सूरजपुर

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने देशी बीजों की लगाई प्रदर्शनी
01-Aug-2025 10:26 PM
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने देशी बीजों की लगाई प्रदर्शनी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

प्रतापपुर, 1 अगस्त। मंगल भवन प्रतापपुर में संगता सहभागी ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा  प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने और पारंपरिक देशी बीजों के संरक्षण हेतु विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में किसानों को विलुप्त हो रहे बीजों की जानकारी दी गई और उन्हें जैविक खेती अपनाने हेतु प्रेरित किया गया।

प्रदर्शनी में धान की देशी किस्में — जिराफुल, विष्णु भोग, बिशनी, काला जीरा, रामजीरा, चिन्मौरी सफरी, क्लचर, कारहनी, नागो, कुसुमकली, लोहंडी ब्लैक — तथा वर्मा कोदो, मडिय़ा, मिझरी, सफेद मक्का, लोटेंगी, सरसों सहित कुल 45 प्रकार के बीजों को प्रदर्शित किया गया। यह बीज आज विलुप्ति की कगार पर हैं और इन्हें पुन: खेती में लाने के लिए संस्थान द्वारा प्रयास किया जा रहा है।

इस मौके पर जैविक कीट नियंत्रण के लिए तैयार की गई देसी दवाओं जैसे ब्रह्मास्त्र, अग्निशास्त्र, निमास्त्र, हांडी की जानकारी भी दी गई। ये दवाएं रस चूसक, तना छेदक, पत्ता मोडऩे वाले, फल छिद्रक, माहो और गांधी जैसे कीटों पर प्रभावी मानी जाती हैं।

विशेषज्ञों ने बताया कि इन जैविक विधियों से पैदा की गई फसलें स्वादिष्ट होती हैं और लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हैं, जिससे बीमारियाँ कम होती हैं।

कार्यक्रम में जनपद पंचायत प्रतापपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. निपेंद्र सिंह, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी शिवशंकर यादव, ग्रामसेवक अधिकारी मिथलेश चक्रधारी, एवं संस्थान के प्रतिनिधि सुरेश कुमार यादव, रोहित द्विवेदी, शिवमंगल सिंह मनियारो उपस्थित रहे।स्थानीय ग्रामीणों एवं किसानों ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया और देशी बीजों को अपनाने में गहरी रुचि दिखाई।


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