सरगुजा

पुलिस ने नहीं लिखी एफआईआर, एसपी से लगाई गुहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 6 मई। सरगुजा जिले के मैनपाट में महिला से गैंगरेप और चार लाख की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि मझवार जनजाति की महिला के साथ हुई इस घटना को लेकर पीडि़त परिवार जब क्षेत्र के संबंधित थाने में गया तो उसकी रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। आखिरकार पीडि़त परिवार ने पुलिस अधीक्षक सरगुजा को इस संबंध में शिकायत सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
दरअसल, यह घटना उस वक्त घटी, जब महिला का पति मर्डर के केस में जेल में बंद था। महिला के पति ने आरोप लगाया कि वर्ष 2023 में वह जेल से छूटा था। घर जाने पर पत्नी ने उसे पूरी बात बताई। इस संबंध में गांव में भी पूछताछ करता रहा।
महिला के बेटे की सर्पदंश सें हुई मौत पर मुआवजा राशि चार लाख रूपये मिले थे, जिसे महिला के साथ गैंगरेप करने वाले परपटिया क्षेत्र के दो भाइयों ने ठग लिया। कुछ दिन पहले महिला का पति पैसे लेने के लिए उनके पास गया था।
आरोप लगाने वाले महिला के पति ने बताया कि इस दौरान उसके साथ मारपीट की गई और उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया था। बाद में पुलिस ने उसे छुड़ाया। बताया जा रहा है कि रेप के बाद महिला ने बच्चे को जन्म भी दिया।
आरोप है कि पूरे मामले को लेकर पीडि़त परिवार ने कमलेश्वरपुर थाने में भी न्याय की गुहार लगाई, परंतु मामले में अपराध दर्ज नहीं किया गया। कहीं से कोई उम्मीद नहीं दिखने पर आज पीडि़त परिवार ने सरगुजा पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
विधिवत की जा रही जांच- एएसपी
एएसपी अमोलक सिंह ढिल्लों ने कहा कि पीडि़त पक्ष का लिखित आवेदन मिला है जिसमें पैसे की ठगी और दुष्कर्म की शिकायत की गई है। मामले में विधिवत जांच की जा रही है। जांच उपरांत जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई होगी।