रायपुर, 6 नवम्बर। दक्षिण भारत के पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य श्री स्वामी नरेंद्राचार्य की उपस्थिति में शहर के बीटी आई ग्राउंड शंकर नगर में संत-प्रबुद्ध जन सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें छत्तीसगढ़ में चल रहे हैं व्यापक धर्मांतरण पर विचार विमर्श किया गया। सभी ने शासन से धर्मांतरण विषय पर कड़े कानून व सजा का प्रावधान किए जाने की मांग की। इस कार्यक्रम में स्वामीजी से 300 साधकों ने साधक दीक्षा और 350 परिवारों ने घर वापसी की।
छत्तीसगढ़ पीठ के प्रमुख घनश्याम माहेश्वरी ने जानकारी दी की ठकुराइन टोला तालुका पाटन जिला दुर्ग में शीघ्र ही रामानंदाचार्य जी का शक्ति पीठ का निर्माण प्रारंभ किया जाने वाला है।पीठ के माध्यम से इस उपरोक्त कार्यक्रम का मार्गदर्शन व धन्यवाद ज्ञापन सच्चिदानंद उपासने ने किया ।स्वामीजी ने उपस्थितों को दो गुरु मंत्र दिए, पहले "तुम जियो और दूसरों को जीने में सहायता करो" तथा "सपने में किसी का बुरा मत सोचो" तथा प्रतिदिन एकाग्र मन से दस मिनिट भक्ति करो"। सबका कल्याण होगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ से संत युधिष्ठिर लाल , संत रामबालक दास महाराज, महंत वेद प्रकाश संत राम स्वरूप दास व किन्नर अखाडे की साध्वी सौम्या ने हिंदू धर्म पर अपने विचार रखे।