सूरजपुर
प्राकृतिक आपदा नहीं खराब इंजीनियरिंग के कारण खेतों में भरा पानी-पूर्व विधायक
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
भैयाथान, 11 अगस्त। सूरजपुर जिले के ग्राम पासल में स्थित छत्तीसगढ़ हाइड्रो पॉवर प्लांट के द्वारा रेण नदी में बिजली उत्पादन के लिए नदी के पानी को रोका गया है। लेकिन इस बरसात में ग्राम पासल व भैयाथान के दर्जनों किसानों की लगभग 30 से 40 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई थी जिससे यहां के किसान काफी परेशान व चिंतित है।
किसानों को मुआवजा राशि दिलाने को लेकर भटगांव के पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े सोमवार को ग्राम पासल पहुंचे, जहां उन्होंने प्रभावितो से मिककर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। उन्होंने एक-एक कर प्रभावित किसानों से चर्चा करते हुए नुकसान की जानकारी ली। जिसमें बताया गया है कि 39 किसानों की 13.63 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है। जिसमें पासल, हर्रापारा, भैयाथान व सत्यनगर के किसान शामिल हैं।
वहीं श्री राजवाड़े ने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज 15 दिन से किसान परेशान हैं इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। अगर सरकार किसानों की हितैषी होती तो किसानों को मुआवजा राशि के लिए दर दर भटकना नहीं पड़ता।
पूर्व विधायक श्री राजवाड़े ने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों के खेतों में जल भराव नहीं हुआ है। बल्कि हाइड्रो पॉवर प्लांट की खराब इंजीनियरिंग के कारण जल भराव की स्थित निर्मित हुई है। जिससे किसान अपने खेतों में खेती नहीं कर पाए हंै। जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
धान खरीदी की दर से किसानों को दी जाए मुआवजा राशि
पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने जिले के कलेक्टर एस जयवर्धन से बात करते हुए प्रभावित किसानों को शासन के द्वारा निर्धारित 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से 3100 रुपए किसानों को मुआवजा राशि दिलाने की मांग की है।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य अखिलेश प्रताप सिंह,ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रावेंद्र प्रताप सिंह,जनपद सदस्य राजू गुप्ता,नूर आलम,संतोष सारथी,राहुल सिंह,पार्थ सिंह,विनय पावले, विश्वनाथ,रजमोहन राजवाड़े सहित काफी संख्या में ग्रामीण व प्रभावित किसान उपस्थित थे।


