सरगुजा

पुलिया का मूल्यांकन करने पहुंचे अफसरों से मजदूरी भुगतान को ले विवाद
11-Aug-2021 8:23 PM
पुलिया का मूल्यांकन करने पहुंचे अफसरों  से मजदूरी भुगतान को ले विवाद

   ग्रामीणों ने की मारपीट, जान बचाकर पहुंचे थाने, नहीं कराई रिपोर्ट   

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजपुर, 11 अगस्त। राजपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत करंजी में आज आरईएस की टीम के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। गुस्साए ग्रामीण ईई, 3 एसडीओ सहित 2 सब इंजीनियर के साथ मारपीट करने लगे। जिसके बाद अधिकारियों ने किसी तरह मौके से भाग अपनी जान बचाई और राजपुर थाना पहुंचे। थाने में काफी देर बैठने के बाद भी अधिकारियों ने किसी के विरुद्ध मामला दर्ज नहीं कराया था।

मामला ग्राम पंचायत करजी का है, जहां एक पुलिया निर्माण के सिलसिले में ग्रामीण यांत्रिकी विभाग (आरईएस) के ईई, एसडीओ एवं सब इंजीनियर जांच के लिए पहुंचे थे। ग्रामीणों को जैसे ही जानकारी लगी कि विभाग के अधिकारी पहुंचे हैं, वैसे ही ग्रामीण मौके पर पहुंचकर अधिकारियों से अपने मजदूरी भुगतान की मांग करने लगे। देखते ही देखते भुगतान को लेकर अधिकारियों और ग्रामीणों में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई, जिसके बाद उग्र ग्रामीणों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया।

दरअसल ग्राम पंचायत करंजी में आरईएस विभाग द्वारा एक 15 लाख रुपये की लागत से पुलिया का निर्माण कराया जा रहा था। जिसे कागजों में अपूर्ण कार्य को पूर्ण बताकर मूल्यांकन कर दिया गया था। मामले की जांच के लिए आरईएस के ईई जितेंद्र देवांगन, राजपुर एसडीओ अवधेश प्रजापति, धर्मेंद्र गुप्ता एवं शंकरगढ़ के एसडीओ जानू राम सोनवानी सहित सब इंजीनियर तनुज अंबस्ट एवं सुनील टोप्पो मौके पर पहुंचे हुए थे।

जैसे ही अधिकारियों की आने की सूचना ग्रामीणों की लगी, ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और अपनी मजदूरी भुगतान की मांग करने लगे। देखते ही देखते भुगतान को लेकर बात बढ़ गई इतने में गुस्साए ग्रामीणों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया, जिसके बाद अधिकारी वहां से किसी तरह अपनी जान बचाकर भाग निकले।

नहीं कराई गई मामले की रिपोर्ट

घटना पश्चात घायल अधिकारियों ने किसी तरह वहां से निकलने में कामयाब रहे, परंतु उन्होंने इसकी रिपोर्ट थाने में नहीं की। घटना की जानकारी लगते ही राजपुर एसडीएम बालेश्वर राम एवं तहसीलदार सुरेश राय थाने पहुंचे और घायल आरईएस के अधिकारियों-कर्मचारियों से मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा, परंतु आरईएस के अधिकारियों ने मामले की रिपोर्ट थाने में नहीं की।


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