सरगुजा

परिजनों ने की कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 17 अप्रैल। सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बरगिडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था से एक बार फिर गर्भ में पल रहे शिशु की प्रसव से पहले ही मौत हो गई। पीडि़त परिवार वालों ने मामले में कार्रवाई की मांग की है।
दरअसल, बरगीडीह की 31 वर्षीया प्रसूता ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिकित्सालय में चिकित्सकों की गैर मौजूदगी और उपचार न मिल पाने पर गर्भ में ही शिशु की मृत्यु हो गई। परिजनों ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर सरगुजा से कर दोषी चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही चिकित्सालय बरगीडीह की व्यवस्था में सुधार की मांग की है।
उर्मिला द्वारा की गई शिकायत में लिखा है कि उनकी भाभी गर्भवती थी, प्रसव के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बरगीडीह में दाखिल कराया गया था। जहां सिर्फ एक नर्स ही मौजूद थी और कोई डॉक्टर वहां नहीं थे। चिकित्सालय में प्रसव पीडि़ता को स्वास्थ्य सुविधा न मिलने वह तड़पती रही और रात दस बजे उसने मृत शिशु को जन्म दिया।
शिकायत में लिखा गया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तीन चिकित्सक और चार नर्स की पदस्थापना है, लेकिन फोन करने के बाद भी न तो चिकित्सक ही मौके पर पहुंचे और न ही अन्य नर्स ड्यूटी पर पहुंची। चिकित्सा सेवा में लापरवाही बरतने का आरोप लगा प्रसव पीडि़ता के परिजनों ने लापरवाह चिकित्सा स्टॉफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।