(मोहित सैनी)
नयी दिल्ली, 16 फरवरी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों के जान गंवाने के एक दिन बाद रविवार को भी स्टेशन पर भीड़भाड़ रही और हजारों यात्रियों को भारी भीड़ के बीच विभिन्न ट्रेन में सवार होने के लिए संघर्ष करना पड़ा।
अतिरिक्त उपायों के बावजूद, यात्रियों का पहुंचना जारी है, जिनमें से ज्यादातर लोग प्रयागराज जाने वाले महाकुंभ तीर्थयात्री हैं। अत्यधिक भीड़ के कारण अधिकारियों के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल हो गया है।
भगदड़ शनिवार रात करीब 10 बजे हुई, जब ट्रेन उद्घोषणाओं से भ्रमित होने के कारण यात्रियों की भीड़ एक संकरी सीढ़ी के रास्ते प्लेटफॉर्म 16 की ओर भागी।
ऊपर चढ़ने की कोशिश कर रहे लोगों और नीचे उतरने की कोशिश कर रहे लोगों के बीच कई लोग फंस गए और कुछ ही मिनटों में दहशत फैल गई और लोग गिरने लगे, जिससे भगदड़ मच गई।
फिर भी, कई घंटों बाद भी भीड़ कमोबेश पूर्व की तरह रही। हजारों लोग अब भी प्लेटफॉर्म और फुट-ओवर ब्रिज पर खड़े होने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।
प्लेटफॉर्म 16 पर तैनात एक रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) अधिकारी ने कहा, ‘‘जो कुछ भी हुआ, उसके बाद भी स्थिति वैसी ही है। हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लोगों की संख्या बहुत अधिक है।’’
प्रति घंटे 1,500 जनरल टिकट जारी किए जाने के कारण यात्रियों की बढ़ती संख्या संसाधनों पर दबाव बना रही है। प्रयागराज के लिए परिचालित की जा रहीं कई विशेष ट्रेन अपनी क्षमता से दोगुनी से भी अधिक संख्या में यात्रियों के साथ रवाना हो रही हैं और खचाखच भरे डिब्बों में लोग जबरन घुस रहे हैं।
रविवार को नई दिल्ली-बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में भीड़ इतनी अधिक थी कि यात्रियों ने धक्का-मुक्की करके ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की। आरपीएफ कर्मियों को और अधिक भीड़भाड़ को रोकने के लिए ट्रेन के दरवाजे बंद करने पड़े।
हालांकि, यह ट्रेन प्रयागराज स्टेशन से होकर नहीं गुजरती है।
एक दुखद घटना में, लगभग 15 साल की एक लड़की यात्रियों से खचाखच भरी ट्रेन के अंदर रोते दिखी, जबकि उसकी मां, जो भीड़ के कारण ट्रेन में नहीं चढ़ सकी, खुद को असहाय पाकर रोने लगी। ट्रेन के रवाना होते समय बेबस मां ने बच्ची से कहा, ‘‘घबराना मत, तुम सुरक्षित पहुंच जाओगी।’’
फंसे हुए एक यात्री ने कहा, ‘‘ट्रेन के अंदर लोगों की संख्या इतनी अधिक थी कि कोई हिल भी नहीं सकता था। अकस्मात स्थिति में भी किसी का बाहर निकलना असंभव हो जाता है।’’
आरपीएफ के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं, लेकिन भीड़ बहुत ज़्यादा है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों को संभालना आसान नहीं है।’’
इस बीच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और भीड़ को संभालने के लिए अतिरिक्त विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा की है।
भगदड़ के कारणों की जांच के लिए दो वरिष्ठ अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, लेकिन जमीनी स्तर पर भीड़ को संभालना अब भी मुश्किल बना हुआ है। (भाषा)