सरगुजा
लुण्ड्रा के सभी शक्ति केंद्रों में कार्यक्रम का आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लुण्ड्रा, 24 जून। भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में 23 जून को मनाई गई। लुण्ड्रा के सभी 6 शक्ति केंद्रों में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया एवं पार्टी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलन कर उनकी जीवनी पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया। अतिथियों द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत छायादार पौधे का रोपण भी किया गया।
लुण्ड्रा भाजपा की मंडल स्तरीय बैठक ग्राम सेमरडीह महादेव स्थल पर रखी गई, जिसमें मुख्य अतिथि महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह जिला कार्यसमिति सदस्य महिला मोर्चा माया मिश्रा एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष सतीश जायसवाल विधायक प्रतिनिधि जयंत मिंज जनपद सदस्य लुण्ड्रा राजेश सोनी उपाध्यक्ष अभिषेक पावले महामंत्री द्वय अशोक गुप्ता दिलीप प्रजापति थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया, तत्पश्चात स्वागत उद्बोधन में मंडल अध्यक्ष सतीश जायसवाल ने डॉ. मुखर्जी जी के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि उनके देखे हुए एकात्मवाद मानववाद वी अखंड भारत की परिकल्पना को साकार करने में आज भारतीय जनता पार्टी किया का हर एक कार्यकर्ता तन मन से लगा हुआ और मोदी जी के नेतृत्व में जिस मुद्दे को लेकर मुखर्जी जी ने अपना बलिदान कश्मीर में दिया था आज वह साकार होता दिख रहा है जहां 370 जैसे बड़े धारा खत्म हुआ है किंतु भारत की एकता अखंडता व अक्षुण्णता को लेकर को जो सपना डॉ. मुखर्जी जी ने देखा था वह तभी पूर्ण रूप से साकार होगा, जब भारतीय जनता पार्टी के हर एक कार्यकर्ता के अलावा आप सब आम जनमानस भी उनके आदर्श को आत्मसात कर उनके बताएं आदर्शों पर चलेंगे। आज उन्हीं की दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को भी हर एक लाभ उन तक पहुंच रहा है।
विधायक प्रतिनिधि जयंत मिंज ने भी संबोधित करते हुए कहा कि मुखर्जी जी के बलिदान के फलस्वरुप ही आज जनसंघ के बाद भारतीय जनता पार्टी का नवनिर्माण हुआ जिसने उनके सपने को साकार करने का संकल्प लिया और नारा दिया कि जहां बलिदान हुए मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है आज कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और धारा 370 हटाना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
उन्होंने आह्वान किया कि अभी भी उनका सपना पूरा नहीं हुआ है भारत की एकता वह अखंडता को स्थापित करने की जो सपना उन्होंने देखा है वह शनै:- शनै: मोदी जी के नेतृत्व में पूरा हो रहा है। मुखर्जी के राष्ट्रवादी विचारों, जम्मू-कश्मीर के पूर्ण एकीकरण के लिए उनके बलिदान और भाजपा की वैचारिक नींव को मजबूत करने में उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया, आज हम उनके कृतित्व को याद कर रहे हैं।
मुख्य अतिथि फुलेश्वरी सिंह ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के कृतित्व को याद करते हुए कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए उन्होंने जो बलिदान दिया, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्हीं की देन है जो आज हम सबको समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को विकास के मुख्य धारा से जुडऩे का मौका मिल रहा है। आज चावल से लेकर शौचालय तक महतारी वंदन से लेकर पीएम किसान सम्मान निधि तक हर एक योजना उन्हीं के सोच व सपना अनुरूप मोदी जी के नेतृत्व में पूरा हो पा रहा है किंतु यह सार्थक तभी होगा जब इसमें आप सब ग्राम वासियों का भी सजकता के साथ किसी के बहकावे में न आकर जागरूकता का परिचय देते हुए डॉ. मुखर्जी के बलिदान स्वरूप विचारों को आत्मसात करेंगे ।
उन्होंने कहा कि अखंड भारत उनकी चाहत थी कि इस देश में एक निशान, एक विधान और एक प्रधान हो। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि उनकी श्रद्धांजलि के लिए इससे बड़ा कोई और काम नहीं हो सकता। डॉ. मुखर्जी को भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक बताया।साथ ही देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमित शाह एवं छत्तीसगढ़ के सुशासन वाली सरकार विष्णु देव साय जी द्वारा किए जा रहे कार्यों को भी विस्तृत रूप बताते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया गया ।
इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता बुधसागर सिंह अरविंद गुप्ता संवाद प्रमुख राजीव कश्यप भाजपा मंडल मंत्री सीमा पैकरा राजेश कुजूर रहमत खान शिव शरण सिंह बिरछु राम सहित दर्जनों की संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे। कार्यक्रम समाप्ति पश्चात अतिथियों द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत छायादार पौधे का रोपण भी किया गया।


