सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर,19 अप्रैल। प्रतापपुर से राजपुर मार्ग पर चल रहा सडक़ और नाली निर्माण कार्य में भारी अनियमितताओं का खुलासा हुआ है, जिसने न केवल स्थानीय नागरिकों बल्कि जनप्रतिनिधियों को भी आंदोलित कर दिया है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि निर्माण कार्य रात के अंधेरे में चोरी-छिपे कराया जा रहा है। विभागीय अधिकारी और तकनीकी इंजीनियरों की अनुपस्थिति में यह कार्य नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता और गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
छोटी पुलियाओं का निर्माण शुरू ही नहीं हुआ
राजपुर मार्ग पर प्रस्तावित छोटी पुलियाओं का कार्य अभी तक शुरू नहीं किया गया है। इन पुलियाओं की अनुपस्थिति में जल निकासी बाधित होगी और भारी वर्षा के समय सडक़ कटाव, धंसाव और जलभराव जैसी समस्याएँ सामने आएंगी।
तीन-चार वर्षों से चल रहा कार्य, फिर भी अधूरा
स्थानीय नागरिकों के अनुसार यह निर्माण पिछले तीन-चार वर्षों से चल रहा है, लेकिन आज तक अधूरा है। इससे स्पष्ट होता है कि कार्य में जानबूझकर देरी की जा रही है या फिर भ्रष्टाचार के कारण प्रगति रुकी हुई है।
इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्र क्रमांक 11 से जिला पंचायत सदस्य सुरेश केराम ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि रात के अंधेरे में, बिना साइड इंजीनियर और अधिकारियों की देखरेख के हो रहा निर्माण भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है। यह जनता की आंखों में धूल झोंकने जैसा है। यदि जल्द ही पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित नहीं की गई, तो हम सडक़ जाम कर उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से जिला प्रशासन को चेताया कि यदि समय रहते कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो जनता को साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।