सूरजपुर
किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 22 मार्च। विकासखंड प्रतापपुर अंतर्गत ग्राम रेवटी में 2024 में करोड़ों की लागत से बनाया गया एनीकट महज एक साल में ही सूख गया है। अधिकारियों की लापरवाही और अनियमितता के कारण यह परियोजना किसानों के लिए किसी काम की नहीं रही।
ग्रामीणों का कहना है कि एनीकट के डेम गेट से नहीं, बल्कि निचले हिस्से (बेसमेंट) से पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे पानी टिक ही नहीं पा रहा है। किसानों के लिए जो जल संग्रहण संरचना बनाई गई थी, वह अब सिर्फ एक शोपीस बनकर रह गई है।
लागत का बोर्ड तक नहीं लगाया गया
गांव के लोगों को आज तक यह तक पता नहीं है कि एनीकट बनाने में कितने करोड़ों रुपये खर्च किए गए, क्योंकि अधिकारियों ने लागत का बोर्ड तक नहीं लगाया। जब ग्रामीणों ने इस पर सवाल उठाए तो अधिकारी जिम्मेदारी लेने के बजाय एक-दूसरे पर दोष मढ़ते नजर आए।
किसानों के लिए बड़ा झटका, सूखे की चपेट में खेती
गांव के किसानों की खेती-किसानी एनीकट पर निर्भर थी, लेकिन पानी न होने के कारण अब उनकी फसलें सूख रही हैं। जल संकट से न केवल सिंचाई प्रभावित हो रही है, बल्कि ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की मांग, जांच हो और दोषियों पर हो कार्रवाई
ग्रामवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस ऐनीकट निर्माण में हुई अनियमितताओं की जांच की जाए और भ्रष्ट अधिकारियों व ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए। यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।


