सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 27 अप्रैल। फायर एंड सेफ्टी सिस्टम का फर्जी एनओसी देकर होटल संचालक से धोखाधड़ी करने के मामले में सरगुजा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी अमनदीप सिंह छाबरा साकिन समलाया मंदिर के पास बैंक ऑफ़ बड़ोदा के बगल मे थाना कोतवाली अम्बिकापुर द्वारा 12 जुलाई 2024 को थाना कोतवाली आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह महामाया चौक स्थित एवलोन होटल का संचालक हैं, कि बिलासपुर निवासी सुयश दाभडक़र नामक व्यक्ति प्रार्थी से सम्पर्क कर स्वयं को अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं विभाग मे कार्यरत होना बताते हुए फायर एंड सेफ्टी सिस्टम का एनओसी देने की बात बोलकर पिछले 2 वर्ष पूर्व से सम्पर्क में था, इस दौरान सुयश दाभडक़र प्रार्थी को उसके संस्थान के लिए फायर एंड सेफ्टी सिस्टम का एनओसी दिलाने के लिए 8000/- रुपये लेकर एनओसी प्रदान किया गया था, जो प्रार्थी को प्राप्त एनओसी के सत्यता के सम्बन्ध में शंका होने पर पता किया गया, जो उक्त फायर एंड सेफ्टी सिस्टम का एनओसी फर्जी होने की जानकारी मिली।
आरोपी सुयश दाभडक़र द्वारा प्रार्थी को अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र देने की बात बोलकर 8000/- रुपये की ठगी किया गया है। मामले मे प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली मे अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
कोतवाली पुलिस टीम ने मामले मे प्रार्थी का विस्तृत कथन लेख कर प्रार्थी के कब्जे से आरोपी सुयश दाभडक़र द्वारा गया अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र एनओसी कों जप्त कर उक्त प्रमाण पत्र के सम्बन्ध में अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं विभाग से उक्त प्रमाण पत्र के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई, जो सुयश दाभडक़र द्वारा प्रार्थी को प्रदान किया गया अग्नि सुरक्षा प्रमाण पत्र एनओसी फर्जी होना पाया गया।
पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपी की तलाश की जा रही थी। पुलिस टीम के सतत प्रयास से मामले के आरोपी सुयश दाभडक़र कों हिरासत मे लेकर पूछताछ किया गया जो तिलक नगर पिगले हाउस के पास बिलासपुर थाना सिविल लाईन जिला बिलासपुर का होना बतया।
आरोपी ने ठगी करना स्वीकार करते हुए बताया कि आरोपी पूर्व में गैर सरकारी रूप से फायर एंड सेफ्टी सिस्टम लगाने का काम करता था, इस दौरान अम्बिकापुर में काम करने के दौरान प्रार्थी से जानपहचान हुई थी। जानपहचान होने के बाद सुयश दाभडक़र प्रार्थी के होटल एवलोन में भी फायर एंड सेफ्टी सिस्टम लगाया था और अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं विभाग से प्रार्थी को फर्जी एनओसी दिलवाया था।