सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 23 अप्रैल। सरगुजा जिले के लुण्ड्रा थाने में पदस्थ आरक्षक अमित रजवाड़े ने विभागीय उत्पीडऩ का आरोप लगाते पुलिस अधीक्षक को त्यागपत्र दिया है। आरक्षक ने अपने त्यागपत्र में यह भी आरोप लगाया है कि उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त किया गया।
आरक्षक अमित रजवाड़े का आरोप है कि वह जमीन देने के नाम पर 10 लाख की धोखाधड़ी की शिकायत थाना मणीपुर में 2 अगस्त 2024 को किया, किंतु एफआईआर दर्ज नहीं किया गया, तब वह इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस महानिरीक्षक को किया, फिर भी फिर भी एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है।
अमित रजवाड़े नेे आरोप लगाया कि पूर्व में भी आरक्षक के पैतृक घर से लगभग 2 लाख का सोना-चांदी चोरी हुआ था, जिस पर थाना लखनपुर में अपराध दर्ज है, किंतु तत्कालीन प्रधान आरक्षक थाना लखनपुर के द्वारा आरोपियों से पैसा लेकर आरोपियों की गिरफ्तार नहीं किया एवं 20 जनवरी 2018 को पुन: उसके घर से पंप को चोरी करवाया गया एवं गांव के अन्य 12 पंप को चोरी करवाया गया, जिसमें एफआईआर दर्ज नहीं किया गया एवं आईजी कार्यालय के स्टेनो पुष्पेन्द्र शर्मा के द्वारा मुझे बार-बार फोन कर धमकाया गया, उनसे नहीं मिलने पर मेरा स्थानांतरण जिला बलरामपुर रामानुजगंज कर दिया गया।
अमित रजवाड़े का त्यागपत्र इस समय सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर लिखा है कि वे मानसिक दबाव और अन्यायपूर्ण व्यवहार के चलते अब सेवा जारी नहीं रख सकते।
हालांकि, इस पूरे प्रकरण पर अब तक आईजी या एसपी कार्यालय की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। पीडि़त आरक्षक का त्यागपत्र सामने आने के बाद मामले की निष्पक्ष जांच की मांग भी जोर पकड़ रही है।