नयी दिल्ली, 19 मार्च। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने बुधवार को कहा कि भारत आतंकवाद के प्रति अपनी ‘‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’’ की नीति पर अडिग है तथा इस खतरे से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए मजबूत घरेलू तंत्र और क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता है।
सिंह राष्ट्रीय राजधानी में भारत द्वारा आयोजित 10 देशों के समूह ‘आसियान’ और इसके कुछ वार्ता साझेदारों के दो दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
रक्षा सचिव ने कहा कि आतंकवादी समूहों द्वारा उन्नत प्रौद्योगिकी और मानव रहित प्रणालियों के उपयोग के मद्देनजर आतंकवाद की चुनौती से निपटने के लिए एक सुसंगत और कार्रवाई-उन्मुख दृष्टिकोण की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि अपने भू-राजनीतिक और आर्थिक महत्व के मद्देनजर हिंद-प्रशांत क्षेत्र के समक्ष विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ का जोखिम है, जिसके लिए एक व्यापक, अनुकूल और गहन सहयोगात्मक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।
सिंह ने कहा, ‘‘भारत आतंकवाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की अपनी नीति पर अडिग है तथा एक ऐसे दृष्टिकोण में विश्वास करता है जिसमें मजबूत घरेलू तंत्र, उन्नत खुफिया-साझाकरण और मजबूत क्षेत्रीय सहयोग शामिल हो।’’(भाषा)