राष्ट्रीय
नोएडा, 12 सितंबर । दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह बारिश होने के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों तक तापमान के ऐसा ही बने रहने की उम्मीद है। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर के लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी और मौसम सुहाना बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, अचानक मौसम बिगड़ सकता है और मूसलाधार बारिश होने की उम्मीद है।
आने वाले एक हफ्ते तक एनसीआर के लोगों को सुहाने मौसम का नजारा देखने को मिलेगा। एनसीआर में लगातार हो रही इस बारिश के कारण लोगों को भीषण गर्मी से तो निजात मिलती दिखाई दे रही है, लेकिन जलभराव और अन्य कारणों से उनकी दिक्कतें बढ़ गई हैं। बारिश के बाद सड़कों का हाल बुरा हो जाता है। लोगों को घंटों ट्रैफिक समस्या से जूझना पड़ता है।
मौसम विभाग के अनुसार, 13 सितंबर को अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री के आसपास रहेगा। 14 सितंबर को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री तक बना रहेगा। वहीं 15 सितंबर को अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री तक रहने की संभावना है। गौरतलब है कि तेज बारिश के चलते एनसीआर में जगह-जगह जलभराव के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दिल्ली और नोएडा में लोग लंबे-लंबे जाम से जूझते दिखाई देते हैं। --(आईएएनएस)
मुंबई, 12 सितंबर । गणेश उत्सव पर पीएम मोदी और सीजेआई के साथ दिखने पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) नेता संजय राउत ने तंज कसा है। उन्होंने कहा, 'हमें शंका है कि क्या सीजेआई हमें न्याय दे पाएंगे'। गणपति उत्सव में लोग एक दूसरे के घर जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक कितने लोगों के घर में गए, मेरे पास इसकी जानकारी नहीं है।' उन्होंने कहा, दिल्ली में कई जगह उत्सव होते हैं, महाराष्ट्र में कई मंडल गणेश उत्सव का आयोजन कर रहे हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीफ जस्टिस के घर गए। दोनों ने मिलकर भगवान गणेश की आरती की।
संजय राउत ने कहा, 'अगर संविधान के रक्षक, राजनेताओं से मिलेंगे तो लोगों के मन में शंका पैदा होगी। महाराष्ट्र में अवैध सरकार चल रही है। तारीख पर तारीख दी जा रही है। हमें शंका है कि क्या हमें न्याय मिलेगा ?' संजय राउत ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर एक पोस्ट लिखा। संजय ने लिखा, संविधान के घर को आग लगी, घर के चिराग से'। वहीं, अपने पोस्ट में सीजेआई पर भी तंज कसते हुए लिखा, 'ईवीएम को क्लीन चिट! महाराष्ट्र में चल रही संविधान विरोधी सरकार के सुनवाई पर तीन साल से तारीख पे तारीख। पश्चिम बंगाल बलात्कार मामले में हस्तक्षेप, लेकिन महाराष्ट्र रेप कांड का जिक्र नहीं'। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत पर तारीख पर तारीख। ये सब क्यों हो रहा है। क्रोनोलॉजी समझ लीजिए। भारत माता की जय।
दरअसल, गणेश उत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के घर पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों में आरती की थाली ली। उनके साथ सीजेआई भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने भगवान गणेश की आरती उतारी। प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से एक फोटो शेयर की। पीएम ने लिखा, ‘सीजेआई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुआ, भगवान श्री गणेश हम सभी को सुख, समृद्धि और अद्भुत स्वास्थ्य का आशीर्वाद दें'। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के इस बयान पर कि पिछले 10 साल में भारत में लोकतंत्र को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया गया है, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यदि देश में लोकतंत्र नहीं रहता तो पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष दो-दो सीटों से चुनाव कैसे जीतते। पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बुधवार को आईएएनएस से बातचीत में अमेरिका में की गई राहुल गांधी की टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, "अगर भारत में लोकतंत्र खत्म हो गया होता तो राहुल गांधी दो जगहों से कैसे लोकसभा चुनाव जीत जाते? लोकतंत्र के बिना वह रायबरेली और वायनाड लोकसभा सीट से कैसे चुनाव जीत गए? रायबरेली से भी उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
वह कह रहे थे कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आईना दिखा दिया है, लोकसभा चुनाव में 99 सीटें जीत ली हैं। तो ये सारी सीटें लोकतंत्र के बिना कैसे आ गईं? मुझे लगता है उन्हें किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।" जातिगत मतगणना पर आचार्य प्रमोद कृष्णम कहा कि राहुल गांधी देश को विभाजित करना चाहते हैं। वह धर्म, भाषा, क्षेत्र और जाति के नाम पर देश को बांटना चाहते हैं। उनका एक ही एजेंडा है कि कैसे देश को विभाजित किया जाए।
इसीलिए वह विदेश जाते हैं और वहां जाकर देश की बुराई करते हैं। राहुल गांधी ने अमेरिका में एक कार्यक्रम में कहा, "मैं आपको यह बता सकता हूं कि पिछले वर्षों में भारतीय लोकतंत्र को बहुत नुकसान पहुंचाया गया। अब वह फिर से पटरी पर लौटने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसे नुकसान पहुंचाया गया था।" राहुल गांधी ने कहा, "मैंने देखा है कि किस तरह महाराष्ट्र में हमारी सरकार हमसे छीन ली गई। मैंने इन सबका गवाह रहा हूं। मैंने देखा है कि कैसे हमारे विधायकों को खरीद लिया गया और उन्हें फंसा दिया गया। वे अचानक भाजपा के विधायक बन गए। तो इस प्रकार भारतीय लोकतंत्र खतरे में रहा है, इसे बुरी तरह से कमजोर किया गया और अब वह फिर से पटरी पर लौट रहा है। मुझे भरोसा है कि यह फिर से मजबूत होगा।" -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अमेरिका में दिए चीन में रोजगार वाले बयान पर देश में लगातार विरोध हो रहा है। इस पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चीन को क्लीन चिट देने का आरोप लगाया है। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “राहुल गांधी ने कुछ गलत नहीं कहा है। अगर कुछ गलत है तो वह है चीन को क्लीन चिट देना।
चीन को क्लीन चिट देने का काम देश के प्रधानमंत्री ने किया है। चीन ने इस देश के हिस्से पर कब्जा किया है। यह बोलना अपराध है, लेकिन चीन को क्लीन चिट देना अपराध नहीं है? साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के आरक्षण वाले बयान पर कहा, "भाजपा है इसलिए आरक्षण को बचाना है। हम चाहते हैं कि 50 फीसदी वाली सीमा भी आरक्षण से हट जाए, क्या वह खुले तौर पर सहमति दे पाएंगे। और अगर असहमति हैं तो खुले तौर पर कहें कि असहमत हैं। मैं अमित शाह को चुनौती देता हूं कि वह यह बोल कर दिखाएं।" ज्ञात हो कि, राहुल गांधी ने अमेरिका के डलास में बोलते हुए कहा था कि भारत, अमेरिका और पश्चिम के कई देशों में बेरोजगारी की समस्या बड़े पैमाने पर है। जबकि चीन में ऐसा नहीं है। इसका सबसे बड़ी वजह चीन का वैश्विक उत्पादन पर हावी होना है।
उन्होंने आगे कहा कि पश्चिमी देशों में बेरोजगारी की समस्या है। भारत में भी बेरोजगारी की समस्या है। लेकिन दुनिया के कई देशों में बेरोजगारी की समस्या बिल्कुल नहीं है। चीन में एकदम बेरोजगारी की समस्या नहीं है। वियतनाम में भी बेरोजगारी की समस्या नहीं है। पश्चिम, अमेरिका, यूरोप के देशों सहित भारत ने उत्पादन करने के विचार को छोड़ दिया है। इन देशों ने उत्पादन को चीन को सौंप दिया है। प्रोडक्शन रोजगार पैदा करता है। हम लोग जो करते हैं, अमेरिकी लोग जो करते हैं या पश्चिम जो करता है, वह उपभोग कहलाता है। -- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । बांग्लादेश के पूर्व कप्तान खालिद महमूद ने बुधवार को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। गाजी अशरफ हुसैन को हराने के बाद 2013 में पहली बार निदेशक के रूप में चुने गए महमूद ने इस भूमिका में लगातार तीन कार्यकाल दिए। हालाँकि, देश में राजनीतिक बदलाव के कारण उनका नवीनतम कार्यकाल छोटा कर दिया गया।
राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव की गूंज पूरे बीसीबी में सुनाई दी, जिसके कारण महमूद को इस्तीफा देना पड़ा। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, ये बदलाव बीसीबी के पूर्व अध्यक्ष नजमुल हसन के अपने पद से हटने के बाद भी आए हैं, जिससे बोर्ड के भीतर व्यापक बदलाव शुरू हो गए हैं। अपने पूरे कार्यकाल के दौरान महमूद ने बांग्लादेश क्रिकेट में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने देश की युवा प्रतिभाओं के विकास की देखरेख करते हुए कई वर्षों तक बीसीबी की खेल विकास समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उनके नेतृत्व में सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक बांग्लादेश की अंडर-19 टीम का 2020 में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप जीतना था।
एक निदेशक के रूप में अपनी भूमिका से परे, महमूद ने कई अवसरों पर बांग्लादेश की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के अंतरिम मुख्य कोच और टीम मैनेजर के रूप में भी काम किया। महमूद का इस्तीफा बोर्ड के सदस्यों के व्यापक पलायन का हिस्सा है, जिसमें जलाल यूनुस, शफीउल आलम चौधरी और नईमुर रहमान सहित कई अन्य निदेशक भी पद छोड़ रहे हैं। -- (आईएएनएस)
रांची, 11 सितंबर । झारखंड के जामताड़ा जिले के नेंगराटांड गांव में फैली अज्ञात बीमारी से 22 दिनों के अंदर आदिम पहाड़िया जनजाति के आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि अब भी गांव में 10 से ज्यादा लोग बीमार हैं। अस्पतालों में मरीजों को समय पर इलाज न मिलने से आदिवासी समुदाय के लोगों की मौत की कुछ अन्य घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं को लेकर झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है।
बाबूलाल मरांडी ने इस संबंध में सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर इन घटनाओं की उच्चस्तरीय जांच कराने की भी मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "झारखंड में आदिवासी समाज के भाइयों-बहनों को इलाज न मिल पाने के कारण तड़प-तड़प कर मरते देखना असहनीय है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आदिवासी समाज से मुंह फेर लिया है। जिस आदिवासी समाज ने अपना समर्थन देकर हेमंत को सत्ता तक पहुंचाया, आज वही हेमंत सोरेन राजनीतिक समीकरण के जोड़ तोड़ में आदिवासियों की बलि चढ़ा रहे हैं।" उन्होंने सीएम को लिखे पत्र में हाल की घटनाओं का जिक्र किया है।
उन्होंने कहा कि हाल में साहिबगंज सदर अस्पताल में सिमरिया गांव निवासी आदिम पहाड़िया जनजाति के मथियम मालतो अपनी छह साल की बेटी गोमती पहाड़िन के इलाज के लिए पहुंचे थे। वह डॉक्टरों की तलाश में इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक भागते रहे, परंतु कहीं भी डॉक्टर नहीं मिले, जिसके कारण पिता की गोद में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। ऐसी ही घटना दुमका जिले के गोपीकांदर प्रखंड के कुंडा पहाड़ी गांव में हुई, जहां पहाड़िया जनजाति की 19 वर्षीय गर्भवती महिला प्रिंसिका महारानी समय पर एंबुलेंस न मिलने से अस्पताल नहीं पहुंच पाई और इलाज के अभाव में उसकी जान चली गई।
इसी तरह जामताड़ा जिले के करमाटांड़ प्रखंड के नेंगराटांड गांव में इलाज के अभाव में आदिम पहाड़िया जनजाति के आठ लोगों की मौत हो गई है। बाबूलाल मरांडी ने पत्र में कहा है कि आदिम पहाड़िया जनजाति पहले ही अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही है। आए दिन ज्ञात-अज्ञात बीमारियों से इस जनजाति के लोगों की जान जा रही है। आदिवासी समाज के ऊपर आई इस विपत्ति की घड़ी में भी राज्य सरकार की ओर से बेहतर इलाज और बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंधन करने की कोई पहल नहीं की गई है। उन्होंने लिखा कि झारखंड का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह लूट-खसोट में लिप्त है और पैसे लेकर डॉक्टरों को मनचाही पोस्टिंग देकर स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावित कर रही है। दूर-दराज के स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों का पदस्थापन नहीं रहने के कारण मरीज इलाज नहीं करा पा रहे हैं। -(आईएएनएस)
अजमेर, 11 सितंबर । राजस्थान के अजमेर रेलवे स्टेशन से मासूम बच्ची के अपहरण के मामले में पुलिस को बड़ा कामयाबी मिली है। पुलिस ने बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है। साथ ही पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, अजमेर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 से मंगलवार रात चार साल की मासूम बच्ची का अपहरण हो गया था। जानकारी के अनुसार, बच्ची अपनी मां के साथ आबूरोड से अजमेर दरगाह जियारत के लिए आई थी। बच्ची के अपहरण की सूचना मिलने के बाद जीआरपी, आरपीएफ और जिला पुलिस हरकत में आ गई है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी।
इसी बीच, जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि एक शख्स बच्ची को ले जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी। जीआरपी एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि थाने की टीम ने शहर के विभिन्न इलाकों में आरोपी की तलाश में दबिश दी थी। रेलवे स्टेशन पर लगे कैमरे को भी चेक कर संदिग्ध आरोपी के फुटेज प्राप्त किये गए। जिसके आधार पर पुलिस आरोपी युवक को तलाश रही थी।
पुलिस ने आरोपी को देर रात पोरबंदर एक्सप्रेस ट्रेन के अहमदाबाद पहुंचे से पहले गिरफ्तार करने के साथ-साथ बच्ची को भी बरामद कर लिया। जीआरपी पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि महिला जायरीन की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। टीमें अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर बच्ची की तलाश कर रही थीं। अहमदाबाद से पहले एक स्टेशन पर अपहरण की गई बच्ची के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया। फिलहाल, पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। शाम तक मासूम बच्ची और आरोपी को लेकर टीम वापस अजमेर आएगी। -- (आईएएनएस)
करनाल, 11 सितंबर । केंद्रीय ऊर्जा और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल बुधवार को करनाल पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा उम्मीदवार जगमोहन आनंद के नामांकन में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा, "हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी।" केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "हरियाणा में भाजपा की तैयारी पूरी है, लेकिन कांग्रेस ने तो यहां की आधे से भी कम सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। अभी जिन सीटों पर कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, मुझे ऐसा लगता है कि वो यहां नामांकन कर पाएंगे भी या नहीं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में मुकाबला काफी रोमांचक होने वाला है।" केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर जीत का दावा किया। उन्होंने कहा, "मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। कांग्रेस ने हार की तरफ एक और कदम बढ़ा दिया है, क्योंकि वह दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन करने में लगी हुई है। मगर कोई भी दल उनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहता है। इसलिए मेरा मानना है कि हमारे पिछले 10 साल के काम का लाभ पार्टी को चुनाव में जरूर मिलेगा।" मनोहर लाल ने आगे कहा, "कांग्रेस ने अपने 10 साल के शासन के दौरान प्रदेश में अत्याचार और डर का माहौल पैदा किया है। प्रदेश की जनता आज भी इन्हें भूल नहीं पाई है।
कांग्रेस हमसे हिसाब मांगती है, लेकिन हमारे सभी कामों का हिसाब जनता इस चुनाव में उन्हें देगी।" मनोहर लाल ने काला चश्मा पहनने का राज भी बताया। उन्होंने कहा, "यह राज आप भी पूछ रहे हो और कुछ कांग्रेस के मित्रों ने तो इस पर तरह-तरह की टिप्पणियां भी करनी शुरू कर दी हैं। मैंने अपनी दोनों आंखों का ऑपरेशन करवाया है, इसलिए यह काला चश्मा पहना है। हालांकि, हमारे कुछ दोस्त ऐसे भी हैं, जो बोलते हैं कि हरियाणा में तो ठीक था, लेकिन दिल्ली गए तो वहां भी काला चश्मा लगाना शुरू कर दिया।" -(आईएएनएस)
पटना, 11 सितंबर । पटना हाई कोर्ट ने बुधवार को गांधी मैदान बम ब्लास्ट मामले में चार दोषियों की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया है। चारों दोषियों को अब फांसी नहीं होगी। दरअसल, 27 अक्टूबर 2013 को पटना में तत्कालीन पीएम पद उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की एक रैली में सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे। इस मामले में चार आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, बुधवार को पटना हाई कोर्ट ने चारों आरोपियों की सजा को उम्रकैद में बदल दिया। आरोपियों के वकील इमरान गनी ने बताया कि गांधी मैदान बम ब्लास्ट मामले में छह याचिकाओं पर सुनवाई पहले ही हो चुकी थी।
आज पटना हाई कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुनाया है। छह में से चार लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई थी, जबकि दो को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने फैसले की जानकारी देते हुए कहा, “जस्टिस आशुतोष कुमार की पीठ ने गांधी मैदान बम ब्लास्ट मामले में फैसला सुनाया। जिन चार लोगों को पहले फांसी की सजा सुनाई गई थी, उसे उम्रकैद की सजा में बदल दिया गया है। उन्हें 30 साल की सजा सुनाई गई है। जबकि दो दोषियों को दी गई उम्रकैद की सजा को बरकरार रखा गया है।” ज्ञात हो कि, 27 अक्टूबर 2013 को लोकसभा चुनाव 2014 के प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी की पटना में हुई रैली के दौरान छह ब्लास्ट हुए थे।
इन बम धमाकों में छह लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इस मामले में एनआईए जांच की मांग की थी। गांधी मैदान बम ब्लास्ट केस में एनआईए ने हैदर अली, मोजीबुल्लाह, नोमान, इम्तियाज, उमर और अजहरुद्दीन को गिरफ्तार किया था। साल 2014 में एनआईए ने इस केस में चार्जशीट दाखिल की थी। हैदर अली, मोजीबुल्लाह, नोमान और इम्तियाज को सिविल कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी, जबकि उमर और अजहरुद्दीन को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। -(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 11 सितंबर कांग्रेस ने राहुल गांधी को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि संविधान को कायम रखने की बात करना राष्ट्र-विरोधी कैसे है।
पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह सवाल भी किया कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विदेश जाकर भारत और भारतीय नागरिकों के खिलाफ भयावह टिप्पणियां करते हैं, तो क्या वह राष्ट्र-विरोधी नहीं हैं?
भारत संबंधी विवादास्पद रुख के लिए चर्चित डेमोक्रेट इल्हान उमर से गांधी की मुलाकात को लेकर उनकी आलोचना किये जाने पर कांग्रेस ने कहा कि भाजपा (केंद्र) सरकार में है, इसलिए वह अमेरिकी राजदूत को तलब करे और अगर उसे ऐसा कुछ लगता है तो कार्रवाई करे।
खेड़ा ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘उनसे (शाह से) कार्रवाई करने के लिए कहें, (फिर) हम प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों को बेनकाब कर देंगे। प्रधानमंत्री विदेश जाकर भारत और भारतीय नागरिकों के खिलाफ भयावह टिप्पणियां करते हैं, तो क्या वह राष्ट्र-विरोधी नहीं हैं?’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘हम भारत के संविधान को कायम रखने की बात कर रहे हैं तो यह राष्ट्र-विरोधी कैसे है? ऐसा क्यों है कि जब भी हम संविधान को कायम रखने की बात करते हैं तो भाजपा को दिक्कत होती है? वे संविधान के इतने ख़िलाफ़ क्यों हैं?’’
शाह ने बुधवार को कांग्रेस और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर देश-विरोधी बातें करने तथा देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने देश की सुरक्षा को हमेशा खतरे में डाला है।
केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने आरक्षण संबंधी टिप्पणी के लिए भी गांधी पर निशाना साधा और कहा कि जब तक उनकी पार्टी है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।
राहुल गांधी अमेरिका की चार-दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और वर्जीनिया के उपनगर हर्नडॉन सहित कई अन्य स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित किया और भारत में लोकतंत्र तथा चुनाव सहित कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा। (भाषा)
मुंबई, 11 सितंबर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को दावा किया कि अब राहुल गांधी का 'आरक्षण विरोधी' चेहरा सामने आ गया है और कांग्रेस नेता के विचार उनकी 'तुच्छ’ मानसिकता' को उजागर करते हैं।
शिंदे ने आरोप लगाया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं तो देश के खिलाफ जहर उगलते हैं और धर्म एवं जाति के नाम पर राजनीति करना कांग्रेस की आदत रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना, भाजपा और अजित पवार नीत राकांपा के गठबंधन वाली महायुति सरकार आरक्षण का पूरा समर्थन करती है।
राहुल गांधी ने अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से संवाद के दौरान सोमवार को कहा था कि कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।
राहुल ने वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में लोकतंत्र को काफी नुकसान पहुंचाया गया है लेकिन अब लोकतंत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है।
कांग्रेस नेता की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं वहां जाकर देश के खिलाफ़ जहर उगलते हैं। राहुल गांधी के घटिया विचारों से देश कभी सहमत नहीं हो सकता। धर्म और जाति के नाम पर राजनीति करना कांग्रेस की आदत रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘संविधान और आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाना उनका फैशन बन चुका है। राहुल गांधी का आरक्षण विरोधी चेहरा अब दुनिया के सामने आ गया है। महायुति की सरकार आरक्षण का पूरा समर्थन करती है और जब तक वह शिवसेना के सच्चे सैनिक हैं, वह कभी आरक्षण को खत्म नहीं होने देंगे।’’ (भाषा)
चंडीगढ़, 11 सितंबर हरियाणा में जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट पर कांग्रेस की उम्मीदवार पहलवान विनेश फोगाट और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार कैप्टन योगेश बैरागी के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है।
खेल से राजनीति में आईं कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट के खिलाफ जुलाना में भाजपा ने युवा नेता और एयर इंडिया की नौकरी छोड़कर राजनीति में कदम रखने वाले कैप्टन योगेश बैरागी पर दांव खेला है।
बैरागी का नाम मंगलवार को जारी हरियाणा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की दूसरी सूची में शामिल था।
सफीदों निवासी योगेश (35) इस समय भाजपा युवा मोर्चा की हरियाणा इकाई के उपाध्यक्ष हैं।
उन्होंने जुलाना सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए पार्टी नेतृत्व का आभार व्यक्त किया और कहा कि वह आगामी चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।
जुलाना विधानसभा सीट तब सुर्खियों में आई जब कांग्रेस ने इस जाट बहुल निर्वाचन क्षेत्र से ओलंपियन पहलवान फोगाट को चुनाव मैदान में उतारा।
फोगाट हालांकि चरखी दादरी जिले के बलाली से हैं, लेकिन उनका ससुराल जुलाना में है। जुलाना में बख्ता खेड़ा गांव उनके पति सोमवीर राठी का पैतृक गांव है।
फोगाट (30) ने राजनीति में आने से पहले कुश्ती से संन्यास ले लिया था।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के तत्कालीन प्रमुख एवं भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के आंदोलन में सबसे आगे रहे फोगाट और बजरंग पूनिया हाल में कांग्रेस में शामिल हो गये थे।
पूनिया तोक्यो ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता हैं, जबकि फोगाट ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान हैं। हालांकि, उन्हें 50 किलोग्राम भार वर्ग में लगभग 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया था। बाद में उन्होंने खेल से संन्यास की घोषणा की।
राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना आठ अक्टूबर को होगी। (भाषा)
नागपुर, 11 सितंबर महाराष्ट्र के नागपुर में दो नाबालिग लड़कियों से छेड़छाड़ करने और नौ लड़कों की पिटाई के आरोपों में एक स्कूल शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है।
एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि दो छात्राओं ने सदर इलाके में स्थित स्कूल के प्रधानाचार्य से शिकायत की कि 47 वर्षीय शिक्षक ने अश्लील हरकतें कीं और उनसे छेड़छाड़ की।
अधिकारी ने बताया कि ऐसी शिकायतें भी हैं कि शिक्षक ने नौ लड़कों की पिटाई की।
प्रधानाचार्य ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है।
सदर पुलिस अधिकारी ने बताया कि समिति ने कहा है कि शिक्षक ने छात्राओं से छेड़छाड़ की और छात्रों की पिटाई की।
इसके बाद प्रधानाचार्य ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी।
पुलिस ने मंगलवार को स्कूल में गणित और इतिहास पढ़ाने वाले शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता तथा बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून की विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया है। (भाषा)
ग्रेटर नोएडा (उप्र), 11 सितंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेमीकंडक्टर के घरेलू विनिर्माण में निवेश को बढ़ावा देने का बुधवार को आह्वान करते हुए कहा कि आपूर्ति श्रृंखलाओं की मजबूती अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
मोदी ने कहा कि सेमीकंडक्टर स्मार्टफोन से लेकर इलेक्ट्रिक वाहन और कृत्रिम मेधा (एआई) तक हर चीज का आधार है।
राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी इलाके में सेमीकॉन-2024 सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड-19 वैश्विव महामारी की वजह से आपूर्ति श्रृंखला का महत्व सबके सामने आया है। साथ ही उन्होंने ऐसे किसी भी व्यवधान को रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ आपूर्ति श्रृंखला का जुझारूपन या मजबूती बेहद महत्वपूर्ण है। भारत अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में इसे बनाने के लिए काम कर रहा है।’’
कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान दुनिया को आपूर्ति संबंधी झटके देखने को मिले, क्योंकि चीन में महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कड़े कदमों ने उस देश से आयात पर निर्भर उद्योगों और क्षेत्रों को प्रभावित किया। इसकी वजह से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में चिप प्रमुख था, जो हर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
प्रधानमंत्री ने भारत की सुधारवादी सरकार, स्थिर नीतियों व बाजार के बारे में भी बात की जिसने सेमीकंडक्टर विनिर्माण में निवेश के लिए मजबूत आधार तैयार करने को प्रौद्योगिकी का सहारा लिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा सपना है कि दुनिया के हर उपकरण में भारत में बनी चिप हो।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम भारत को सेमीकंडक्टर क्षेत्र में महाशक्ति बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।’’
सेमीकंडक्टर विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एक सुधारवादी सरकार, बढ़ता विनिर्माण आधार और प्रौद्योगिकी का रुख करने वाले आकांक्षी बाजार देश में चिप विनिर्माण के लिए ‘‘थ्री-डी पावर’’ (तीन गुना ऊर्जा) प्रदान करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आज का भारत दुनिया में भरोसा जगाता है। जब मुश्किलें आती हैं, तो आप भारत पर भरोसा कर सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर विनिर्माण में 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश पहले ही किया जा चुका है और कई परियोजनाएं ‘पाइपलाइन’ में हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण का पूरा काम भारत में ही हो।
मोदी ने कहा, ‘‘ आज भारत का इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र 150 अरब डॉलर से अधिक का है। इस दशक के अंत तक हम अपने इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र को 500 अरब डॉलर से अधिक पर पहुंचाना चाहते हैं। इससे 60 लाख रोजगार के अवसरों का सृजन हो सकता है।’’ (भाषा)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अमेरिका के वर्जीनिया में सिखों पर दिए गए भाषण के मामले में राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने राहुल गांधी के इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मामले में राहुल गांधी के बयान पर समर्थन व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार किया है।
पवन खेड़ा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “राहुल गांधी ने अमेरिका में बयान दिया कि सिखों को पगड़ी पहनने की स्वतंत्रता बनी रहनी चाहिए, इसके लिए हम लड़ेंगे। क्या देश में सिखों को पगड़ी पहनने की स्वतंत्रता नहीं रहनी चाहिए? यह वही पार्टी है, जिसके नेता और देश के प्रधानमंत्री लोगों को कपड़ों से पहचानने की बात करते हैं। यह वही पार्टी है, जिसके नेता मुसलमानों को पीटने की बात करते हैं। रेलगाड़ी में एक बुजुर्ग मुसलमान को इसी तरह की मानसिकता के लोगों ने पीटा और मार दिया क्योंकि उसकी दाढ़ी थी। हरियाणा में एक नौजवान को इन लोगों ने मार दिया और मारने के बाद बोला कि हमें बड़ा अफसोस हुआ क्योंकि यह व्यक्ति मुसलमान नहीं था।" उन्होंने आगे कहा कि, क्या ऐसी घटनाओं के खिलाफ बोलना गलत है।
हम ऐसी घटनाओं के खिलाफ बोलेंगे, क्योंकि संविधान में लिखा है कि हर व्यक्ति की पहचान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है और वह हम करेंगे। ज्ञात हो कि, अमेरिका के वर्जीनिया में राहुल गांधी ने लोगों से बात करते हुए कहा था, 'सबसे पहले आप लोगों को यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में चल रही है। यह लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है। लड़ाई इस बारे में है कि आपका नाम क्या है, क्या एक सिख के तौर पर उन लोगों को भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी? क्या एक सिख होने के तौर पर उन्हें भारत में कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी? क्या एक सिख गुरुद्वारा जा सकेगा? हमारी लड़ाई इस बारे में है और हम सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि वह सभी धर्मों के लिए लड़ रहे हैं।" --(आईएएनएस)
पटना, 11 सितंबर । पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरक्षण समाप्त करने के बयान पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी का बयान कांग्रेस और महागठबंधन के असली चरित्र और मानसिकता को उजागर करता है। उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बुधवार को लिखा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का आरक्षण समाप्त करने संबंधी विदेश की धरती पर दिया गया बयान कांग्रेस पार्टी और महागठबंधन के असली चरित्र और मानसिकता को उजागर करता है।
आरक्षण नौकरी का जरिया नहीं, बल्कि देश की आबादी के बड़े हिस्से (शोषितों, पीड़ितों, वंचितों, दलितों, आदिवासीयों, पिछड़ों और महिलाओं) को सत्ता व समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का विशेष संवैधानिक अवसर है जिससे उनको कालांतर में समानता मिल सके। ऐसी स्थिति की स्थापना के प्रति हम सभी की नैतिक व संवैधानिक जिम्मेदारी भी है। कांग्रेस पार्टी के नेता द्वारा आरक्षण समाप्त करने की बात हमारे संविधान का भी अपमान है।
उन्होंने आगे लिखा कि इंतजार है ऐसे किसी भी बयान पर हाय-तौबा मचाने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव कांग्रेस को कब रगड़ेंगे..! एक तरफ हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान "दुनिया की कोई ताकत आरक्षण को समाप्त नहीं कर सकती" और दूसरी ओर महागठबंधन का बयान "समाप्त कर देंगे आरक्षण"....जनता सब देख व सुन रही है। बता दें कि मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान एक छात्र ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या जाति आधारित आरक्षण के अलावा जमीनी स्तर पर संस्थानों को मजबूत करने के और भी बेहतर तरीके हैं। तब राहुल गांधी ने इस सवाल के जवाब में आरक्षण को लेकर बयान दिया था। -(आईएएनएस)
जम्मू, 11 सितंबर । जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में बुधवार दोपहर सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके के खंडरा टॉप में हो रही थी। एक अधिकारी ने बताया, "स्थानीय पुलिस और सेना की संयुक्त टीम ने बसंतगढ़ के खंडरा टॉप में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम छिपे हुए आतंकवादियों के करीब पहुंची, उन्होंने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।" इससे पहले बुधवार को जम्मू जिले के अखनूर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था।
पाकिस्तान द्वारा द्विपक्षीय संघर्ष विराम समझौते का यह उल्लंघन जम्मू-कश्मीर में 10 साल के अंतराल के बाद होने वाले विधानसभा चुनावों से कुछ दिन पहले हुआ है। बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा था, "11 सितंबर को सीमा पार से अखनूर इलाके में गोलीबारी की घटना हुई, जिसका बीएसएफ के जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तानी गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया, जवान हाई अलर्ट पर हैं। सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर में कड़ी निगरानी रख रहे हैं।" उल्लेखनीय है कि, चिनाब घाटी क्षेत्र के डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों में फैली आठ विधानसभा सीटों के साथ-साथ कश्मीर घाटी के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों की 16 सीटों पर 18 सितंबर को पहले चरण में मतदान होने जा रहा है। जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों में 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को दूसरे और तीसरे चरण में मतदान होगा। जम्मू संभाग के पहाड़ी जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, कठुआ, रियासी और उधमपुर में पिछले दो महीनों के दौरान सेना, सुरक्षाबलों और नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी हमले हुए हैं।
इन हमलों के बाद, सेना ने उन जिलों के घने जंगलों वाले इलाकों में एलीट पैरा कमांडो और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित 4,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है। आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला करने और फिर इन पहाड़ी इलाकों के जंगलों में गायब होने का तरीका अपनाया हुआ है। सेना और सीआरपीएफ की तैनाती के साथ-साथ स्थानीय निवासियों द्वारा प्रबंधित ग्राम रक्षा समितियों (वीडीसी) को मजबूत किया गया है। सुरक्षा बलों द्वारा जम्मू संभाग और कश्मीर घाटी दोनों में आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक रूप से कार्रवाई शुरू करने के बाद, आतंकवादी अब तेजी से सुरक्षाबलों के साथ गोलीबारी में उलझ रहे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह या तो ऐसी मुठभेड़ों के दौरान मारे जाते हैं या भाग जाते हैं। इससे वे छुपकर हमला करके सुरक्षा बलों को हैरान नहीं कर पाते। --(आईएएनएस)
कन्नौज, 11 सितंबर । कन्नौज में नाबालिग के साथ हुए बलात्कार के मामले में मंगलवार को पॉक्सो न्यायालय ने पुलिस की याचिका पर फैसला सुनाते हुए मुख्य आरोपी नवाब सिंह यादव के भाई आरोपी नीलू यादव और पीड़िता की बुआ को रिमांड पर देने की अनुमति दी थी। बुधवार को कन्नौज पुलिस ने दोनों आरोपियों को जिला कारागार से निकालकर अपने साथ ले गई। इससे पहले कन्नौज जिला कारागार में बुधवार सुबह से गहमागहमी काफी बढ़ गई थी।
जेल के आसपास सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई थी। यह पूरी कार्रवाई गुरसहायगंज और सदर कोतवाली की पुलिस ने की। बताया जा रहा है कि पुलिस दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी। 12 अगस्त को एक नाबालिग से रेप करने का आरोप समाजवादी पार्टी के नेता रहे नवाब सिंह यादव लगा था। पुलिस ने मौके पर जाकर आरोपी नवाब सिंह यादव को गिरफ्तार किया था। इसके कुछ दिन बाद ही पुलिस ने नवाब सिंह के पास पीड़िता को ले जाने के आरोप में उसकी बुआ को भी गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी बुआ ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव ने उसे पैसों का लालच देकर कहा था कि वह पीड़िता का मेडिकल चेकअप नहीं कराए।
नीलू यादव ने लड़की पर बयान से पलटने का भी दबाव बनाया था। पुलिस ने नीलू सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी। नीलू सिंह के नहीं मिलने पर पुलिस ने उसके ऊपर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। हालांकि, 3 सितंबर को उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने उससे पूछताछ के लिए कोर्ट में रिमांड का आवेदन किया था, जिस पर मंगलवार को कोर्ट ने मंजूरी दी थी। -- (आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 11 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित 'सेमीकॉन इंडिया-2024' का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। इसमें देश-विदेश के हजारों कारोबारी हिस्सा लेंगे और आने वाले समय में यमुना प्राधिकरण की जमीन पर एक सेमीकंडक्टर पार्क भी बनाया जाएगा, जिसमें सभी विदेशी कंपनियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के दुनियाभर से पधारे सभी ग्लोबल लीडर्स सीईओ और प्रधानमंत्री का हृदय से स्वागत करता हूं।
भारत को एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करने के प्रधानमंत्री के विजन को धरातल पर उतारने के लिए आयोजित होने वाले इस समारोह के प्रति मैं बहुत आभारी हूं। साल 2020 से ही हम इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोविड-19 के कारण लगातार प्रभावित रहे। एक ओर कोविड-19 का दुष्प्रभाव और दूसरी ओर राजनीतिक वैश्विक तनाव से ग्लोबल सप्लाई चेन पर एक बड़ा असर पड़ा था। उन्होंने कहा कि उस समय हर एक फील्ड चाहे वो ऑटोमोबाइल का हो, मेडिकल इक्विपमेंट कर रहा हो, इलेक्ट्रॉनिक आइटम से जुड़े हुए हर एक क्षेत्र में हम लोगों को इससे प्रभावित होते हुए देखा गया। लेकिन, हमारा सौभाग्य है अपने विजनरी लीडरशिप के माध्यम से जब दुनिया कोविड-19 से परेशान थी, तब हमने सफलतापूर्वक इसका प्रबंधन कर लिया था। भारत सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के विकास के लिए नोटिफिकेशन जारी करते हुए इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ही मार्गदर्शन और उनके विजनरी लीडरशिप में उत्तर प्रदेश में भी इस दिशा में आईटी सेक्टर, सेमीकंडक्टर, डाटा सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग पर विशेष ध्यान दिया गया है।
पूरे भारत में होने वाले मोबाइल के पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग का 55 प्रतिशत काम उत्तर प्रदेश में हो रहा है। उत्तर प्रदेश कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्यातक के रूप में उभरा है। सैमसंग इंडिया ने अपने डिस्प्ले यूनिट प्लांट की स्थापना भी नोएडा में किया है। आज उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर के एक बड़े हब के रूप में स्थापित हुआ है। प्रदेश में सेमीकंडक्टर कंट्रोल वातावरण तैयार करने के लिए 'उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर नीति-2024' लागू की गई है। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन इंजीनियर के रूप में स्थापित हो रहा है। यहां कई बड़ी-बड़ी कंपनियां पहले से मौजूद हैं। इनमें एनसीपी और सिनॉप्सिस जैसी प्रमुख कंपनियां प्रदेश में हैं। आईटी इंडस्ट्री को प्रदेश में उद्योग का दर्जा देने का निर्णय किया गया है। जिससे प्राधिकरणों के अधीन उद्योग भूमि को सस्ते औद्योगिक दरों पर आईटी कंपनियों को दिया जा सके तथा 150 किलोवाट की सभी आईटी कंपनियों को औद्योगिक दरों पर विद्युत की आपूर्ति भी की जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश के अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। इज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश ने लगातार टॉप अचीवर का दर्जा हासिल किया है। सेमीकंडक्टर, आईटी, डाटा सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग, डिफेंस एंड एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक व्हीकल, वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक, एमएसएमई टेक्सटाइल और टूरिज्म आदि से संबंधित 27 फैक्टोरियल पॉलिसी प्रदेश में लागू हैं। उत्तर प्रदेश में एफडीआई फॉर्च्यून ग्लोबल 500 और फॉर्च्यून इंडिया 500 कंपनियों के लिए भी हमारी समर्पित नीति है। सीएम योगी ने बताया कि उद्यमियों की सुविधा के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग हो, इसके लिए सिंगल विंडो 'निवेश मित्र' के माध्यम से 450 से अधिक ऑनलाइन सेवाएं संचालित की जा रही हैं। 'निवेश सारथी' पोर्टल विकसित किया गया है।
निवेशकों की सहायता के लिए 'मित्र' तैनात किए गए हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी की बेहतरीन व्यवस्था आज उत्तर प्रदेश की यूएसपी है। उत्तर प्रदेश में रोड और रेलवे का एक बड़ा नेटवर्क है, यह वेस्टर्न एंड ईस्टर्न डेडिकेटेड ट्रेंड कॉरिडोर प्रदेश से होकर गुजरते हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी से हल्दिया के बीच प्रदेश का पहला इनलैंड वॉटरवे संचालित है। वाराणसी में मल्टी मॉडल टर्मिनल के साथ ही दादरी में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब, बोड़ाकी में उड़की मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे राज्य का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क, फिल्म सिटी, टॉय सिटी, एप्रैल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, ग्रेटर नोएडा में इंटीग्रेटेड टाउनशिप, बरेली में मेगा फूड पार्क, उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी आदि योजनाएं भी तेजी के साथ आगे बढ़ रही हैं। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अमेरिका में आरक्षण को लेकर दिए बयान पर भाजपा और कांग्रेस के बीच वार-पलटवार देखने को मिल रहा। एक तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता। वहीं, कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने राहुल गांधी के बयान का बचाव किया।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हमेशा एकता और समानता के पक्षधर रहे हैं, जबकि भाजपा और उसके वैचारिक गुरुओं ने इसके विपरीत काम किया है। राहुल गांधी इस समय अमेरिका में हैं, जहां वे भारतीय समुदाय के सदस्यों और अमेरिकी नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''राष्ट्रीय हित और आरक्षण के बारे में उपदेश देने वालों को सबसे पहले सामाजिक न्याय का विरोध करने के आरएसएस के अपने ट्रैक रिकॉर्ड को देखना चाहिए। राहुल गांधी हमेशा एकता और समानता के पक्षधर रहे हैं, जबकि भाजपा और उसके वैचारिक गुरुओं ने इसके विपरीत काम किया है, राष्ट्र को विभाजित करना और हाशिए पर पड़े समुदायों के साथ विश्वासघात किया जा रहा है। देश जानता है कि भारत की प्रगति में कौन बाधा डाल रहा है।'' इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पोस्ट में लिखा, ''देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है। चाहे जम्मू-कश्मीर में जेकेएनसी के देश और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है।
भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है।'' उन्होंने आगे लिखा, ''राहुल गांधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कहकर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है। मन में पड़े विचार और सोच किसी ना किसी माध्यम से बाहर आ ही जाते हैं।
मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।'' इससे पहले मंगलवार को वाशिंगटन डीसी स्थित जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में एक छात्र ने उनसे पूछ लिया कि क्या जाति-आधारित आरक्षण के अलावा जमीनी स्तर पर संस्थानों को मजबूत करने के लिए कोई और बेहतर तरीका है। जिस पर राहुल गांधी ने कहा था, "हम आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेंगे, जब भारत में निष्पक्षता होगी। इस तरह से यह एक समस्या है।" --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को अमेरिका में दिए राहुल गांधी के बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लगातार विदेशी भूमि का सहारा लेकर भारत को बदनाम कर रहे हैं। वह भारत की अस्मिता पर ठेस पहुंचा रहे हैं। उन्हें शायद यह गलतफहमी हो चुकी है कि वह विदेशी भूमि का सहारा लेकर भारत की गरिमा पर कुठाराघात करने में सफल रहेंगे, लेकिन जब तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्र की सत्ता में है, तब तक कांग्रेस नेता का यह मंसूबा कभी सफल होने वाला नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा विदेशी भूमि पर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संबंध में दिए बयान की निंदा करता हूं। वह पहले भी इस तरह के विवादित बयान दे चुके हैं, जो निंदनीय है।” उन्होंने अमेरिकी दौरे के दौरान राहुल गांधी की इल्हान उमर से हुई मुलाकात पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “इल्हान उमर पाकिस्तान परस्ती के लिए जानी जाती हैं। इल्हान उमर का पाकिस्तान के प्रति हमेशा से ही नरम रुख रहा है। यही नहीं, वह जम्मू-कश्मीर के भारत का हिस्सा होने पर भी सवाल उठा चुकी है, लेकिन हैरानी की बात है कि राहुल गांधी इल्हान उमर जैसे शरारती तत्वों से भी मुलाकात कर रहे हैं।
वह भारत की अस्मिता को ठेस पहुंचाने वाले लोगों से लगातार मिल रहे हैं। ताज्जुब की बात है कि ऐसे लोगों के साथ राहुल गांधी को लगातार अपनी मित्रता प्रगाढ़ करने में कोई हर्ज नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि अब यह कहने में कोई हर्ज नहीं होना चाहिए कि राहुल गांधी भारत के विरोध में विदेशी मंच पर एक प्रोपेगेंडा तैयार कर रहे हैं। राहुल गांधी लगातार वैश्विक मंच पर भारत के संबंध में विवादित बयान दे रहे हैं। लेकिन, हैरानी की बात है कि पूरी कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के साथ एकजुट खड़ी है।” उन्होंने कहा, “राहुल गांधी यहां तक कह रहे हैं कि भारत एक खास समुदाय के लोगों के लिए एक सुरक्षित जगह नहीं रह गई है। यहां लोगों को धार्मिक आजादी नहीं मिल पा रही है। उन्हें धार्मिक मान्यताओं का पालन करने की इजाजत नहीं मिल पा रही है। इस तरह के झूठे दावे लगातार राहुल गांधी वैश्विक मंच से कर रहे हैं। इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है। कांग्रेस नेता अमेरिकी दौरे के दौरान लगातार यह दावा कर रहे हैं कि भारत में बड़ी संख्या में जातिवादी हैं, जो कि अपनी जातिवादी मानसिकता को विस्तारित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें राष्ट्रहित से कोई लेना-देना नहीं है।
राहुल गांधी लगातार इस तरह के झूठे दावे और वादे भारत की अस्मिता को ठेस पहुंचाने के मकसद से कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि जो लोग अलग जम्मू-कश्मीर की मांग कर रहे हैं, उनसे भी राहुल गांधी मुलाकात कर रहे हैं। वह यह दावा कर रहे हैं कि भारत के लोग अच्छे नहीं हैं। भारत में प्रतिभावान लोगों की इज्जत नहीं है, इस तरह के झूठे दावे लगातार राहुल गांधी की ओर से किए जा रहे हैं। जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। मालूम हो कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं, जहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी है। राहुल ने अमेरिका में एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कहा कि वहां सिख समुदाय के लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं को मानने की इजाजत नहीं है। इसके अलावा, आरएसएस लोगों के बीच में भाषा और राज्यों की विभिन्न संस्कृति को आधार बनाकर भेदभाव की जड़ों को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है। इस तरह के बयानों पर भाजपा ने राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की है। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने अमेरिकी यात्रा पर गए राहुल गांधी के बयानों की आलोचना करते हुए कटाक्ष किया कि सैम पित्रोदा ने सही कहा था कि राहुल गांधी अब समझदार हो गए हैं। क्योंकि राहुल गांधी अब बचकानी नहीं बल्कि खतरनाक और शैतानी हरकतें कर रहे हैं। हर चीज का आदर्श विदेशों में ढूंढने वाले लोग, हमेशा विदेश से ही प्रेरणा लेने वाले लोग आज विदेश में ही जाकर भारत के विरुद्ध दुष्प्रचार कर रहे हैं, यह दुखद, निंदनीय और भर्त्सना योग्य है। भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो बात अंकल सैम ने कही है, वो उससे सहमत हैं।
जो उनको संज्ञा दी जाती थी अब वह वो नहीं है। अब राहुल गांधी बचकानी हरकतें नहीं कर रहे हैं बल्कि अब वो खतरनाक और शैतानी हरकतें कर रहे हैं। अब वो हर उस ताकत के साथ हैं, जो भारत को कमजोर देखना चाहती है, जो भारत को झुका हुआ देखना चाहती है। उन्होंने कहा कि एक तरफ हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत गर्व से, विकास और सांस्कृतिक स्वाभिमान के साथ ऊपर उठ रहा है दूसरी तरफ वह लोग हैं जो विदेश में जाकर भारत को अपमानित कर रहे हैं। भारत विरोधी अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से राहुल गांधी की मुलाकात की तीखी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह अपने आप में बहुत गंभीर और पूरे देश के लिए विचारणीय है। राहुल गांधी भारत के इतिहास के पहले ऐसे विपक्ष के नेता बन गए हैं, जिन्होंने किसी घोषित भारत विरोधी अमेरिकी सांसद के साथ मुलाकात करके अपने मधुर मनोभावों की अभिव्यक्ति की है।
उन्होंने सवाल पूछा कि क्या राहुल गांधी ने कभी भारत समर्थक किसी अमेरिकी सांसद से मुलाकात की है। अमेरिकी सांसद इल्हान उमर भारत विरोध के लिए विख्यात और कुख्यात हैं। ये उन कुछ चुनिंदा अमेरिकी सांसदों में एक थीं, जिन्हें पाकिस्तान सरकार की तरफ से पीओके में विजिट करवाया गया था। आज राहुल गांधी के भारत विरोधी मित्रों की श्रृंखला में एक और उपलब्धि उस समय शामिल हो गई, जब पन्नू ने उनकी तारीफ की। पाकिस्तान से लेकर पन्नू और इल्हान उमर तक राहुल गांधी की तारीफों में जो पुल गढ़े जा रहे हैं, उसमें एक और नया नाम मुस्फिकुल फजल का जुड़ गया है।
ये वो पत्रकार हैं, जिन्होंने अमेरिका में व्हाइट हाउस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर सवाल पूछा था। उन्होंने 11 सितंबर के इतिहास की याद दिलाते हुए कहा कि आज के ही दिन 1893 में स्वामी विवेकानंद ने शिकागो की धर्म संसद में अपना ऐतिहासिक भाषण दिया था। उस समय 29 साल के उस युवा (स्वामी विवेकानंद) सन्यासी ने भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई थी और एक 54 साल का युवा आज वहां जाकर भारत को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन अमेरिका पर 9/11 का आतंकी हमला हुआ था, जिसके बाद अमेरिका के सभी राजनीतिक दलों ने मिलकर लादेन को खत्म करने का संकल्प लिया। किसी ने भी सरकार की आलोचना नहीं की। मुख्य अपराधी के पक्ष में किसी ने भी कोई सहानुभूति नहीं दिखाई, जॉर्ज बुश ने लादेन को मारने की बात कही और बराक ओबामा ने उसे पूरा किया। जबकि इसके विपरीत भारत में आतंकवाद पर भी राजनीति होती है। भारत में सालों तक अफजल गुरु की फांसी रुकी रही। जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले कांग्रेस के मुख्य सहयोगी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस कहता है कि अफजल गुरु की फांसी गलत थी।
अफजल की पहली बसरी पर जब जेएनयू में नारे लग रहे थे कि अफजल हम शर्मिंदा हैं, तब ये लोग (कांग्रेसी) उसका नैतिक समर्थन कर रहे थे। उनके लिए अच्छा और सच्चा मुसलमान मायने नहीं रखता है बल्कि अपराधी और आतंकी ही मायने रखता है। आरक्षण को लेकर राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह उनकी खानदानी विरासत है। जब उनका मजबूत वाला वोट बैंक पक्का हो जाएगा तब आरक्षण खत्म कर देंगे। जैसे जम्मू-कश्मीर और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुआ था। उन्होंने बांग्लादेश के हालात को लेकर राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कट्टरपंथियों का साथ देने वाले इंडी गठबंधन के राजनीतिक दलों को बांग्लादेश के हालात से सबक सीखना चाहिए। वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला में बने हालात को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश सरकार को अवैध निर्माण पर उंगली उठाने में भी डर लग रहा है। कांग्रेस ने पर्यटन के लिए मशहूर शिमला की क्या हालत कर दी है? हिमाचल प्रदेश को कहां से कहां पहुंचा दिया है? --(आईएएनएस)
मुंबई, 11 सितंबर । शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सवाल पूछा। संजय राउत ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “देश के गृह मंत्री यहां-वहां घूम रहे हैं, लेकिन मणिपुर के जो हालात हैं, उससे सभी वाकिफ हैं।” शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, “मणिपुर में जो हालात हैं, उससे निपटने का काम गृह मंत्री का होता है। मगर वो तो मुंबई में राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। वह यहां लालबाग के राजा के दर्शन के लिए गए, चुनावी बैठक की। मगर उनके लिए मणिपुर की आंतरिक सुरक्षा पूरी तरह से खत्म हो गई है।
वहां रॉकेट और ड्रोन से हमले हो रहे, युद्ध की स्थिति है। ऐसे में देश का गृह मंत्रालय और एनएसए कहां गायब हैं?” उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा, “रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास का युद्ध खत्म करने के लिए पीएम मोदी वहां जाएंगे और तस्वीरें खिचवाएंगे। लेकिन, वह मणिपुर की सड़कों पर भी जाकर दिखाएं। वहां खुलेआम गोलीबारी, रॉकेट और ड्रोन से हमले हो रहे हैं, मगर देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री चुप बैठे हैं। इन घटनाओं के लिए नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जिम्मेदार हैं, जिन्होंने देश की कमान ऐसे लोगों को दे दी है, जो एकदम खामोश बैठे हैं।” संजय राउत ने नागपुर हादसे का जिक्र कर देवेंद्र फडणवीस से सवाल किया। उन्होंने पूछा, “नागपुर में जो हुआ वह एक दर्दनाक घटना है। मेरा मानना है कि कानून सबके लिए सामान है।
क्या संकेत चंद्रशेखर बावनकुले कानून से भी ऊपर हैं? क्योंकि उसके पिता भाजपा के बड़े नेता हैं। वे शराब पीकर गाड़ी चला रहा था। उसने ड्रिंक एंड ड्राइव के दौरान कई लोगों को मारने की कोशिश की। उसकी गाड़ी से एक बिल मिला है, जो पुलिस कभी भी नष्ट कर देगी।” उन्होंने आगे कहा, “सड़क सुरक्षा नियम नहीं बल्कि यह मूर्खतापूर्ण सट्टेबाजी नियम है। अगर हादसा आम आदमी के साथ होता तो पुलिस उसे, उसके परिवार और दोस्तों को पकड़ लेती। महाराष्ट्र को इतना घटिया गृह मंत्री कभी नहीं मिला। उन्हें महाराष्ट्र की जनता कभी माफ नहीं करेगी। वह अपनी पार्टी के नेता के बेटे को पनाह दे रहे हैं।” संजय राउत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश समेत कई जगहों पर चीन घुसा हुआ है। ये सरकार डरी हुई है, जो सिर्फ पाकिस्तान को आंखें ही दिखा सकते हैं। पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। अगर आप अमित शाह से सवाल करेंगे तो वह सिर्फ शेयर बाजार के बारे में बात करेंगे।" -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सिखों के पगड़ी पहनने वाले बयान पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को पलटवार किया। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी अपने विदेश दौरे के दौरान जिस तरह की भ्रामक, निराधार और तथ्यहीन बातें कर रहे हैं, वह बेहद शर्मनाक और भारत की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली हैं। उन्होंने कहा कि भारत में सिख समाज को गुरुद्वारों में पगड़ी पहनने की इजाजत नहीं है, उन्हें उनके पंथ के अनुरूप व्यवहार करने से रोका जा रहा है। यह बात एकदम बेबुनियाद और सच्चाई से कोसों दूर है।
राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि लगता है कि मोहब्बत की दुकान चलाते-चलाते राहुल गांधी झूठ की दुकान खोल कर बैठ गए हैं। इस तरह की गलत बयान से उन्हें परहेज करना चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,''लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपने विदेश दौरे के दौरान जिस तरह की भ्रामक, निराधार और तथ्यहीन बातें कर रहे हैं, वह बेहद शर्मनाक और भारत की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली हैं। उन्होंने कहा है कि भारत में सिख समाज को गुरुद्वारों में पगड़ी पहनने की इजाज़त नहीं है, उन्हें उनके पंथ के अनुरूप व्यवहार करने से रोका जा रहा है।
यह बात एकदम बेबुनियाद और सच्चाई से कोसों दूर है।'' उन्होंने आगे लिखा, ''भारत की संस्कृति की रक्षा करने में सिख समाज की जो बड़ी भूमिका रही है, उसको पूरा देश मानता है और उनका सम्मान करता है। उनके बारे में इस तरह की मनगढ़ंत बातें करना, विपक्ष के नेता को शोभा नहीं देता। राहुल गांधी का यह दावा कि एनडीए सरकार आरक्षण को समाप्त कर देना चाहती है, यह भी एकदम निराधार है। हमारे प्रधानमंत्री ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के कल्याण और विकास के लिए आरक्षण की व्यवस्था को मजबूत किया है।'' कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के चीन नीति को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ''इसी तरह भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर भी जिस तरह के दावे उन्होंने अमेरिका की धरती पर किए हैं, वे भी भ्रामक और तथ्यों से परे हैं। लगता है कि मोहब्बत की दुकान चलाते-चलाते राहुल झूठ की दुकान खोल कर बैठ गए हैं। इस तरह की गलतबयानी से राहुल को परहेज करना चाहिए।'' (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 सितंबर । उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर सियासत जारी है। एनकाउंटर को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी के बीच जुबानी जंग हो गई है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा में मुठभेड़ की झूठी कहानी बनाती है और फिर दुनिया को झूठी तस्वीरें दिखाती है। तथाकथित बड़े भाजपाई नेताओं से ऐसे गैरक़ानूनी एनकाउंटर को सही साबित करने के लिए तर्कहीन बयानबाज़ी भी कराती है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भाजपा राज में एनकाउंटर का एक पैटर्न सेट हो गया है : पहले किसी को उठाओ, फिर झूठी मुठभेड़ की कहानी बनाओ, फिर दुनिया को झूठी तस्वीरें दिखाओ, फिर हत्या के बाद परिवारवालों द्वारा सच बताए जाने पर तरह-तरह के दबाव व प्रलोभन से उन्हें दबाओ। विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा भंडाफोड़ होने पर अपने दोयम दर्जे के नेताओं को आगे करके शीर्ष नेतृत्व को बचाओ। फिर ‘जिसका दाना-उसका गाना’ वाले संबंधों को निभाने वाले मीडिया को दुष्प्रचार के लिए लगाओ। फिर झूठ में पारंगत अपने तथाकथित बड़े भाजपाई नेताओं से ऐसे ग़ैरक़ानूनी एनकाउंटर को सही साबित करने के लिए तर्कहीन बयानबाज़ी कराओ। सच्चे मीडिया को विपक्ष या विदेशी समर्थन पर जीने वाला साबित करके उनकी बदनामी करवाओ और जनाक्रोश बढ़ने पर औपचारिक, दिखावटी जांच कराकर मामला रफ़ा-दफ़ा करवाओ। भाजपा अपने दल-बल के साथ ऐसे एनकाउंटरों को जितना अधिक सच साबित करने में लग जाती है, वो एनकाउंटर दरअसल उतना ही बड़ा झूठ होता है।
भाजपा ने सच का ही एनकाउंटर कर दिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पलटवार किया है। उन्होंने वीडियो शेयर कर कहा, "समाजवादी पार्टी की लाल टोपी के नीचे का काला चेहरा सामने आता जा रहा है। एनकाउंटर (गैंगस्टर मंगेश यादव) के बाद अखिलेश यादव का दर्द और बढ़ जाता है, अपराधियों के साथ उनका कैसा गठजोड़ है ये एनकाउंटर से उनकी पीड़ा को समझा जा सकता है। अखिलेश यादव अब अपराधियों की जाति बताने के काम कर रहे हैं। वो शहीद पुलिसकर्मी या घायल पुलिस वालों की जाति नहीं देखना चाहते हैं। वो अपराधियों की जाति देख रहे हैं। वह अयोध्या में पीड़ित लड़की की जाति नहीं देखते हैं, वो अपराधियों की जाति बताकर के उनके साथ पेशबंदी में खड़े हो रहे हैं यह दुर्भाग्य की बात है।" --(आईएएनएस)