सूरजपुर

सूरजपुर, 16 दिसंबर। प्रदेश में कृषि विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 15 जिलों के 27 विकासखण्डों के 1000 ग्रामों में निवासरत ग्रामिण आदिवासी परिवारों के आय में वृद्धि एवं वर्षभर पोषित आहार की उपलब्धता हेतु वल्र्ड बैंक एवं आई.एफ. ए.डी. के सहयोग से ‘‘चिराग परियोजना’’ का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
परियोजना अंतर्गत चिन्हांकित ग्रामो में पोषण आधारित गतिविधियों के क्रियान्वयन हेतु ‘ ‘पोषण सखी’’ के रूप में कार्य करने के लिए प्रतापपुर विकासखण्ड संबंधित 40 ग्रामों से महिलाओं का चयन किया गया है। चयनित महिलाओं पोषण सखी के रूप में कार्य करने के लिए तकनीकि सहयोगी संस्था पी.आई.इंडिया के सहयोग से न्यूट्रिशन एण्ड एसबीसीसी के अंतर्गत प्रतापपुर विकासखण्ड के चयनित पोषण सखियों का तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला सूरजपुर के जिला पंचायत संसाधन केंद्र में किया गया है।
कलेक्टर एस जयवर्धन के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कुपोषण को दूर भगाने के लिए संतुलित आहार एवं पोषण, दैनिक भोजन में आहार विविधता के लिए सामाजिक व्यवहार परिवर्तन हेतु ग्रामिणों को प्रेरित करने हेतु कहा। साथ ही बाल विवाह रोकथाम के लिए प्रचार प्रसार कर जागरूकता लाने हेतु कहा गया। इस दौरान उपसंचालक कृषि सुश्री संपदा पैकरा, सहायक संचालक कृषि दुरेश साय पैकरा, जमुना सिंह ग्रामिण कृषि विस्तार अधिकारी, मास्टर टेऊनर री पिंटू ठाकुर और रूपनाथ पीसीआई इंडिया एवं विभा साहू सुपरवाइजर महिला बाल विकास विभाग तथा प्रशिक्षार्थी पोषण सखी उपस्थित थे।
प्रथम दिवस मास्टर टेऊनरों के द्वारा परिचय, चिराग योजना का उद्देश्य व घटक, सामाजिक व्यवहार परिवर्तन हेतु संचार का परिचय, सहभागिता को सुगम बनाने के लिए वयस्कों के सीखने का सिद्धांत एवं कौशल विकास क्या और क्यों, कुपोषण एवं परिवार के लिए संतुलित आहार एवं आहार एवं विविधता के संबंध में पीपीटी, ब्रोशर, वीडियों आदि के माध्यम से प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया।