सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 12 अप्रैल। अंधे कत्ल की गुत्थी सरगुजा पुलिस ने सुलझा ली है। आरोपी झारखण्ड से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त ईंट एवं पहने गये कपड़े जब्त किए गए। आरोपी के बड़े भाई का विश्वास मृतक पर होने से एवं दुकानदारी संभालने पर आरोपी द्वारा आवेश में आकर हत्या की थी।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी मनोहर यादव साकिन खजुरी थाना दरिमा ने 11 अप्रैल को थाना कोतवाली आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रार्थी का छोटा भाई जुगनू उर्फ मनबोध यादव जो करीब 6-7 साल से जुगनू उफऱ् मनबोध बीरबल यादव झंझटपारा नमनाकला अम्बिकापुर के पास रहकर कलकता फ्लावर दुकान में काम करता था। रात को बीरबल यादव के फूल गोदाम में सोता था कि 11 अप्रैल की सुबह करीब 6 बजे प्रार्थी का चचेरा भाई गिरिजा प्रसाद को गांव के लोग बताये कि जुगनू कहीं गायब हो गया है, तब प्रार्थी अपने चचेरा भाई गिरजा प्रसाद एवं अन्य के साथ मोटर सायकल में बैठकर अम्बिकापुर नमनाकल झंझटपारा बीरबल यादव के घर जाकर देखे तो बीरबल घर में था, लेकिन प्रार्थी एवं अन्य से कुछ भी बात नहीं किया, तब बीरबल के फूल गोदाम में जहां प्रार्थी का भाई रहता था, उस कमरे में देखे तो प्रार्थी का भाई जुगनू नहीं था, कमरे में लगा बेड के उपर रखा तकिया एवं पीले रंग का कपड़ा खून से सना था, बिस्तर पर दो छोटी हड्डी व तीन दांत का टुकड़ा पड़ा हुआ था एवं कमरे में ही खून से सना हुआ र्इंट पड़ा हुआ था और घर के दरवाजे सहित दरवाजे के बाहर रास्ते में भी जगह जगह खून गिरा हुआ था।
प्रार्थी एवं उसके साथी खून की छींटों को देखते हुए आगे जाकर देखे तो दरवाजे के करीब 7-8 मीटर दूरी पर एक बड़ा से नाली में जुगनू का शव पेट के बल पानी में डूबा जैसा पड़ा था, थोड़ा से पीठ का भाग और थोड़ा सा दोनों पैर दिख रहा था। प्रार्थी ने शंका जताई कि संजू यादव प्रार्थी के भाई जुगनू के चेहरे में र्इंट से मारकर हत्या कर दिया है। मामले में प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल निरीक्षण कर मृतक का शव को मौक़े से निकलावकर शव पंचनामा किया गया। पुलिस टीम द्वारा मृतक के रूम से हड्डी का टुकड़ा, 3 टूटा हुआ दांत एवं घटना के प्रयुक्त र्इंट मौक़े से जब्त किया गया।
मृतक के भाई एवं अन्य परिजनों का कथन लेखबद्ध कर संदेही संजू यादव की तलाश की जा रही थी। पुलिस टीम ने संदेही संजू यादव को झारखण्ड से पकडक़र हिरासत में लेकर पूछताछ की।
आरोपी द्वारा अपना नाम संजु उफऱ् नंदकुमार यादव झंझटपारा नमनाकला अम्बिकापुर का होना बताया। आरोपी से पूछताछ किये जाने पर हत्या करना स्वीकार करते हुए बताया कि 10 अप्रैल को आरोपी संजु,जुगनू को बोला कि बड़ा भाई बीरबल तुझको ज्यादा मानता है मुझ पर विश्वास नहीं करता हैं, पैसे का हिसाब किताब और दुकान का हिसाब किताब भी तेरे को ही देखने बोलता है। तू यहां से भाग जा नहीं तो मैं तेरे को मार डालंूगा। हमेशा देखता हूँ कि मेरे से ज्यादा तेरे उपर विश्वास करता है, तब जुगनू बोला कि मैं काम छोडक़र कहीं नहीं जाउगां, तब आरोपी आवेश में आकर जुगनू के सोने के बाद बाहर से र्इंट लाकर चेहरे पर वार कर हत्या कर शव को घसीटते हुये रूम से बाहर निकालकर पास के बड़ा नाली में फेंक दिया।
उसके बाद रूम में आकर जुगनू का मोबाइल पर्स को सिरहाना से निकालकर नाली के पास ले जाकर मोबाइल को कूचकर और पर्स तथा पर्स में रखा कागज आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्रायवरी लाइसेंस को तोडक़र अंधेरा में झाड़ी व नाली के बीच फेकं दिया। पर्स में रखा 4500 रूपए को निकालकर अपने पास रख लिया था उसके बाद पकड़ाने के डर से गांधी चौक दुर्गा मंदिर के पास गया वहां से डाल्टेनगंज जाने वाली बस में बैठकर डाल्टेनगंज गया, वहां से ऑटो पकडक़र चैनपुर अपने रिश्तेदार के घर गया। चैनपुर में पैसा को खर्च कर दिया हूँ। आरोपी से घटना के दौरान पहना गया कपड़ा को जब्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।