‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मार्च। बिलासपुर के बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट को 4सी श्रेणी में उन्नत करने की प्रक्रिया में हो रही देरी को लेकर हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। समिति ने कहा कि राज्य सरकार अक्टूबर 2023 में हाईकोर्ट में अंडरटेकिंग दे चुकी थी कि 4सी एयरपोर्ट के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी, लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद भी एक सामान्य टेंडर जारी नहीं किया जा सका।
विधानसभा में विधायक धर्मजीत सिंह के सवाल पर जवाब आया कि अभी भी डीपीआर टेंडर जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। इस पर समिति ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 50 लाख रुपये से भी कम लागत का यह टेंडर अब तक जारी न होना यह दर्शाता है कि राज्य के विभिन्न विभागों में समन्वय की भारी कमी है।
समिति ने कहा कि अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी एयरपोर्ट विकास कंपनी की जरूरत है। महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में ऐसी कंपनियों की मदद से तेजी से नए एयरपोर्ट का विकास हो रहा है। उदाहरण के तौर पर, महाराष्ट्र का शिरडी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पूरी तरह राज्य सरकार की कंपनी के अधीन है। समिति ने सुझाव दिया कि यदि छत्तीसगढ़ सरकार भी ऐसी कंपनी बनाकर बिलासपुर, अंबिकापुर और जगदलपुर के एयरपोर्ट के विकास की जिम्मेदारी उसे सौंपे, तो कार्य समयबद्ध और प्रभावी तरीके से पूरा हो सकता है।
हवाई सुविधा समिति ने याद दिलाया कि जब अक्टूबर 2023 में हाईकोर्ट में जनहित याचिका की सुनवाई हुई थी, तब राज्य सरकार ने जल्द ही एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी करने की बात कही थी। लेकिन अब तक इस संबंध में कोई प्रगति नहीं हुई।
समिति ने कहा कि वर्तमान में विमानन विभाग, पीडब्ल्यूडी, वित्त विभाग और एयरपोर्ट प्रबंधन के अलग-अलग स्तरों पर फाइलों के घूमने और अप्रूवल की लंबी प्रक्रिया के कारण एयरपोर्ट से जुड़े हर कार्य में अनावश्यक देरी हो रही है। विधायक धर्मजीत सिंह के सवाल पर सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ में फिलहाल एयरपोर्ट विकास कंपनी बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
इस बीच, हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का धरना लगातार जारी है। समिति ने राज्य सरकार से बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट को 4सी श्रेणी में अपग्रेड करने की प्राथमिकता देने और एयरपोर्ट विकास कंपनी के गठन की मांग की है।
धरने में प्रमुख रूप से मनोज श्रीवास, रवि बनर्जी, बद्री यादव, राकेश शर्मा, मनोज तिवारी, देवेंद्र सिंह ठाकुर, शाहबाज अली, आशुतोष शर्मा, संतोष पीपलवा, पवन पांडे, प्रकाश बहरानी, चित्रकांत श्रीवास, केशव गोरख, दीपक कश्यप, अशोक भंडारी, चंद्र प्रकाश जायसवाल, महेश दुबे, नीरज अवस्थी, नरेंद्र सोनी, फिरोज खान, प्रतीक तिवारी, मोहसिन अली और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।
समिति ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही 4सी श्रेणी एयरपोर्ट के विकास की प्रक्रिया में गति नहीं आई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।