जैनम में हुई बैठक में निर्णय के बाद दावेदार सक्रिय
सरगुजा, कोरबा, बिलासपुर और रायगढ़ में नए चेहरे
‘छत्तीसगढ़’ की विशेष रिपोर्ट
रायपुर, 16 जनवरी (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने क्लस्टर प्रभारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। इसमें छत्तीसगढ़ की 11 सीटों के लिए बनाए गए प्रभारी अजय चंद्राकर, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत समेत सभी शामिल हो रहे हैं। इस बैठक के बीच खबर है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा 6 सामान्य सीटों में तीन ओबीसी और तीन सामान्य वर्ग से उम्मीदवार उतारेगी। विधानसभा चुनाव लडऩे वाले किसी नेता को इस बार मौका नहीं दिया जाएगा। हालांकि दुर्ग सांसद विजय बघेल को फिर से मौका देने की चर्चा है। सरगुजा, कोरबा, बिलासपुर और रायगढ़ में नए चेहरे होंगे। कोरबा को छोडक़र तीनों सांसद विधानसभा चुनाव में उतरे और जीत हासिल की।
हाल ही में जैनम मानस भवन में हुई बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए फॉर्मूला तय किया गया है। इसमें 11 में से 6 सामान्य सीटों पर आधे में ओबीसी और आधे में सामान्य वर्ग को मौका देने का निर्णय लिया गया है। पिछली बार कोरबा और राजनांदगांव से सामान्य वर्ग का प्रत्याशी उतारा गया था। इनमें कोरबा में भाजपा हार गई थी। इस बार सामान्य वर्ग के लिए एक और सीट देने का निर्णय लिया गया है। प्रारंभिक रूप से चर्चाओं में जो नाम उभर रहे हैं, उनमें रायपुर से वर्तमान सांसद सुनील सोनी के अलावा संजय श्रीवास्तव को प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। दो चुनावों से श्रीवास्तव लोकसभा और विधानसभा दोनों में दावेदार थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। दुर्ग से विजय बघेल, सरोज पांडेय तो राजनांदगांव से संतोष पांडेय के अलावा अभिषेक सिंह और मधुसूदन यादव दावेदारों में शामिल हैं।
इसी तरह महासमुंद से चुन्नीलाल साहू के साथ-साथ अजय चंद्राकर, राजेश साहू,आदि दावेदारों में हैं। बिलासपुर सीट पर लगातार दो बार साहू समाज से सांसद चुने गए हैं, इसलिए इस बार कुर्मी समाज से दिलेंद्र कौशिल और ब्राह्मण समाज से प्रणव शर्मा दावेदारों में हैं। साहू समाज से लखन साहू, तोखन साहू और शीलू साहू दावेदार हैं।
कोरबा में अमित जोगी के नाम की भी चर्चा
कोरबा सीट पर पिछली बार भाजपा की हार हुई थी, इसलिए वहां दावेदारों की काफी संख्या है। इनमें पूर्व मेयर जोगेश लांबा, बिलासपुर संभाग के सह प्रभारी अनुराग सिंहदेव, ज्योतिनंद दुबे और सरोज पांडेय शामिल हैं। राज्यसभा सांसद के रूप में सरोज कोरबा की पालक सांसद थीं। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद अमित जोगी के नाम की भी चर्चा कोरबा से चुनाव लडऩे की है।
जांजगीर सीट पर भी दावेदारों की बड़ी फौज
छत्तीसगढ़ में भाजपा की बड़ी जीत के बावजूद जांजगीर लोकसभा सीट पर सबसे खराब परफॉर्मेंस रहा। यहां की सभी आठों सीटें भाजपा हार गई। इनमें जांजगीर व सक्ती जिले की 6 और कसडोल व बिलाईगढ़ सीट शामिल है। यही वजह है कि यहां निर्मल सिन्हा, कमला पाटले, डॉ. सनम जांगड़े आदि दौड़ में हैं। विधानसभा में मौका नहीं मिलने पर सिन्हा की दावेदारी तगड़ी मानी जा रही है।
चिंतामणि सरगुजा और रायगढ़ में गैंद बिहारी
सरगुजा और रायगढ़ सीट पर गहिरा गुरु के एक बेटे को मौका मिल सकता है। सरगुजा से चिंतामणि महाराज और रायगढ़ से सबसे छोटे बेटे गैंद बिहारी सिंह का नाम चर्चा में है। विधानसभा चुनाव से पहले चिंतामणि महाराज ने इस्तीफा दे दिया था। वैसे रायगढ़ से रवि भगत की भी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। सरगुजा में कमल भान सिंह, राम लखन और श्याम भी दौड़ में बताए जा रहे हैं।
और एक अफवाह यह भी
रायपुर दक्षिण विधानसभा से बृजमोहन अग्रवाल से रिकॉर्ड मतों से चुनाव हारने वाले महंत रामसुंदर दास ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्होंने लिखित में इस्तीफा भी दे दिया है। अब एक अफवाह यह है कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं, और भाजपा उन्हें कोरबा से चुनाव लड़वा सकती है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।