सूरजपुर

सडक़ पर मवेशियों का जमावाड़ा, नपं मौन
25-Jul-2025 5:48 PM
सडक़ पर मवेशियों का जमावाड़ा, नपं मौन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

प्रतापपुर, 24 जुलाई। नगर पंचायत क्षेत्र में इन दिनों सडक़ें मवेशियों की शरणस्थली बन चुकी है। मुख्य बाजार, चौक-चौराहों और बस स्टैंड से लेकर स्कूल-कॉलेज मार्ग तक, हर जगह आवारा पशुओं का आतंक फैला हुआ है। इससे जहां राहगीरों की जान जोखिम में है, वहीं व्यापारियों और आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

दिन-प्रतिदिन हो रही दुर्घटनाओं ने जनता को नाराज कर दिया है, लेकिन नगर पंचायत प्रशासन मौन है। स्थिति यह है कि दुकानों के सामने गोबर और पेशाब की बदबू से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। व्यापारी अपने नुकसान और सडक़ों की दुर्दशा से त्रस्त हैं।

इस संबंध में नगर पंचायत सीएमओ यूसीफ्रिया एक्का से बात की गई, तो उन्होंने केवल इतना कहा, न जाने कहां से इतनी मवेशी आ जाती हैं। नगर पंचायत की ओर से कार्यवाही की जाएगी और मवेशियों को जंगल की ओर खदेड़ा जाएगा।

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आश्वासन कोई नया नहीं है, पहले भी कई बार शिकायतों के बावजूद स्थिति जस की तस है।

गौठान हाईटेक, लेकिन हाल बेहाल

प्रतापपुर नगर पंचायत क्षेत्र में 20 लाख की लागत से बना हाईटेक कांजी हाउस और गौठान अब कबाडख़ाना बन चुका है। कांजी हाउस में जहां आवारा पशुओं को रखा जाना था, वहां अब लोहा, लकड़ी और कचरे का अंबार है। नगर पंचायत की लापरवाही के कारण यह योजना शोपीस बनकर रह गई है।

शाम ढलते ही सडक़ों पर उतरते हैं हजारों मवेशी

नगरवासियों का कहना है कि प्रतापपुर के आसपास के गांवों से लोग जानबूझकर शाम को गाय-बैलों को खुला छोड़ देते हैं, जो नगर की ओर रुख कर लेते हैं। नतीजतन, रात होते ही नगर की सडक़ों पर मवेशियों का हुजूम दिखाई देता है। ये पशु अक्सर तेज रफ्तार वाहनों के सामने आ जाते हैं, जिससे गंभीर हादसे हो रहे हैं।

 जनता में आक्रोश

व्यापारी और आम नागरिक अब नगर पंचायत प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं। सडक़ की गंदगी, गोबर और पेशाब की बदबू, रोज़मर्रा के एक्सीडेंट और कोई ठोस पहल न होने से नाराज लोग अब आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं। वोटबैंक की राजनीति के कारण पशुपालकों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।


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