रायपुर, 4 जनवरी। सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताव मुखर्जी ने बताया कि राज्य के स्वामित्व वाली एनएमडीसी ने जनवरी 2025 में 5.10 मिलियन टन का उत्पादन किया और 4.48 मिलियन टन लौह अयस्क बेचा। यह मजबूत प्रदर्शन आने वाले वर्ष के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण निर्धारित करता है। चूंकि एनएमडीसी आगामी वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड मात्रा हासिल करने पर केंद्रित है, जनवरी 2025 तक संचयी उत्पादन और बिक्री क्रमश: 35.87 एमएनटी और 36.22 एमएनटी रही।
श्री मुखर्जी ने बताया कि जनवरी 2025 में उत्पादन प्रदर्शन पिछले वर्ष की इसी अवधि (सीपीएलवाई) की तुलना में 12.33त्न अधिक है, जो 5.10 एमएनटी तक पहुंच गया है, जो शुरुआत के बाद से अब तक का सबसे अच्छा जनवरी महीने का उत्पादन है। वर्ष की यह शानदार शुरुआत बढ़ती खनिज मांग को पूरा करने, देश की औद्योगिक आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने और आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा में योगदान देने के लिए एनएमडीसी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
श्री मुखर्जी ने बताया कि एनएमडीसी का उत्पादन और प्रेषण प्रदर्शन शुरुआत के बाद से जनवरी के महीने में सबसे अधिक है, जो वित्त वर्ष 2025 के लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में सही गति को दर्शाता है। शनिवार सुबह घोषित बजट पर उन्होंने कहा, विकासोन्मुख बजट 2025-26, सार्वजनिक-निजी भागीदारी पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, एनएमडीसी के लिए कंपनी के विजऩ 2030 के तहत 100 एमएनटी उत्पादन क्षमता के साथ आगे बढऩे के लिए मंच तैयार करता है।
श्री मुखर्जी ने बताया कि घरेलू बाजार में छठी हिस्सेदारी के साथ भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक के रूप में, सहयोग और सुधार उपायों पर जोर घरेलू विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा और समय पर उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा। आत्मनिर्भर भारत जैसे-जैसे प्रगति के पहिये घूम रहे हैं, एनएमडीसी की यात्रा जारी है, हर मील का पत्थर एक समृद्ध भविष्य के करीब एक कदम बढ़ाता जा रहा है। इस बीच कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों और भारत के हरित परिवर्तन को बढ़ावा दे रही है।