सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 19 अप्रैल। सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया जो की लखनपुर में सबसे पुराना बैंक है और सबसे ज्यादा खातेदार हैं,यहां पर सेंट्रल बैंक के कर्मचारी के द्वारा मनमानी करने से खातेदारों की परेशानी का सबब बना हुआ है।
इस बारे में सेंट्रल बैंक प्रबंधक आलोक बेक से चर्चा करने पर बताया गया कि हम अपने कैशियर के ऊपर ज्यादा दबाव नहीं डाल सकते, बैंक में काफी भीड़भाड़ रहती है जिसके वजह से दिक्कत है जल्दी ही ठीक किया जाएगा।
शासकीय कर्मचारी, किसान पेंशनधारी ,निराश्रित ,पेंशनधारी राशि आहरण करने के लिए बैंक में कई घंटों इंतजार करना पड़ता है,लोगों का खाता सही टाइम में नहीं खोलने के कारण बैंक के चक्कर लगाना पड़ता है। बैंक में नया खाता खोलने पासबुक लेने के लिए कई दिन तक ग्राहकों को बैंक में जाना पड़ता है ,बैंक के कैशियर के द्वारा पैसा निकालने आए हुए बुजुर्ग महिला खाताधारी के साथ ग्राहकों से घंटों लाइन में खड़ा करके अभद्र भाषा में व्यवहार किया जाता है। खातेदार लेनदेन की पासबुक में एंट्री के लिए लोगों को यह कहकर मना कर दिया जाता है की मशीन खराब है,सरवर नहीं है कहकर अपने कार्य में व्यस्त हो जाते हैं।
खातेदार कई बार मिऩते करते नजर आते हैं लेकिन कोई नहीं सुनता है. जहां कई ग्राहकों को अपना पैसा तक पता नहीं चल पाता है कि हमारे पासबुक में कितना रुपए बचा हुआ है। लोगों का आरोप है कि बैंक के मैनेजर के द्वारा भी इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है,ग्राहकों का कहना है सेंट्रल बैंक के एटीएम भी खुला तो रहता है लेकिन कैश की समस्या हमेशा रहता है जिसके लिए एटीएम खाताधारियों को दरबदर दूसरे बैंक को के एटीएम से पैसा निकालने के लिए भटकना पड़ता है।
खातेदारों के द्वारा बताया जाता है कि बुजुर्ग महिला व पुरुष के साथ भी पासबुक लेकर 11 बजे से पासबुक जमा करने पर दो-तीन बजे तक पैसा दिया जाता है।
बैंक में कई दिनों तो जरूरत के हिसाब से पैसा भी नहीं मिलता है कम पैसा देकर भेज दिया जाता है।
लोग मजबूर होकर खाता बंद कर रहे हैं या तो फिर खाता से लेनदेन बंद करके दूसरे बैंकों में खाता खुलवाने के लिए मजबूर है। जिम्मेदार बैंक अधिकारी के उदासीन रवैया, कर्तव्य का निर्वहन सही से पालन नहीं करने वजह से जिसका खामियाजा खातेदार को भुगतना पड़ रहा है इसके अलावा बैंक के ग्राहक गर्मी के दिनों में भूखे प्यासे खड़े रहते हैं। बुधवार बाजार के दिन इतना ज्यादा भीड़ रहता है कि ट्रैफिक जाम हो जाता है और पैर रखने तक का जगह नहीं रहता।