सरगुजा

रुपए नहीं दे पाने की मजबूरी में लाश बाइक से ढोकर ले गए घर, नहीं मिला शव वाहन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,19 मई। सरगुजा जिले के लुण्ड्रा विकासखंड अंतर्गत ग्राम सिलसिला में डबरी में डूब जाने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद परिजन किसी तरीके से बाइक में दोनों बच्चों के लाश को लेकर पोस्टमार्टम कराने रघुनाथपुर अस्पताल पहुंचे। परिजनों के आरोप मुताबिक वहां मौजूद डॉक्टर ने पोस्टमार्टम करने के एवज में 10-10 हजार रूपये की मांग की,जिसके बाद रुपए नहीं होने की मजबूरी से बिना पोस्टमार्टम कराए परिजन दोनों बच्चों के शव को लेकर वापस घर आ गए।
जानकारी के अनुसार रघुनाथपुर पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम सिलसिला निवासी शिवा गिरी और विनोद गिरी का पुत्र जुगनू और सूरज उम्र लगभग 4 से 5 वर्ष की डबरी में डूबने से मौत हो गई। मौत के बाद गांव में मातम पसर गया।
रविवार की शाम परिजन दोनों बच्चों के शव को लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए रघुनाथपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, लेकिन तब तक शाम हो चुकी थी तो डॉक्टर ने पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया।
इसके बाद परिजन दोनों बच्चों के शव को वापस घर लेकर पहुंचे और सोमवार को फिर से बाइक से ही शव को लेकर पोस्टमार्टम कराने पहुंचे।
परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने एक बच्चे के पोस्टमार्टम के एवज में 10 हजार मांगे और फिर पांच हजार के बिना पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया।
लेकिन ज़ब इसकी जानकारी मीडिया को मिली तो बाद में डॉक्टर ने घंटों बाद पोस्टमार्टम किया, लेकिन फिर शव वाहन नहीं मिलने पर लाश को परिवार वाले बाइक से ही घर ले गए।
वहीं पोस्टमार्टम करने वाला डॉक्टर मीडिया से भागते हुए नजर आए,कैमरे के सामने कुछ नहीं कहा।
अगर पैसे की लेनदेन की बात है तो टीम गठित कर जांच कराई जाएगी- सीएमएचओ
इस मामले को लेकर सरगुजा जिले के सीएमएचओ पी एस मार्को ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मैं इस घटना के संदर्भ में रघुनाथपुर बीएमओ से पता किया हूं , शव वाहन उपलब्ध था, मृतक के परिजन को आधा घंटा रुकने के लिए बोला गया था, लेकिन वह नहीं रुके और मोटरसाइकिल से ही लाश ले जाने को कहा।
रिश्वत को लेकर सीएमएचओ ने कहा कि डॉक्टर के द्वारा रिश्वत नहीं मांगा गया है, उनके द्वारा कहा गया कि बिना चिडफ़ाड़ के पीएम रिपोर्ट दे दीजिए, जिसके बाद डॉक्टर ने मना कर दिया तो फिर वह लाश को घर लेकर चले गए। जब उन्हें पता चला कि शासन की ओर से कुछ मदद मिलती है तो फिर वह मामले को तोड़ मोड़ कर पेश करते हुए रिश्वत मांगने का आरोप लगा रहे हैं, अगर पैसे की लेनदेन की बात है तो मैं टीम गठित कर जांच कर लूंगा।