सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 28 जून। पूर्व जमीन विवाद की रंजिश पर अपहरण कर फिरौती की रकम मांगने के मामले में 2 आरोपी को थाना गांधीनगर पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अपहृत को तत्काल बरामद कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 2 मोबाइल मय सिम एवं जबरन हस्ताक्षर कराया गया सादा स्टाम्प पेपर जब्त किया गया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, शेष आरोपियों का सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार हेमा मालिनी निवासी नमनाकला हाउसिंग बोर्ड थाना गांधीनगर द्वारा 26 जून को थाना गांधीनगर आकर गुम इंसान रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका पति शंकर दयाल रवि 25 जून को घर से दोपहर करीब 11.30 बजे काम करने जा रहा हूं कहकर घर से अपने नेक्सोन कार सफेद रंग का क्रमांक सीजी/15/डीवी/7100 से निकले थे, जो अभी तक वापस नहीं आये है। आसपास रिश्तेदार में पता साजी करने पर पता नहीं चला है तथा गुम इंसान शंकर दयाल रवि द्वारा धारित मोबाईल नम्बर भी बंद और कभी चालू बता रहा है।
मामले को संज्ञान में लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा राजेश कुमार अग्रवाल द्वारा पुलिस टीम को गुमइंसान कों बरामद करने के दिशा निर्देश दिए गए थे।
जांच दौरान पुलिस टीम को 26 जून को गवाहों के कथन पर गुमशुदा को फिरौती हेतु किडनैप किये जाने की जानकारी मिली। गुमशुदा की पतासाजी दौरान साड़बाड़ मंदिर के पास होने की जानकारी प्राप्त हुई।
पुलिस टीम द्वारा तत्काल मौक़े पर रवाना होकर घेराबंदी की गई। मौक़े पर आरोपियों के कब्जे से अपहृत शंकर दयाल रवि को सकुशल बरामद किया गया।
घेराबंदी के दौरान कुछ आरोपी पुलिस को देखकर मौक़े से भाग गए और उनमें से एक व्यक्ति को पकड़ा गया है, जिससे पूछताछ करने पर अपना नाम मोती राम यादव रामपुर थाना मणिपुर का होना बताया।
आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर बताया कि मामले में शामिल आरोपी द्वारा जमीन बिक्री करने की बात पर शंकर दयाल रवि से संपर्क कर अपने अन्य तीन साथियों के साथ 25 जून को नमनाकला थाना गांधीनगर में आकर शंकर दयाल रवि को जमीन मालिक से मिलाने की बात बोलकर अपहृत के कार टाटा नेक्सान क्रमांक सीजी/15/डीव्ही/7100 से मिलवाने लेकर गये।
उसके बाद अपहृत शंकर दयाल रवि को कट्टा दिखाकर उसी के कार के पीछे हाथ व चेहरा बांधकर बैठा कर कहीं अन्यत्र लेकर चले गये। फिर जशपुर तरफ लेकर गये, जहां बहादुर जायसवाल अपने अन्य साथियों के साथ एक बलोनो कार से आकर गुमशुदा को एक कमरे में ले जाकर मारपीट कर पूर्व जमीन विवाद की बात पर 5 करोड़ रूपये की मांग करने लगा और सादे स्टाम्प पेपर में हस्ताक्षर करवाया।
अपहरण करने वाले आरोपी अपहृत को उसके मोबाईल से कॉल करके घर पर बातचीत कराकर रूपये की मांग किये, उसके बाद साड़बार मंदिर के पास ले जाकर अंगूठी, चैन व ब्रेसलेट निकलवाकर रख लिये। जिसके बाद तकनीकी सहायता के आधार पर पुलिस टीम द्वारा दबिश दिये जाने पर अपहृत शंकर दयाल रवि की बरामदगी की गई थी।
जांच दौरान गुमशुदा शंकर दयाल रवि को आरोपी बहादुर जायसवाल, मोतीराम यादव व अन्य आरोपियों द्वारा अपहरण कर मारपीट कर फिरौती की मांग करना पाया गया।
आरोपियों के विरूद्ध प्रथम दृष्टया अपराध घटित करने का साक्ष्य पाये जाने से थाना गांधीनगर में मामले में धारा 140(2), 140(3) बी. एन. एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस टीम द्वारा प्रार्थी एवं अपहृत का कथन लेख कर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। आरोपी मोतीराम यादव से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ की गई, जो आरोपी मोतीराम यादव के कथन/मेमोरण्डम पर आरोपी बहादुर जायसवाल की संलिप्तता का साक्ष्य पाया गया।
आरोपी बहादुर जायसवाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरोपी द्वारा अपना नाम बहादुर जायसवाल सत्तीपारा थाना अंबिकापुर का होना बताया। आरोपी द्वारा घटना कारित किया जाना स्वीकार किया गया।
दोनों आरोपियों के पेश करने पर घटना दिवस को उपयोग किये मोबाईल मय सीम जब्त किया गया है एवं अपहृत से जबरन हस्ताक्षर कराये सादे स्टाम्प पेपर को भी बहादुर जायसवाल के कब्जे से जब्त किया गया है।
प्रकरण की विवेचना दौरान पाया गया कि आरोपीगण योजना बनाकर अपहृत को पूर्व जमीन विवाद के कारण रूपये उगाही करने हेतु अपहरण किये हैं। प्रकरण में धारा 61 (2) बीएनएस जोड़ी गयी है।
आरोपियों के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से प्रकरण में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाता है। मामले में अन्य आरोपी फरार हंै, शेष आरोपियों का सरगर्मी से तलाश की जा रही है।