सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 3 जून। पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, जिस कारण से बार-बार लॉकडाउन की स्थिति निर्मित हो रही है, लॉकडाउन के कारण व्यापारियों की कमर तो टूट ही चुकी है, साथ ही गरीब तबका और गरीब होता नजर आ रहा है। कोरोना महामारी जब से आई है, तब से दुकानों पर प्रशासन की नजर है।
व्यावसायिक संगठन कैट के प्रदेश मंत्री शुभम अग्रवाल ने बताया कि व्यापारी वर्ग लॉकडाउन के दौरान तो परेशान होता ही है, साथ ही लॉकडाउन के पश्चात महज तीन-चार ग्राहक दुकान में होने पर भी प्रशासन व्यापारियों पर कार्रवाई कर देता है। सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के नाम पर प्रशासन दुकान के अंदर कार्रवाई करता नजर आता है, मगर बैंकों के बाहर आए दिन सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ प्रशासन को नजर नहीं आती, जबकि देवीगंज रोड स्थित जिला सहकारी बैंक के सामने से प्रशासन और बड़े अधिकारियों की गाड़ी कई दफा गुजरती है, मगर फिर भी प्रशासन बैंक पर कोई कार्रवाई नहीं करता, जिससे व्यापारियों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है।
शाखा प्रबंधक द्वारा अपने ग्राहकों के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने कोई भी कोशिश नहीं की जा रही है ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा है और ना ही मास्क का। बैंक के कारण रोजाना देवीगंज रोड में ट्रैफिक जाम होता है, जिससे आमजन को काफी परेशानी होती है।
प्रदेश मंत्री शुभम अग्रवाल ने बताया कि बैंक प्रबंधक को ग्रामीणों के दूरी के साथ बैठने, भीड़ को काबू रखने के लिए टोकन सिस्टम या अलग-अलग दिन अलग-अलग पंचायत के ग्रामीणों को समय दिया जा सकता है, जिससे बैंक में होने वाली भीड़ पर नियंत्रण पाया जा सकता है, मगर शाखा प्रबंधक द्वारा किसी भी प्रकार की योजना नहीं बनाई जा रही व कोरोना की गाइडलाइन पालन करने हेतु भी पहल नहीं की जा रही है, साथ ही प्रशासन भी इन पर कार्रवाई नहीं करता नजऱ आ रहा है।
शुभम अग्रवाल ने कलेक्टर सरगुजा को पत्र लिख कर कार्रवाई करने का निवेदन किया है व कहा है कि अगर कार्रवाई नहीं की जाती और बैंकों में भीड़ नजर आती है तो व्यापारियों द्वारा 7 जून सोमवार को बैंक के बाहर अपना आक्रोश व्यक्त किया जाएगा।