विदेश मंत्रालय ने बताया कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग और बांग्लादेश स्थित सहायक उच्चायोग आपातकालीन संपर्क नंबरों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को किसी भी प्रकार की सहायता के लिए उपलब्ध हैं। (आईएएनएस)
श्रीनगर, 20 जुलाई । उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा के मार्गों पर पड़ने वाली दुकानों और रेहड़ी के आगे नेम प्लेट लगाने का आदेश जारी किया है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के इस फैसले को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। इस विवाद पर पीडीपी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रतिक्रिया दी है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, “ये तो पहले ही साफ हो चुका है कि भाजपा सरकार संविधान की धज्जियां उड़ा रही है।
हमारा संविधान सबको बराबरी का हक देता है, वह यह नहीं पूछता है कि आपका धर्म क्या है। लेकिन इस सरकार ने संविधान का मजाक बना दिया है।” उन्होंने राहुल गांधी के बयान का जिक्र करते हुए कहा, “कांग्रेस नेता ने सही कहा था कि अगर ये लोग 400 पार हो गए तो संविधान को खत्म कर देंगे, लेकिन इन्होंने लोकसभा चुनाव से कोई सबक नहीं लिया। भाजपा 350 सीटों से 240 पर आकर सिमट गई, लेकिन भाजपा संविधान के खिलाफ जाकर ऐसी हरकतें कर रही है। इससे देश का माहौल बिगड़ने का खतरा है।” महबूबा मुफ्ती ने दावा किया, "मेरा मानना है, जिन लोगों ने भाजपा को वोट दिया। अब उन्हें भी इस बात का अहसास होने लगा है कि यह किसी भी तरीके से संविधान को खत्म करना चाहते हैं। पहले मुसलमानों के हक को खत्म करेंगे। फिर दलितों और पिछड़े लोगों की बारी आएगी, क्योंकि भाजपा का मकसद एक अलग निजाम बनाना हैं।
यही वजह है कि जो इन्होंने यूपी में किया, वो देश के संविधान के खिलाफ है। पीएम मोदी को भी अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और बताना चाहिए कि क्या वह इस फैसले के साथ है या इसके खिलाफ हैं।" उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कांवड़ रूट में पड़ने वाली सभी दुकानों, ढाबों और ठेलों पर नेम प्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया है। उनके इस फैसले को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। जहां प्रदेश सरकार इसे किसी भी अनचाही परिस्थिति से बचने के इरादे से उठाया गया कदम बता रही है तो विपक्ष इसे संविधान के मूलभूत सिद्धांतों के विरुद्ध बता रहा है। कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है। --(आईएएनएस)
पंचकूला, 20 जुलाई । देश के अलग-अलग राज्यों में साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अपराधी हर दिन ठगी की नई-नई तरकीब खोज रहे हैं। अब शातिर हैकर्स ने ई-चालान स्कैम की नई तकनीक विकसित कर ली है। ऐसे अपराधियों से लोगों को बचाने के लिए हरियाणा साइबर पुलिस ने अलर्ट जारी किया है। एसीपी (साइबर क्राइम) मनप्रीत सूदन ने शनिवार को मीडिया को बताया कि इन दिनों ई-चालान स्कैम की नई तरकीब से लोगों को ठगा जा रहा है।
हैकर्स लोगों के पास ओवर स्पीड का ई-चालान भेजते हैं। इसमें लोगों के वाहनों की सही जानकारी होती है। लोगों को लगता है कि यह असली है और परिवहन विभाग की तरफ से भेजा गया है। मैसेज भेजने के बाद हैकर्स लोगो से लिंक खोलकर इसमें बैंक डिटेल भरने के लिए कहते हैं। इसके बाद हैकर्स लोगों के बैंक खातों को हैक कर लेते हैं और पैसे अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेते हैं। एसीपी मनप्रीत सूदन ने लोगों से इससे सतर्क रहने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि ई-चालान का कोई भी मैसेज आपके पास आता है तो पहले इसकी जांच parivahan.gov.in पर कर लें। जल्दबाजी में आकर अपनी बैंक डिटेल किसी के साथ भी शेयर नहीं करें। उन्होंने कहा कि आम आदमी को लालच देकर भी साइबर ठगी की जा रही है। इसलिए लोगों को इस लालच से बचना चाहिए। कोई भी ऐसी स्कीम नहीं है जो आपके पैसे रातों-रात दोगुना और चौगुना कर दे। इसलिए ऐसे संदेशों पर भरोसा न करें और सतर्क रहें। उन्होंने आगे कहा कि, हरियाणा के पंचकूला में अभी तक कोई ऐसा मामला नहीं आया है। अन्य जिलों से ई-चालान स्कैम के कई मामले सामने आए हैं, जिसके चलते हम लोगों को जागरूक कर रहे हैं। साइबर टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है। -(आईएएनएस)
जोधपुर, 20 जुलाई । केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचे। उन्होंने दक्षिणी नगर निगम द्वारा जोधपुर के पत्रकारों को पत्रकार भवन आमंत्रित किए जाने पर खुशी जाहिर की। एयरपोर्ट पर पत्रकारों ने बात करते हुए शेखावत ने कहा कि इससे पत्रकारों के काम की क्वालिटी में और अधिक सुधार होगा। उन्होंने कहा कि जोधपुर में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार से बातचीत करेंगे। टूरिज्म को लेकर प्रदेश सरकार अपनी तरफ से योजना बनाएगी और फिर केंद्र सरकार को भेजेगी।
शेखावत ने आगे कहा कि भारत के लिए यह सौभाग्य का विषय है कि वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी जो यूनेस्को के कन्वेंशन के बाद 195 देश जिसके सदस्य हैं, इससे पहले भी भारत को चार बार सदस्यता का अवसर मिला है। मेरे लिए भी यह सौभाग्य की बात है कि मेरे मंत्री बनते ही भारत को अध्यक्षता करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद भारत में पहली बार वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की बैठक आयोजित करना बहुत बड़ी चुनौती थी। 40 दिन के कालखंड में एक बड़ा आयोजन करना था जिसमें देश और दुनिया से 165 से ज्यादा देशों के 3200 प्रतिनिधि शामिल होंगे।
इस दौरान 30 से ज्यादा देशों के मंत्री भी उपस्थित होंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी और डीजी यूनेस्को की उपस्थिति में उद्घाटन होगा। दस दिनों तक चलने वाली इस बैठक में विश्व की धरोहर के रूप में मान्यता प्राप्त 1199 साइट्स का री ऑडिट कराया जाएगा। बता दें कि वर्ल्ड हेरिटेज कन्वेंशन 21 जुलाई से 31 जुलाई तक आयोजित किया जा रहा है। भारत मंडपम में यह कन्वेंशन होगा। --(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 20 जुलाई । हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने इंडी अलायंस के दो घटक दलों आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को झूठे दल बताया। विरोधी खेमे पर हमलावर प्रदेश के मुखिया ने डबल इंजन की सरकार को मजबूत करार दिया। मीडिया से रूबरू मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “यह इंजन मजबूत है। नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम मजबूती से हरियाणा में बड़े बहुमत के साथ सरकार बना रहे हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।
दोनों आपस में मिले हुए हैं, दोनों बहुत झूठ बोलते हैं। दोनों पार्टियां झूठ का सहारा लेकर काम करती हैं।” उनकी ये प्रतिक्रिया पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के उस तंज का जवाब थी जिसमें उन्होंने कहा था, “हम 90 की 90 सीटों पर ऐसे चुनाव लड़ेंगे की दुनिया देखेगी। पहले मनोहर लाल का इंजन था, अब नायब सिंह सैनी का इंजन है।” हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। 20 जुलाई को ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल पंचकूला पहुंची। केजरीवाल की गारंटी अभियान लांच किया। इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस में आप नेता सुशील गुप्ता ने प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाए। उन्होंने किसानों के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरा। कहा, “भाजपा पिछले 10 सालों से किसानों को धोखा देने का काम कर रही है।
किसानों को प्रताड़ित कर रही है। किसानों पर आंसू गैस छोड़ने वाले, लाठी चलाने वाले, गोली चलाने वाले पुलिस वालों को वीरता पुरस्कार देने का काम कर रही है। हरियाणा के डीजीपी उनको गैलेंट्री अवॉर्ड देने की सिफारिश कर रहे हैं। हरियाणा सरकार 750 किसानों की शहादत पर एक शोक प्रस्ताव पास नहीं कर पाई।” उन्होंने भाजपा पर किसानों के साथ बर्बरता का आरोप लगाया। बोले, “एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने का झूठा वादा कर प्रधानमंत्री ने संसद या संसद के बाहर एक शब्द नहीं कहा।
परंतु किसानों पर झूठे केस लगाकर गिरफ्तार करने वाले, कंटीले तार लगाकर उनको रोकने वाले अफसरों को अब भाजपा पुरस्कृत करने जा रही है। आपकी वजह से हरियाणा और देश के किसानों की शहादत हुई। आज उन पुलिस वालों को वीरता पुरस्कार देकर किसानों के जले पर नमक छिड़कने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है। उनकी इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई और हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी उनको दिल्ली जाने से रोकने वाले अधिकारियों को भाजपा पुरस्कृत कर रही है।” --(आईएएनएस)