सूरजपुर
जनपद अध्यक्ष ने दोषी अफसर और ठेकेदार पर कार्रवाई करने कलेक्टर से की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर,13 अगस्त। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत प्रतापपुर विकासखंड स्थित पद्मश्री माता राज मोहनी देवी के समाधि स्थल पहुंचे थे, जहां उन्होंने समाधि स्थल के विकास के लिए 50 लाख रुपए की राशि समाधि स्थल के विकास कार्य और सौंदर्यीकरण के लिए दिया था, लेकिन लोक निर्माण विभाग सूरजपुर के अधिकारी व ठेकेदार ने उसे भी नहीं बक्शा,पहली बरसात में बाउंड्रीवॉल टूटकर गिर गई वहीं और अन्य निर्माण कार्य भी बेहद घटिया निर्माण की वजह से क्षत-विक्षत हो गए हैं।
आज उस क्षेत्र में दौरे पर पहुंचे जनपद पंचायत प्रतापपुर के अध्यक्ष जगतलाल आयाम ने मौके पर पहुंचकर बारीकी से बाउंड्री वालों अन्य कार्यों का निरीक्षण किया, जिसमें घटिया निर्माण होना पाया गया है जिससे बाउंड्रीवॉल का दूसरा हिस्सा भी टूट कर गिर गया है।
जनपद अध्यक्ष ने घटिया निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर रोहित व्यास से मांग की है।
जनपद अध्यक्ष ने बताया कि लोक निर्माण विभाग सूरजपुर द्वारा लगभग 43 लाख की लागत से पद्मश्री माता राजमोहिनी देवी के समाधि स्थल ग्राम पंचायत गोविंदपुर के रजमेलान में बाउंड्रीवॉल शौचालय निर्माण से निर्माण सौंदर्यीकरण सहित अन्य कार्य को स्वीकृत किया था, जिस ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा था।
जनपद अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारी और ठेकेदार द्वारा लगातार घटिया निर्माण करते हुए कार्य पूर्ण किया जा रहा था, जिसको लेकर संस्था के अध्यक्ष ने कई बार इसकी शिकायत सूरजपुर जिले के कलेक्टर व विभागीय अधिकारियों से की थी लेकिन अधिकारी और ठेकेदार के बीच ऐसी साठगांठ थी की खुली छूट दे रखी थी। इसी का नतीजा है कि बीती रात या बाउंड्रीवॉल भर भर कर गिर गई।
उन्होंने कहा कि पद्मश्री माता राजमोहिनी देवी केवल सरगुजा संभाग ही नहीं बल्कि दूसरों प्रदेश उत्तर प्रदेश झारखंड बिहार व अन्य राज्यों में भी ख्याति प्राप्त महान संत हैं लेकिन अधिकारियों ने उनके समाधि स्थल को भी नहीं छोड़ा।


